बात जब हेल्थ और तंदुरुस्ती की आती है, तो सुपरफूड्स एक शब्द है, जिसकी चर्चा होती है. अगर आप इसका मतलब नहीं समझ पा रहे हैं, तो चिंता करने की जरूरत नहीं है. सेलिब्रिटी शेफ कुणाल कपूर यहां इसे विस्तार से समझा रहे हैं. वह जोर देकर कहते हैं कि सुपरफूड अपेक्षाकृत एक नया शब्द है और यह केवल उन इनग्रेडिएंट्स का सुझाव देता है, जो आपको स्वास्थ्य लाभ देने वाले हैं.
खास सामग्रियां कुछ निश्चित डेयरी प्रोडक्ट्स और सब्जियों को पर्याप्त असरदार बनाती हैं, जिन्हें सुपरफूड्स के रूप में वर्गीकृत किया जाता है. इसलिए ये खाने की सामान्य चीजों से अलग होते हैं.कुणाल कपूर
सुपरफूड्स का भारतीय खजाना
शेफ कुणाल के अनुसार, भारतीय सुपरफूड्स ज्यादातर एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में आगे बढ़ते जाते हैं. उदाहरण के लिए, भारतीय माताओं और दादियों ने ठंड और गले में खराश का इलाज करने के लिए तुलसी, शहद और काली मिर्च वाली चाय बताई, जो सुपरफूड्स का एक परफेक्ट उदाहरण है.
कई अन्य उदाहरणों में नारियल का तेल शामिल है. इसमें उपचार के गुण हैं, साथ ही साथ लगाने के लिए बहुत अच्छा है. एक अन्य उदाहरण हल्दी है, जो इन दिनों लैटिस (एक प्रकार की कॉफी), आइसक्रीम और कुल्फी में इस्तेमाल किया जा रहा है. ये दोनों प्रोडक्ट, फूड प्रोडक्ट के साथ-साथ शरीर पर लगाने के लिए बहुत अच्छे हैं. कुणाल इस बात पर जोर देते है कि भले ही इन्हें लिखित रूप में नहीं रखा गया हो, लेकिन सुपरफूड्स हमेशा से भारत में मौजूद रहे हैं.
शेफ कुणाल कपूर के पसंदीदा सुपरफूड्स
उनके पास एक पूरी लिस्ट है, जिसमें नारियल, चिया बीज, ऐमारैंथ (एक प्रकार का अनाज), बाजरा क्विनोआ, जई और मोरिंगा शामिल हैं.
मेरे घर में दो मोरिंगा के पेड़ हैं. बचपन में जब हम अच्छा महसूस नहीं करते थे, तब हमें चाय में मोरिंगा के पत्ते दिए जाते थे. बचपन में हमें ये पसंद नहीं था.कुणाल कपूर
अपनी डाइट में सुपरफूड्स कैसे शामिल करें?
इस प्रक्रिया को आसान और सुविधाजनक रखना महत्वपूर्ण है. यह सुनिश्चित करना है कि आप जो भोजन खा रहे हैं, वह उसके स्वाद में बहुत ज्यादा बदलाव ना करे.
हल्दी ज्यादातर बीमारी या चोटों से जुड़ी होती है, लेकिन अगर आप इसे उबालकर इसमें इलायची और केसर मिलाएं, तो आप इसके बढ़िया स्वाद को पा सकेंगे. इसी तरह, इसे अपनी डाइट में शामिल करने के लिए आइसक्रीम या कस्टर्ड के साथ मिलाएं.कुणाल कपूर
एक और बेहतरीन उदाहरण, जो शेफ कुणाल का पसंदीदा भी है, मोरिंगा चाय. इसे गर्म पानी में मिलाया जा सकता है.
एक और अच्छा ऑप्शन ओट्स है. इसका अपने आप में कोई स्वाद नहीं है - इसे मीठा या दिलकश बनाया जा सकता है. इसलिए, इसके मूल गुणों को बाधित किए बिना इसे डोसा या पैनकेक बैटर में मिलाया जा सकता है. इसी तरह की चीजें चीले के साथ भी की जा सकती हैं.कुणाल कपूर
बकव्हीट ( कूटू- एक प्रकार का अनाज) और जई को गेहूं के साथ मिलाया जा सकता है. अगर इसे सही अनुपात में मिलाया जाता है, तो आपको इसके स्वाद का बिल्कुल पता ही नहीं चलेगा. इसी तरह, क्विनोआ को सलाद, फल, ड्रिंक और सूप में मिलाया जा सकता है क्योंकि इसका अपना कोई स्वाद नहीं होता है.
