ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म गिटहब का इस्तेमाल करते हुए ‘सुल्ली डील ऐप (Sulli Deals) पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड किए जाने के करीब छह महीने बाद एक बार फिर ऐसी घटना सामने आई है. बिना सहमति सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें 'बुल्ली बाई' (Bulli Bai) नामक ऐप पर अपलोड की गईं है.
'बुल्ली बाई' और ‘सुल्ली डील्स’ क्या हैं तथा अब तक दोनों मामलों में पुलिस ने क्या कार्रवाई की है - आसान भाषा में जानते हैं आपके इन सवालों का जवाब.
बुल्ली बाई, सुल्ली डील्स: मुस्लिम महिलाओं ने क्यों खोला इनके खिलाफ मोर्चा?
1. ‘सुल्ली डील्स’ क्या हैं?
4 जुलाई 2021 को कई ट्विटर यूजर्स ने 'सुल्ली डील्स' नाम के एक ऐप के स्क्रीनशॉट शेयर किए. इस ऐप को ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म गिटहब पर एक अज्ञात समूह द्वारा बनाया गया था. ऐप में एक टैगलाइन थी जिस पर लिखा था "सुल्ली डील ऑफ द डे" और इसे मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों के साथ लगाया गया था.
मालूम हो कि 'सुल्ली' या 'सुल्ला' मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अपमानजनक शब्द है.
ऐप बनाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स से अवैध रूप से मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें एकत्र करते थें, उन्हें ‘सुल्ली डील्स ऐप पर अपलोड करते थें और यूजर्स को ‘नीलामी’ में भाग लेने को कहते थे.
Expand2. 'बुल्ली बाई' ऐप क्या है?
आपको बताएं कि GitHub अनिवार्य रूप से एक होस्टिंग प्लेटफॉर्म है, जिसमें ओपन-सोर्स कोड का भंडार है. 'सुल्ली डील्स' की तरह 'बुल्ली बाई' ऐप भी GitHub पर बनाया और इस्तेमाल किया गया.
एक महिला, जिनकी तस्वीर 'बुल्ली बाई' पर प्रदर्शित की गई है, ने द क्विंट को बताया कि "ऐप ठीक उसी तरह काम करता है जैसे सुल्ली डील करता है”.
यह पोर्टल कथित तौर पर शनिवार, 1 जनवरी को लॉन्च किया गया था और इसमें अपमानजनक कंटेंट के साथ पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और प्रसिद्ध हस्तियों सहित मुस्लिम महिलाओं की कई तस्वीरें थीं.
एक बार ऐप को खोलने के पर एक मुस्लिम महिला का चेहरा रैंडम तरीके से “बुल्ली बाई” के रूप में प्रदर्शित किया गया था. इसमें ऐसी मुस्लिम महिलाएं को निशाना बनाया गया जो मुख्यतः पत्रकार हैं या ट्विटर पर मजबूती से अपनी बात रखती हैं.
Expand3. ‘सुल्ली डील्स’ में अबतक पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?
'सुल्ली डील' विवाद में दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस ने दो FIR दर्ज की थीं. दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 'सुली डील' विवाद में दो अलग-अलग FIR दर्ज करने के पांच महीने बाद भी गिरफ्तारी या जांच में कोई प्रगति नहीं होने के कारण मामला लगभग ठप पड़ा हुआ है.
Expand4. 'बुल्ली बाई' मामले में अबतक पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?
बुल्ली बाई पर भारी विवाद के बाद सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अपराधी के अकाउंट को गिटहब ने ब्लॉक कर दिया है और पुलिस तथा कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी) मामले की जांच कर रही है.
बाद में एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने जानकारी दी कि भारत सरकार इस मामले पर दिल्ली और मुंबई पुलिस के साथ काम कर रही है.
महिला पत्रकार ने बाद में दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में FIR दर्ज करने और सोशल मीडिया पर मुस्लिम महिलाओं की नीलामी के पीछे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दर्ज की.
महिला पत्रकार की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 509 के तहत FIR दर्ज की है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण पूर्व जिले के साइबर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है.
पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट प्रकाशित की है कि मुंबई साइबर पुलिस ने आपत्तिजनक कंटेंट के संबंध में जांच शुरू कर दी है.
GitHub - जिसका मुख्यालय सैन डिएगो, US में है - ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है. GitHub ने 'Sulli Deals' को भी होस्ट किया था, लेकिन बाद में इसे हटा दिया.
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‘सुल्ली डील्स’ क्या हैं?
4 जुलाई 2021 को कई ट्विटर यूजर्स ने 'सुल्ली डील्स' नाम के एक ऐप के स्क्रीनशॉट शेयर किए. इस ऐप को ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म गिटहब पर एक अज्ञात समूह द्वारा बनाया गया था. ऐप में एक टैगलाइन थी जिस पर लिखा था "सुल्ली डील ऑफ द डे" और इसे मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों के साथ लगाया गया था.
मालूम हो कि 'सुल्ली' या 'सुल्ला' मुसलमानों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अपमानजनक शब्द है.
ऐप बनाने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स से अवैध रूप से मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें एकत्र करते थें, उन्हें ‘सुल्ली डील्स ऐप पर अपलोड करते थें और यूजर्स को ‘नीलामी’ में भाग लेने को कहते थे.
'बुल्ली बाई' ऐप क्या है?
आपको बताएं कि GitHub अनिवार्य रूप से एक होस्टिंग प्लेटफॉर्म है, जिसमें ओपन-सोर्स कोड का भंडार है. 'सुल्ली डील्स' की तरह 'बुल्ली बाई' ऐप भी GitHub पर बनाया और इस्तेमाल किया गया.
एक महिला, जिनकी तस्वीर 'बुल्ली बाई' पर प्रदर्शित की गई है, ने द क्विंट को बताया कि "ऐप ठीक उसी तरह काम करता है जैसे सुल्ली डील करता है”.
यह पोर्टल कथित तौर पर शनिवार, 1 जनवरी को लॉन्च किया गया था और इसमें अपमानजनक कंटेंट के साथ पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों और प्रसिद्ध हस्तियों सहित मुस्लिम महिलाओं की कई तस्वीरें थीं.
एक बार ऐप को खोलने के पर एक मुस्लिम महिला का चेहरा रैंडम तरीके से “बुल्ली बाई” के रूप में प्रदर्शित किया गया था. इसमें ऐसी मुस्लिम महिलाएं को निशाना बनाया गया जो मुख्यतः पत्रकार हैं या ट्विटर पर मजबूती से अपनी बात रखती हैं.
‘सुल्ली डील्स’ में अबतक पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?
'सुल्ली डील' विवाद में दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस ने दो FIR दर्ज की थीं. दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 'सुली डील' विवाद में दो अलग-अलग FIR दर्ज करने के पांच महीने बाद भी गिरफ्तारी या जांच में कोई प्रगति नहीं होने के कारण मामला लगभग ठप पड़ा हुआ है.
'बुल्ली बाई' मामले में अबतक पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?
बुल्ली बाई पर भारी विवाद के बाद सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अपराधी के अकाउंट को गिटहब ने ब्लॉक कर दिया है और पुलिस तथा कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी) मामले की जांच कर रही है.
बाद में एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने जानकारी दी कि भारत सरकार इस मामले पर दिल्ली और मुंबई पुलिस के साथ काम कर रही है.
महिला पत्रकार ने बाद में दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में FIR दर्ज करने और सोशल मीडिया पर मुस्लिम महिलाओं की नीलामी के पीछे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत दर्ज की.
महिला पत्रकार की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 509 के तहत FIR दर्ज की है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण पूर्व जिले के साइबर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई है.
पीटीआई ने एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट प्रकाशित की है कि मुंबई साइबर पुलिस ने आपत्तिजनक कंटेंट के संबंध में जांच शुरू कर दी है.
GitHub - जिसका मुख्यालय सैन डिएगो, US में है - ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान जारी नहीं किया है. GitHub ने 'Sulli Deals' को भी होस्ट किया था, लेकिन बाद में इसे हटा दिया.
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