कोरोना वायरस लॉकडाउन के हटने के बाद कई एक्टिविटिज में शर्तों के साथ छूट मिली. लेकिन कई राज्यों में 31 जुलाई तक लॉकडाउन दोबारा लागू किया गया है. 31जुलाई के बाद नए गाइडलाइंस जारी किए जाएंगे. लेकिन क्या स्विमिंग पूल शुरू हो सकते हैं और अगर इसकी छूट मिली तो ये जानना जरूरी है कि स्विमिंग पूल कोरोना वायरस से कितने सुरक्षित हैं.
क्या पानी से कोरोना वायरस फैल सकता है?
ये वायरस पानी के रास्ते नहीं फैलता है. यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि COVID-19 का कारण बनने वाले वायरस पूल, हॉट टब, समुद्र या झीलों में पानी में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है.
क्या वायरस पानी में एक्टिव रह सकते हैं?
फोर्ब्स की एक एक्सपर्ट रिपोर्ट बताती है कि कोरोना वायरस की मौजूदगी पानी में हो सकती है हालांकि इनका कंसंट्रेशन इतना कम होता है कि ये किसी को संक्रमित नहीं कर सकते. साथ ही पूल के पानी में शामिल क्लोरीन और ब्रोमीन वायरस को निष्क्रिय कर देते हैं और पानी में इसका शिकार बनने का जोखिम कम हो जाता है.
स्विमिंग पूल के इस्तेमाल के दौरान किन सावधानियों का रखें ख्याल?
विशेषज्ञों का मानना है कि दिक्कत पानी नहीं, स्विमिंग पूल का इस्तेमाल करने वाले लोग हो सकते हैं. अगर संक्रमित व्यक्ति स्विमिंग पूल का इस्तेमाल करता है, तो संक्रमण फैलने के अन्य कारण हो सकते हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है. सोशल डिस्टेंसिंग यहां भी मायने रखती है. जाहिर है, स्विमिंग के दौरान मास्क नहीं पहन सकते. लेकिन बाहर निकलने पर मास्क लगाएं. आराम कुर्सी, तौलिया, बाथरूम और सीढ़ियों की रेलिंग को न छूएं. हाथों को सैनिटाइज करते रहें. आप चेंजिंग रूम या फिर किसी संक्रमित सतह जैसे दरवाजे के हैंडल के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हो सकते हैं.और अगर वहां कोई संक्रमित व्यक्ति आपके नजदीक छींकता या खांसता है तो आपके भी संक्रमित होने का खतरा बना रहेगा.
क्या स्विमिंग पूल या किसी वाटर वेन्यू के लिए अलग से गाइडलाइंस हैं?
अपने लोकल अथॉरिटी से इसकी जानकारी लें. इसके अलावा, स्विमिंग पूल या किसी वाटर वेन्यू पर भी आम गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है. इनमें भीड़ से बचाव, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना शामिल है. हालांकि, स्विमिंग पूल में 6 फीट की दूरी बनाए रखना आसान नहीं होता और ये बड़ी चुनौती है. प्राइवेट स्विमिंग पूल उतने ही सुरक्षित है जितना हमारा घर. पूल के अंदर या बाहर, बाकी नियमों का भी वैसे ही पालन करें जैसा दूसरी जगहों पर करते हैं.
बीच, झीलों और नदियों में नहाना सुरक्षित है?
प्राकृतिक झीलों, नदियों और समुद्र के पानी का ट्रीटमेंट नहीं होता, लेकिन पानी के इन प्राकृतिक स्त्रोत की गति और आकार इसे सुरक्षित बनाती हैं. पानी के स्त्रोत का आकार जितना बड़ा होगा, उतनी ही संभावना होती है कि अगर पानी वायरस से दूषित हुआ भी तो वो डाइल्यूट हो जाता है. इसके अलावा, लहरें और बहता पानी किसी भी वायरल कंटैमिनेशन को खत्म करता है.
जब COVID-19 के प्रसार को सीमित करने की बात आती है, तो समुद्र तट, झील या नदी पर बड़ी चिंता भीड़ की संभावना है. चाहे आप दोस्तों के साथ नदी में टयूबिंग कर रहे हों या गर्मी और धूप से बचने के लिए एक छतरी के नीचे हों, कई वाटर एक्टिविटिज के दौरान सामाजिक दूरी का अभ्यास करना कठिन है. लेकिन ये जरूरी है.
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