सुबह नींद खुली नहीं कि बिस्तर पर गर्मागर्म चाय मिल जाए, तो क्या बात है? कितने ही घरों में सुबह सबसे पहले चाय की चुस्की लेना पसंद किया जाता है. सुबह बेड पर पहले चाय न मिले तो कोई काम ही नहीं होता या फिर सिर दर्द शुरू हो जाता है.
लेकिन कुछ लेखों में हमारी बरसों पुरानी इस आदत पर सवाल उठाया गया है और बेड टी के नुकसान बताए गए हैं.
सुबह सबसे पहले चाय पीने पर सवाल
दरअसल कुछ लेखों में बताया गया कि सुबह सबसे पहले चाय पीने से पेट में जलन हो सकती है, इससे मिचली की दिक्कत हो सकती है. इन लेखों में बताया गया कि चाय से पेट में एसिड-एल्कालाइन संतुलन बिगड़ सकता है.
ज्यादातर घरों में सुबह सबसे पहले चाय ही बनाई जाती है. क्या असल में ये एक ऐसी आदत है, जिससे हमारी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है? क्या सुबह सबसे पहले चाय पीनी चाहिए? और सबसे जरूरी बात कि सुबह चाय लेते वक्त किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?
ये जानने के लिए फिट ने बात की मैक्स हेल्थकेयर में ग्रैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ अश्विनी सेतिया, वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन और अपोलो हॉस्पिटल में चीफ क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ प्रियंका रोहतगी से.
हम यहां किसी खास किस्म के चाय की बात नहीं कर रहे. हम उसी चाय की बात कर रहे हैं, जो साधारण रूप में पानी, दूध, चीनी (या बगैर चीनी) और चाय पत्ती से लगभग हर घर में बनाई जाती है.
सुबह की चाय पर विशेषज्ञों की राय
डॉ अश्विनी सेतिया कहते हैं कि ऐसा जरूरी नहीं है कि सुबह सबसे पहले चाय पीने से नुकसान ही हो. लेकिन कुछ खास परिस्थितियों में इस आदत के नुकसान भी हो सकते हैं.
सुबह की चाय को स्वास्थ्यवर्धक अथवा अन्यथा कहने के कोई पक्के प्रमाण नहीं हैं. हालांकि किसी भी चीज की अधिकता, स्पष्ट है कि नुकसान करेगी.डॉ अश्विनी सेतिया
डॉ सेतिया बताते हैं कि जिस तरह कॉफी में कैफीन ज्यादा होती है, चाय में कैफीन के अलावा थियोफायलिन पाया जाता है. थियोफायलिन और कैफीन स्फूर्तिदायक पदार्थ हैं. इसीलिए चाय-कॉफी पी जाती है.
अपोलो हॉस्पिटल की डॉ प्रियंका रोहतगी बताती हैं कि चाय पीने से नुकसान नहीं है, नुकसान तब होता है, जब आप चाय में बहुत सी चीनी लेते हैं. कुछ लोगों को दूध से दिक्कत होती है, ऐसे में चाय में ज्यादा दूध अच्छा नहीं है, इससे उन्हें ब्लोटिंग भी हो सकती है.
डॉ सेतिया के मुताबिक जिन लोगों को एसिडिटी की दिक्कत रहती है, उन्हें सुबह चाय पीने से नुकसान हो सकता है.
खाली पेट चाय पीना इसलिए भी मना किया जा सकता है क्योंकि चाय से एसिड सिक्रीशन बढ़ जाता है और उस एसिड को निष्प्रभाव करने के लिए अमाशय में कुछ नहीं होता.डॉ सेतिया
सुबह चाय पीजिए, लेकिन इस बात का ख्याल रखिए
डॉ रोहतगी कहती हैं कि सुबह उठते ही बिना ब्रश के चाय लेते हैं, तो दांतों और मसूढ़ों से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं. इसलिए बेहतर होगा कि सुबह ब्रश करने के बाद ही चाय पी जाए.
न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन सुबह सबसे पहले चाय की बजाए एल्कालाइन प्रभाव वाले ड्रिंक लेने की सलाह देती हैं.
जैसे हल्के गुनगुने पानी में नींबू का रस डाल कर पीएं. इसके बाद तांबे के बर्तन में रखा पानी पीया जा सकता है. फिर अच्छे कोलेस्ट्रॉल के लिए कुछ बादाम खाएं और इसके बाद चाय पीएं.कविता देवगन
डॉ प्रियंका रोहतगी भी यही बात कहती हैं,
बेहतर होगा कि कुछ नट्स या कुछ और खाने के 10-15 मिनट के बाद चाय पीया जाए.
कविता देवगन के अनुसार अगर कोई इस तरह सुबह की चाय लेता है, तब किसी दुष्प्रभाव की आशंका नहीं रहती, नहीं तो, खाली पेट चाय पीने से एसिडिटी हो सकती है.
इसके अलावा रोजाना चाय में अदरक, इलाएची, सौंफ जैसे मसाले मिलाना न भूलें. इस तरह की चाय औषधि रूप में भी काम आ सकती है.
चाय की एंटीऑक्सिडेंट क्वालिटी ज्यादा दूध और चीनी मिलाने से कम होने लगती है. इसलिए चाय को उसके शुद्ध रूप में या कम से कम दूध के साथ लेने की कोशिश करनी चाहिए.डॉ प्रियंका रोहतगी
डॉ रोहतगी सलाह देती हैं कि इसके साथ ही सुबह चाय या कॉफी पीने को एक कप तक ही सीमित करें. दिन भर में दो कप से ज्यादा चाय न लें. डॉ सेतिया भी इसी बात पर जोर देते हैं कि संतुलन हर जगह जरूरी है.
अक्सर देखा जाता है कि कई लोग सुबह कई बार चाय पीते हैं. देर दोपहर तक बिना कुछ खाए सिर्फ कई बार चाय पीते हुए सारे काम निपटाने की आदत, आपको मोटापे का शिकार बना सकती है.
कैसे?
डॉ सेतिया बताते हैं, ‘इसकी पहली वजह ये है कि कई कप चाय के साथ उसके साथ ली गई चीनी मोटापे का कारण बन सकती है.’
जीवन की हर प्रक्रिया के लिए ऊर्जा और शक्ति की जरूरत होती है. जैसे सांस लेने और हृदय की गति के लिए एनर्जी चाहिए. अगर हम कुछ खाते नहीं हैं, तो सबसे पहले थकान लगने लगती है. दूसरी बात जब इतनी देर तक एनर्जी नहीं मिलती है, तो शरीर को मेटाबॉलिज्म (चयापचय) धीमा करने का संकेत मिलता है. ऐसे में शरीर ऊर्जा का इस्तेमाल तभी करता है, जब बहुत जरूरत हो. लेकिन जब आप सीधे दोपहर के बाद एक साथ ज्यादा भोजन करते हैं, तो उस समय की एनर्जी आपूर्ति से ज्यादा कैलोरिक लोड मिल जाता है, जबकि आपका शरीर खाने के पहले तक ऊर्जा की जरूरत कम कर लेता है. ये जो अतिरिक्त एनर्जी है, इसके संग्रहण से मोटापा बढ़ सकता है.डॉ सेतिया
डॉ रोहतगी कहती हैं कि अगर आप चाय के बहुत ज्यादा शौकीन हैं, तो जरूरी है कि आप पर्याप्त पानी पीते रहें और चाय के साथ कुछ न कुछ जरूर खा लें.
डॉ सेतिया कहते हैं कि आयुर्वेद में सुबह सबसे पहले उठकर पानी पीने की सलाह इसीलिए दी गई है.
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