अगर आपको अंडा न खाने की सलाह दी जा रही है, खासकर गर्मियों में तो आप अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं. अंडे से बहुत कुछ ऐसा बनता है जो ‘गर्म’ होता है. इसलिए गर्मियों में इनसे बचना चाहिए. कुछ लोग चेहरे पर मुंहासों के लिए अंडे को दोष देते हैं. जबकि कुछ लोग पेट की समस्याओं के लिए इसे जिम्मेदार ठहराते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि वैज्ञानिक दृष्टि से इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
दिल्ली के मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट और प्रोग्राम डायरेक्टर डॉ अश्विनी सेतिया इसकी तस्वीर साफ करते हैं.
डॉ सेतिया बताते हैं कि आयुर्वेद में खाद्य पदार्थों की एक निश्चित तासीर या प्रभाव है. हालांकि, गर्मियों में अंडे से दूर रहने का मिथक एक मिथक ही है.
जब तक आप संतुलित आहार ले रहे हैं, गर्मियों में अंडे खाना बिल्कुल ठीक है.डॉ अश्विनी सेतिया
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ रुपाली दत्ता बताती हैं कि अंडों को गर्म तासीर का बताया जाता है, जिसका उसके तापमान से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि इसका संबंध इसमें मौजूद पोषक तत्वों से है.
ऐसे खाद्य पदार्थ जो बहुत पौष्टिक होते हैं, सामान्य रूप से उन्हें गर्म माना जाता है. ऐसे खाद्य पदार्थों को सर्दियों में अधिक खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि सर्दियों के मौसम में शरीर को अतिरिक्त पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है.डॉ रुपाली दत्ता
गर्मियों में अंडे ‘ना’ छोड़ें
न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन थोड़ा अलग दृष्टिकोण रखती है, लेकिन निष्कर्ष वही देती हैं.
कुछ खाद्य पदार्थ हैं जो स्वाभाविक रूप से ठंडे होते हैं और कुछ ऐसे हैं जो गर्मी देते हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप उन्हें अन्य मौसमों में बिल्कुल नहीं खा सकते हैं. अंडे गर्म हो सकते हैं, लेकिन ये ऐसे न्यूट्रिशन से भरे हैं जिन्हें गर्मियों के दौरान पूरी तरह से नहीं खाने का कोई मतलब नहीं है. गर्मियों में इस पर थोड़ा संयम रखा जा सकता है.कविता देवगन
डॉ दत्ता इसकी पुष्टि करती हैं और बताती हैं कि जब तक आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लडप्रेशर ठीक है, तब तक वास्तव में आपको अंडे खाने पर रोक लगाने की जरूरत नहीं है. हमेशा की तरह, संयम मुख्य बात है.
अगर आपका कोलेस्ट्रॉल ठीक है और ब्लड प्रेशर की कोई समस्या नहीं है, तो अंडे खाना बिल्कुल ठीक है. अंडे अपने आप में एक पूर्ण प्रोटीन हैं और इसलिए बहुत पौष्टिक हैं.डॉ रुपाली दत्ता
अंडे को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना
कविता देवगन का कहना है कि ज्यादातर लोग एक दिन में दो अंडे खा सकते हैं. हालांकि, जैसा कि सभी डाइट मोडिफिकेशन के बारे में सच है, यह देखना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक डाइट आपके लिए कैसे काम करती है.
डॉ दत्ता सावधानी शब्द का जिक्र करती हैं. वो कहती हैं कि अगर आपको लगता है कि आपका शरीर दो अंडों को हैंडल नहीं कर पा रहा है तो इसे एक दिन में एक अंडे तक सीमित कर सकते हैं. अगर आप पहले से ही अधिक मीट खा रहे हैं तो इसकी अधिक संभावना है.
हर अंडे में 186 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है. अगर आपकी डाइट के बाकी हिस्सों में बहुत अधिक मीट शामिल है, तो आप हर हफ्ते दो से तीन अंडे खा सकते हैं. आप अपनी डाइट को कंप्लीट करने के लिए इसमें साग और साबुत अनाज शामिल कर सकते हैं. अगर आप मुख्य रूप से शाकाहारी हैं और महीने में एक या दो बार ही मीट खाते हैं, तो हर दिन अंडे खाएं.डॉ रुपाली दत्ता
अंडे बनाने के तरीके पर ध्यान देना भी जरूरी है.
फ्राइ किए या फैट से भरपूर अंडे खाना ठीक नहीं है. इसकी बजाए केवल तले हुए या उबले हुए अंडे खाएं. ऑमलेट खाना भी एक अच्छा आइडिया है.कविता देवगन
अंडे, पाचन और मुंहासे
कभी-कभी युवा लड़कियों और लड़कों को सलाह दी जाती है कि वे मुंहासों के कारण अंडे से दूर रहें. लेकिन क्या इसमें कोई सच्चाई है?
यह एक बहुत ही व्यक्तिगत बात लगती है. विभिन्न खाद्य पदार्थों को लेकर अलग-अलग बॉडी की प्रतिक्रिया अलग-अलग होती है. हालांकि, जब अंडे की बात आती है, अगर आप उन्हें संयमित रूप से खाते हैं और इसके साथ बहुत पानी, फल और छाछ जैसी चीजों को लेते हैं, तो कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.डॉ रुपाली दत्ता
अंडे को पचाने की चिंता पर, वह कहती हैं:
यह सही है कि सर्दियों की तुलना में गर्मियों में पाचन धीमा होता है. यह सिर्फ अंडे ही नहीं, सभी खाद्य पदार्थों के लिए सच है. जब तक आपकी पसंद तर्कसंगत है, तब तक चिंता की कोई बात नहीं है.डॉ रुपाली दत्ता
अभी भी गर्मियों में अंडे खाने को लेकर चिंतित हैं? न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन प्रोटीन के कुछ विकल्प सुझाती हैं, जैसे फलिया और दालें जैसे मूंग दाल. इनके अलावा, आप डेयरी प्रोडक्ट और टोफू भी खा सकते हैं.
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