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दिल्ली में इस साल अब तक सामने आए डेंगू के 13 मामले

डॉक्टरों ने लोगों को पहले से ही सावधानी बरतने की सलाह दी है.

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इस सोमवार 10 जून 2019 को जारी हुई नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक डेंगू के कम से कम 13 मामले सामने आए हैं, हालांकि वेक्टर जनित बीमारी के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच सामने आते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल डेंगू के, जून में दो, मई में तीन, अप्रैल में दो, मार्च में चार, फरवरी और जनवरी में एक-एक मामला रिपोर्ट हुआ है.

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इसके अलावा, इस साल 8 जून तक, मलेरिया के 13 मामले - जून में चार, मई में आठ और अप्रैल में एक - और चिकनगुनिया के पांच मामले- फरवरी में दो और मार्च, अप्रैल और मई में एक-एक मामले सामने आए हैं.

दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) ने पिछले साल डेंगू के 2,789 मामले दर्ज किए थे और चार लोगों की मौत हुई थी.

एडीज मच्छर के काटने से होने वाली इस बीमारी के मामले आम तौर पर जुलाई से नवंबर के बीच रिपोर्ट होते हैं, लेकिन यह अवधि बढ़कर दिसंबर मध्य तक भी हो सकती है.

डॉक्टरों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है और कहा है कि आसपास मच्छरों के लार्वा की ब्रीडिंग न होने दी जाए. पूरी आस्तीन के कपड़े पहनना और मच्छरदानी का इस्तेमाल करना भी जरूरी है. एक डॉक्टर ने कहा कि जब कूलर का इस्तेमाल न हो रहा हो, तो उसे सूखा रखना चाहिए क्योंकि डेंगू वायरस वाले मच्छर कूलर के पानी में ब्रीडिंग कर सकते हैं.

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नेशनल हेल्थ पोर्टल डेंगू की रोकथाम के लिए मच्छरों को पनपने न देने और मच्छरों से बचने की सलाह देता है.

  • कूलर और दूसरे छोटे बर्तनों (प्लास्टिक के बर्तनों, बाल्टियों, ऑटोमोबाइल टायरों, कूलर (वॉटर कूलर), पालतू पशुओं के पीने के पानी के बर्तनों और फूलदान) का पानी हफ्ते में कम से कम एक बार बदला जाना चाहिए.
  • पानी के जिन कंटेनरों को खाली नहीं किया जा सकता, उनमें उपयुक्त लार्वानाशी का इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
  • पानी से भरे बर्तनों को ढक कर रखना चाहिए.
  • मच्छरों के काटने से बचने के लिए दिन में एरोसोल का उपयोग किया जा सकता है.
  • बरसात के मौसम में जब डेंगू फैलने का ज्यादा खतरा रहता है, इस दौरान सभी लोग को हाथों और पैरों को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए.
  • दिन में सोने के दौरान मच्छर दानी या मच्छर भागने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है.
  • मच्छरों के काटने को रोकने के लिए खिड़की की स्क्रीन, कीटनाशकयुक्त मच्छर दानी, कॉइल्स (मच्छर भागने वाली अगरबत्ती) और कीटनाशकों का छिड़काव जैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपाय का उपयोग किया जा सकता है.
  • डेंगू के रोगी को मच्छर के काटने से बचाया जाना चाहिए. यह दूसरे लोगों में डेंगू फैलने से रोकेगा.

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