फूड प्रोडक्ट्स से घिरा रहने के दौरान हेल्दी कैसे रहें?
शेफ कुणाल कपूर कहते हैं, 'हेल्थ का मतलब सही खाना और वर्कआउट करना है- इससे अलग रहने से कुछ भी नहीं हो सकता है.'
पहली बात तो सही और समय पर खाना है. मैं कॉफी और चाय दोनों का बहुत बड़ा फैन हूं. इसलिए, जब मैं यात्रा करता हूं, तो मैं हमेशा अपने साथ ग्रीन कॉफी ले जाता हूं, मोरक्को की पुदीने वाली चाय भी हमेशा मेरे बैग में होती है. मैं कभी-कभी इसे छह कप तक पी जाता हूं. भले ही मैं किसी विशेष प्रोडक्ट को खा रहा हूं, फिर भी मैं समझदारी से निर्णय ले रहा हूं.शेफ कुणाल
शेफ को दाल चावल इतना पसंद क्यों है?
शेफ कुणाल यह स्वीकार करते हैं कि शेफ ‘धन्य लोग’ हैं और हमेशा ‘बहुत अच्छे भोजन’ से घिरे रहते हैं. लेकिन यह ठीक है कि इसी वजह से एकरसता (monotony) शुरू हो जाती है.
यह दिन खत्म होते-होते आपको बिल्कुल बुझा-बुझा सा कर देता है. ‘बहुत अच्छे भोजन’ घिरे रहने का यह एक दूसरा पहलू है. इस सब के बाद आप बिल्कुल सिंपल, बेसिक, सामान्य सा दिखने वाला भोजन चाहते हैं. मैं रात को अधिकतर पीली वाली दाल और चावल खाता हूं.कुणाल कपूर
डाइट, कुकिंग और इंटेलिजेंट चॉइस
बात जब खाना पकाने की आती है, तो यह सोर्स से शुरू होता है. कलिनरी एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि अगर आप कुछ फ्रेश खरीद रहे हैं, तो यह सबसे अच्छा काम करता है.
जब हम खाना पकाने के बारे में बात करते हैं, तो फ्रेश खरीदना और पकाना, एक निश्चित समय के बाद खाने को खाना या उसका फिर से उपयोग नहीं करना सभी महत्वपूर्ण विकल्प हैं. यह भारतीय परिवारों के बारे में पहले से ही सच है. भले ही एक या दूसरे खाने में से कुछ बचा रह सकता है, लेकिन हम दो-तीन दिन के लिए खाना पहले ही नहीं बना कर रख लेते हैं. ऐसा पश्चिमी देशों में होता है.शेफ कुणाल कपूर
साथ ही, अपने शरीर के प्रकार को समझना और फिर उसे सुपरफूड के साथ जोड़ना भी महत्वपूर्ण है. अगर बादाम आपको सूट करता हैं, तो आप उन्हें रोज खा सकते हैं.
आपको क्या खाना अच्छा लगता है उसे चुनें, पता करें कि उसे कैसे बनाया जाता है और उसके हेल्थ बेनिफिट क्या हैं.कुणाल कपूर
शेफ कुणाल सफोला की फिट्टीफाइ प्रोडक्ट्स की नई रेंज का भी उल्लेख करते हैं, जो अधिक खाने वालों और हेल्थ को संयोजित करने का प्रयास करते है. जब हर कोई पहले से ही हेक्टिक, ओवर एक्टिव लाइफस्टाइल में है, तो ऐसे में सुपरफूड को शामिल करना आसान नहीं है. कुणाल निष्कर्ष निकालते हैं कि फिट्टीफाइ स्वास्थ्यप्रद, आसानी से तैयार होने वाले फूड चॉइसेज को उपलब्ध कराने का प्रयास करता है, जो स्वाद से समझौता नहीं करते हैं.
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