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बच्चों को हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए गाइड करना जरूरी: आमिर खान

‘हमें कुपोषण और मोटापे को जड़ से उखाड़ फेंकने की दिशा में काम करना ही होगा.’

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बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्ट कहे जाने वाले आमिर खान के मुताबिक ये बहुत जरूरी है कि बच्चों को अच्छी लाइफस्टाइल की आदतों को अपनाने के लिए गाइड किया जाए ताकि वो मोटापे और उनसे जुड़ी बीमारियों से दूर रह सकें.

ये बातें आमिर खान ने शुक्रवार को मुंबई में चाइल्ड ओबेसिटी टीम (COST) वेबसाइट की लॉन्चिंग पर मीडिया से बातचीत के दौरान कही. इस मौके पर महाराष्ट्र के जल संसाधन और सिंचाई, चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन और बेरियाट्रिक (मोटापा) सर्जन डॉ संजय बोरुडे भी मौजूद थे.

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भारत में कुपोषण और मोटापे के बारे में बात करते हुए आमिर खान ने कहा:

जहां एक तरफ हम कुपोषण जैसी समस्या से जूझ रहे हैं, वही दूसरी तरफ हम मोटापे से लड़ रहे हैं. हमारी सरकार इससे निपटने की कोशिश कर रही है, मैं भी यूनिसेफ में ब्रांड एंबेसडर रह चुका हूं. इसलिए मैं ये महसूस करता हूं कि हमें कुपोषण और मोटापे जैसी समस्या को जड़ से उखाड़ फेंकने की दिशा में काम करना ही होगा.

आमिर खान कहते हैं कि बच्चों को अच्छी जीवनशैली वाली आदतों की शिक्षा देकर उनका मार्गदर्शन किया जाना बहुत जरूरी है. मैं बहुत खुश हूं कि डॉ संजय बोरुडे ने ये पहल की है. इस वेबसाइट के जरिए मोटे बच्चों और उनके मां-बाप को सपोर्ट और गाइडेंस मिल सकता है.

उन्होंने कहा कि फिट और स्वस्थ रहने के लिए पोषण बहुत जरूरी है.

‘गजनी’ की ट्रेनिंग के दौरान जब मैं डॉक्टर विनोद धुरंधर से मिला, तब मुझे पोषण की अहमियत के बारे में पता चला. उन्होंने मुझे बताया कि हम वो होते हैं, जो हम खाते हैं और आप जितना हेल्दी, ताजा और संतुलित खाना खाते हैं, आप उतना ही स्वस्थ और फिट महसूस करेंगे. मैं ये बात अक्सर अपने बच्चों को बताता हूं, लेकिन वो मेरी बात नहीं मानते हैं.
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डॉ संजय बोरुडे जो कर रहे हैं, वो तारीफ के काबिल है. इससे उन परिवारों को मदद मिलेगी, जो मोटापे के खिलाफ लड़ रहे हैं. मुझे खुशी है कि महाराष्ट्र सरकार भी इस कदम का समर्थन कर रही है.
आमिर खान

बहुत सी फिल्मी हस्तियां भी विज्ञापन के जरिए प्रोसेस्ड फूड का समर्थन करती हैं.

उनसे जब ये पूछा गया कि क्या वो अपने बॉलिवुड के साथियों से ऐसी चीजों का बढ़ावा ना देने का आग्रह करेंगें, तो उन्होंने कहा, “ नहीं, ये नहीं होना चाहिए. हमें इस तरह का सख्त कदम भी नहीं उठाना चाहिए क्योंकि बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो मोटे नहीं हैं, जो अलग तरह का खाना खा सकते हैं. हमें मोटापे के बारे में जानकारी होनी चाहिए क्योंकि हम जागरूक रहेंगे, तभी इससे निपटने के लिए एहतियात बरत पाएंगे.”

(इनपुट-IANS)

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