सेक्सॉल्व समता के अधिकारों के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.
अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं, या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
मैं होमोसेक्शुअल हूं कि नहीं?
डियर रेनबोमैन,
मैं ग्रामीण महाराष्ट्र का रहने वाला 27 साल का पुरुष हूं. मैंने एमबीए किया है और बीते 10 साल से अपने परिवार से दूर पुणे में रहा रहा हूं. मैं पुणे में बहुत खुशहाल जिंदगी जी रहा हूं. मेरा अपने परिवार से गहरा लगाव है. मैं सोचता हूं कि उन्हें अपनी शहर की जिंदगी का हिस्सा बनाऊं. मैं नहीं चाहता कि वे जिंदगी भर गांव में रहें, जहां बहुत कम सुख-सुविधा है. उनका कहना है कि वे वहां रहकर खुश हैं. वे कहते हैं कि वे अपनी सादी जिंदगी से संतुष्ट हैं और उन्हें शहर में रहना पसंद नहीं है.
तो मेरा पहला सवाल यह है कि मैं उन्हें कैसे राजी करूं? मेरा दूसरा सवाल कुछ निजी है. मुझमें बहुत ज्यादा उत्तेजना है. मेरा मतलब, सेक्स के लिए बहुत अधिक उत्तेजना से है, इसलिए कभी-कभी इस पर काबू रखने में असमर्थ होता हूं. बीते साल दिसंबर महीने में मैं अपने रूममेट के साथ, जो मेरे साथ ही सोता है, बहुत ज्यादा उत्तेजित हो उठा. उसके बाद से हम रोजाना कंडोम सेक्स करते हैं. मैं “होमो” नहीं हूं, लेकिन मुझे “होमो सेक्स” से परहेज नहीं है. क्या मुझे इसे रोक देना चाहिए क्योंकि मैं “होमो” नहीं हूं? या मुझे शादी तक जारी रखना चाहिए? कृपया मार्गदर्शन करें. इसके बारे में सोच-सोच कर मेरा सिर भन्ना रहा है.
फिक्रमंद पुरुष
डियर फिक्रमंद पुरुष,
अपनी निजी जिंदगी के बारे में लिखने और मुझसे साझा करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया. साथ ही, यह पढ़कर अच्छा लगा कि आप एक खुशहाल और संतुष्ट जिंदगी जी रहे हैं. आपने मुझसे दो सवाल पूछे हैं, मैं दोनों का एक-एक कर जवाब देता हूं.
आपका पहला सवाल आपके माता-पिता को शहर में आपके पास आने और रहने के लिए समझाने के बारे में है क्योंकि आप मानते हैं कि शहर में अधिक सुख-सुविधाएं हैं. मैं आपके खुद के पत्र से जान सका हूं कि आपके माता-पिता का मानना है कि वे गांव में खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं. आप ऐसा क्यों मानते हैं कि शहर में जिंदगी बेहतर है? ऐसे कौन से पैमाने हैं जो आपको यह यकीन दिलाते हैं कि आपके और आपके माता-पिता के लिए क्वालिटी लाइफ का मतलब एक ही है? हो सकता है कि वे ताजी हवा, घास के मैदान और साफ आसमान को नलके के पानी और एयर-कंडीशनिंग के आराम से ज्यादा महत्व देते हों? मुद्दा यह है कि वे बालिग हैं, वे अपने फैसले खुद ले सकते हैं. मुझे पता है कि घर से दूर होने का एहसास होमसिक बना सकता है. इसलिए शायद उन्हें लंबे समय तक अपने साथ रहने के लिए कहना एक अच्छा विचार होगा. जब वे आपके साथ हों तो आप मौके पैदा कर जश्न मना सकते हैं, जिससे कि उन्हें आपके पास रहने में अधिक रुचि हो.
वैसे दिल का कहा कह देने की पुरानी कला से बेहतर कुछ भी नहीं है. उनसे खुलकर बात करें, उन्हें अपनी असुरक्षा और डर के बारे में बताएं. उन्हें बताएं कि आप उनकी कद्र करते हैं और चाहते हैं कि वे आपकी जिंदगी का हिस्सा बनें.
भरोसा कायम रखिए.
अब आपके दूसरे सवाल पर आते हैं, आपके पत्र से मैं समझ पाया हूं कि आप कई बार बहुत सेक्शुअल महसूस करने की बात कर रहे हैं. कुछ ऐसा जिसका आपने उत्तेजित होने के रूप में जिक्र किया है.
सबसे पहली बात, होमो एक अपमानजनक शब्द है, पूरे शब्द होमोसेक्शुअल या गे का इस्तेमाल करें.
सेक्शुअल महसूस करने में कुछ भी गलत नहीं है. जब आपके पास एक पार्टनर ना हो, तो मास्टरबेशन की मदद से खुद को राहत देना ठीक है.
अपने पुरुष मित्र के साथ अपनी सेक्शुअल रिलेशनशिप को लेकर, आपको शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है जब तक यह सहमति से और सुरक्षा उपायों के साथ है. मुझे खुशी है कि आप कंडोम का इस्तेमाल करते हैं.
