दिग्गज अभिनेत्री किरण खेर को प्लाज्मा कोशिकाओं का एक कैंसर मल्टीपल मायलोमा हो गया है और उनका इलाज चल रहा है. अभिनेत्री के पति, अभिनेता अनुपम खेर और उनके बेटे, अभिनेता सिकंदर खेर ने गुरुवार 1 अप्रैल 2021 को सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने लिखा, "चूंकि अफवाहों से स्थिति बेहतर नहीं हो सकती है इसलिए सिकंदर और मैं इस बारे में सभी को सूचित करना चाहते हैं कि किरण को मल्टीपल मायलोमा, एक प्रकार का ब्लड कैंसर हुआ है. उनका अभी इलाज चल रहा है और हमें यकीन है कि वह पहले से अधिक मजबूत होकर बाहर निकलेंगी. हम बहुत खुश हैं कि उसकी देखभाल डॉक्टरों की एक बहुत अच्छी टीम कर रही है. वह हमेशा से एक फाइटर रही हैं और चीजों का डटकर सामना करती रही हैं. वह पूरे दिल से लोगों को प्यार करती हैं और इसीलिए उन्हें प्यार करने वाले लोग भी बहुत सारे हैं. लिहाजा आप अपना प्यार और दुआएं (अपने दिल) में उसे भेजते रहें. वह ठीक हो रही हैं. आप सभी के प्यार और सपोर्ट के लिए हमारी ओर से धन्यवाद - अनुपम और सिकंदर."
क्या है मल्टीपल मायलोमा?
मल्टीपल मायलोमा एक तरह का ब्लड कैंसर है. यह ल्यूकेमिया, लिम्फोमा के बाद तीसरा सबसे आम ब्लड कैंसर है.
WebMD के मुताबिक यह तब होता है, जब ब्लड में प्लाज्मा डिस्फंक्शन होता है और हड्डियों और ब्लड में बहुत अधिक प्रोटीन (जिसे इम्युनोग्लोबुलिन कहा जाता है) देता है, जो अस्थि मज्जा में जमा होना शुरू होता है, ये ब्लड में भी फैल सकता है.
मल्टीपल मायलोमा: इसका क्या कारण होता है?
अधिकांश कैंसर की तरह, मल्टीपल मायलोमा के लिए कोई स्पष्ट रूप से निर्धारित कारण नहीं है, हालांकि कुछ कारक जैसे कि पारिवारिक इतिहास और आनुवांशिकी, आयु (60 वर्ष से अधिक आयु के लोग अतिसंवेदनशील होते हैं), और लिंग (इसका जोखिम में पुरुषों में अधिक) इसका रिस्क बढ़ा सकते हैं.
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
कुछ संकेतों पर ध्यान देने की जरूरत है:
हड्डी का दर्द, विशेषकर रीढ़ या छाती में
मतली और भूख न लगना
कब्ज
मेंटल कन्फ्यूजन
बार-बार संक्रमण
तेजी से वजन कम होना
पैरों में कमजोरी या सुन्नता
अत्यधिक प्यास
अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देता है, तो आपको डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी जाती है.
मल्टीपल मायलोमा: क्या इसका इलाज है?
ऐसे उपचार हैं, जो इसे धीमा कर सकते हैं और इसके लक्षणों को नियंत्रित कर सकते हैं.
MayoClinic के अनुसार टारगेटेड थेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट बीमारी के लिए कुछ स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट विकल्प हैं.
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