क्या आपको भी खाने के बाद सौंफ खाने की आदत है? सौंफ की चाय चखी है? ज्यादातर घरों में सौंफ का इस्तेमाल कभी खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए होता है, तो कभी मिश्री के साथ सौंफ खाया जाता है.
सौंफ को यूं ही नहीं खाया जाता है बल्कि ये कई दिक्कतों में आराम भी देता है. विशेषज्ञों के मुताबिक कम मात्रा में ही सही लेकिन सौंफ पाचन तंत्र को हेल्दी रखता है.
पेट के लिए फायदेमंद है सौंफ
इसीलिए हर रेस्टोरेंट में खाने के बाद आपके साथ सौंफ की प्लेट रख दी जाती है. न्यूट्रिशनिस्ट कविता देवगन के मुताबिक सौंफ पाचन में मदद करता है. इसके अलावा पेट में गैस की तकलीफ हो, पेट फूला लग रहा हो, तो सौंफ से राहत मिल सकती है.
सौंफ एक एक्टिव कार्मिनेटिव (वातहर) एजेंट है, ये आंतों से गैस रिलीज करने में मदद करता है. पेट दर्द, सीने में जलन, अपच और बेचैनी से राहत देता है. सौंफ एक बेहद असरदार एंटासिड भी है.कविता देवगन
नैचुरल डाइयूरेटिक है सौंफ
सौंफ नैचुरल डाइयूरेटिक की तरह भी काम करते हैं. कविता देवगन बताती हैं कि सौंफ के साथ उबाले गए पानी को ठंडा करके पीने से शरीर का अतिरिक्त फ्लूइड बाहर करने में मदद मिलती है.
ये डिटॉक्स, विषाक्त पदार्थों को बाहर करने और मेटाबॉलिज्म बूस्ट करता है. इन वजहों से हमारा वजन नियंत्रित रहता है.कविता देवगन
रेगुलर सौंफ का पानी पीने से ब्लड स्ट्रीम से अतिरिक्त यूरिक एसिड बाहर करने, पित्त को तोड़ने और लिवर में फैट का पाचन बढ़ाने में मदद मिलती है.
मिनरल्स से भरपूर सौंफ
सौंफ कॉपर, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, जिंक, मैंगनीज, आयरन, सेलेनियम और मैन्नीशियम जैसे मिनरल्स से भरपूर होता है.
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