रजामंदी चाबी है. रजामंदी सेक्सी है.
इसके अलावा, आपके एक पुरुष के साथ यौन संबंध रखने के बारे में कहना चाहूंगा कि, पुरुषों के साथ पुरुष का सेक्स संबंध रखना दुर्लभ घटना नहीं है. पुरुषों के साथ सेक्स संबंध रखने वाले सभी पुरुष होमोसेक्शुअल या बाईसेक्शुअल नहीं कहे जा सकते हैं. कुछ ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें ऐसा करने का मन करता है, लेकिन उनका पूरी जिंदगी इस तरह बिताने का इरादा नहीं होता.
आपकी सेक्शुअलटी वह है जो आप अपने लिए तय करते हैं, दुनिया को अपनी राह चलने दें.
बॉडी इमेज की समस्या
डियर रेनबोमैन,
यह देखना बहुत अच्छा लगता है कि आप किस तरह दूसरों की परेशानियों में उनका साथ देते हैं और मदद करते हैं. मेरी एक अनोखी समस्या है. मैं 20 साल का हूं और अब तक बड़ी मात्रा में सिर के बाल गंवा चुका हूं, जिससे उम्रदराज दिखता हूं. इससे भी बड़ी समस्या यह कि मेरे बदन पर बहुत ज्यादा बाल हैं. इससे मुझे एक समस्या हो गई है कि मैं सेल्फ कॉन्फिडेंस कायम नहीं रख पा रहा और किसी के साथ भी अंतरंग नहीं हो पा रहा हूं. मैं जबभी किसी के करीब जाने की सोचता हूं तो मेरा दिमाग इसे लेकर बाद में होने वाले इसके बुरे नतीजों के बारे में सोचने लगता है. इस समस्या से मेरा कॉन्फिडेंस खत्म हो गया है और मैं डिप्रेस्ड महसूस करता हूं. मुझे अपने करियर में परेशानी हो रही है. कृपया मदद कीजिए.
शुक्रिया
डिप्रेस्ड आत्मा
डियर डिप्रेस्ड आत्मा,
मुझसे अपनी बात कहने के लिए शुक्रिया. मुझे पता है कि जब आपके शरीर का प्रकार आपके दिमाग में चर्चा का केंद्र बन जाता है, तो कैसा महसूस होता है. इस कच्ची उम्र में आप तब दबाव में आ जाते हैं, जब लोगों को जिम में कसरत करते देखते हैं और आप भी लोगों को प्रभावित करने के लिए अच्छा दिखने की कोशिश शुरू कर देते हैं. हमारा पैमाना ज्यादातर हमारे संगी-साथी और तराशे शरीर और परफेक्ट आकार-प्रकार वाले लोग होते हैं.
जब हम समाज की स्वीकृति पाने का इंतजार कर रहे होते हैं, तो हम अक्सर ऐसे लोगों को देखते हैं, जिनके बारे में हम सोचते हैं कि वे बेहतर हैं और खुद को कोसते हैं कि हम कितने पीछे हैं.
नजरिए में जरा सा बदलाव करके देखना कैसा रहेगा? उन लोगों को देखिए जिन्हें वो चीजें हासिल नहीं हैं, जो हमें आसानी से हासिल हैं और विनम्रता के साथ इस शरीर का तोहफा पाने के लिए आभार व्यक्त करें, जो आपको मिला है?
मैंने आपकी तस्वीर नहीं देखी है, लेकिन मैं आपको कह सकता हूं कि आपने खुद को बदनाम किया है. एक ऐसी दुनिया में जहां गंजा सिर भी खूबसूरती की निशानी है, आपके पास अफसोस के लिए शायद ही कुछ है. आप बिना बालों के भी बहुत सेक्सी हैं.
मुस्कान,
रेनबोमैन
एक पति की परेशानी
डियर रेनबोमैन,
मेरी बीवी रोजाना रात को 8 बजे गेट पर मेरे चौकीदार से बात करती है. मैंने उसको टोका और उससे कहा कि वह ऐसा न करे. उसने कहा कि वह उसका दोस्त है और वह उससे बात करना जारी रखेगी. अब, मेरी बीवी प्रेग्नेंट है और मुझे लगता है कि उसके पेट में मेरे चौकीदार का बच्चा है. मैं अपनी बीवी की कैसे जांच करूं, क्या मुझे अपनी पत्नी की डॉक्टर से दोबारा जांच करानी चाहिए?
परेशान पति
डियर परेशान पति,
कृपया जल्द से जल्द किसी मनोवैज्ञानिक से मिलें.
आपकी पत्नी को कोई जांच नहीं करानी चाहिए और मुझे उम्मीद है कि वह कोई जांच कराएंगी भी नहीं. आपको अपनी सोच दुरुस्त करने के लिए मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग की जरूरत है.
मुस्कान,
रेनबो मैन
(लोगों की पहचान सुरक्षित रखने के लिए नाम और कुछ ब्योरे परिवर्तित कर दिए गए हैं. आप भी अपने सवाल sexolve@thequint.com पर भेज सकते हैं.)
(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)
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