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मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को समाज में स्वीकारने की जरूरत: फराह

फराह के मुताबिक मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों के बारे में जागरुकता फैलाने से होगा फायदा.

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फिल्म मेकर और मशहूर कोरियोग्राफर फराह खान का कहना है कि मां-बाप बनने के बाद कुछ चीजों के प्रति लोगों का नजरिया अच्छे के लिए बदल जाता है.

फराह ने 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म दिवस पर जय वकील फाउंडेशन की 75वीं सालगिरह के कार्यक्रम के मौके पर पत्रकारों से बात की.

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फराह ने कहा:

जब मैं मां बनी थी, इससे मेरी आंखें खुल गईं क्योंकि तब तक हम सब अपनी दुनिया में व्यस्त थे और सिर्फ अपने बारे में सोचते थे. हम बहुत खुदगर्ज जिंदगी जीते हैं, लेकिन जब आपके बच्चे आ जाते हैं तो कुछ चीजों के लिए आपका नजरिया बदलने लगता है.

फराह खान ने 2008 तीन बच्चों को साथ जन्म दिया था, वो दो बेटियों और एक बेटे की मां हैं.

उन्होंने कहा, ‘आप यह सोचते हुए मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों के माता-पिता के साथ हमदर्दी रखना शुरू कर देते हैं कि उन्हें हर हाल में अपने बच्चों को पालना है और बदकिस्मती से हम इन बच्चों को आसानी से अपने समाज में शामिल नहीं करते हैं और मुझे लगता है कि इसे बदलने की जरूरत है.’

मुझे लगता है कि आप उनके बारे में जितनी ज्यादा जागरुकता फैलाएंगे, इन बच्चों को उतना ही फायदा होगा.
फराह खान

फराह खान ना केवल एक बेहतरीन कोरियोग्रााफर हैं बल्कि उन्होंने फिल्मों में अदाकारी और निर्देशन में भी किस्मत आजमाई है. खबरों के मुताबिक फराह खान जल्द ही एक एक्शन-कॉमेडी फिल्म का डायरेक्शन करेंगी, जिसे रोहित शेट्टी प्रोड्यूस करेंगे.

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