एक्सपर्ट्स का कहना है कि गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 के कारण खून के थक्के जमने का जोखिम होता है. ये जोखिम उन महिलाओं को भी होता है जो एस्ट्रोजन वाले गर्भनिरोधक या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ले रही हों.
अमेरिका के टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स के मुताबिक कोविड-19 के कारण होने वाली जटिलताओं में ऐसे लोगों में खून के थक्के जमने(कोएगुलेशन) की परेशानी भी शामिल है जो संक्रमण की चपेट में आने से पहले स्वस्थ थे.
उन्होंने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में पाया जाने वाला हार्मोन एस्ट्रोजन खून के थक्के जमने के जोखिम को बढ़ाता है. ऐसे में अगर महिलाएं कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाती हैं तो ये आशंका और भी बढ़ जाती है.
रिसर्चर्स का मानना है कि खून के गाढ़ा होने या खून के थक्के जमने से कोरोना वायरस का संबंध और बेहतर ढंग से समझने के लिए और रिसर्च किए जाने की जरूरत है.
एंडोक्रिनोलॉजी नाम के जर्नल में छपी रिसर्च में एक्सपर्ट्स ने कहा कि ऐसे में महिलाओं को खून को पतला करने वाले इलाज- एंटी कोएगुलेशन थेरेपी लेनी पड़ सकती है या उन्हें अपनी एस्ट्रोजन वाली दवाएं बंद करनी पड़ सकती है.
रिसर्चर्स में से एक डेनियल स्प्राट ने कहा, ‘‘इस वैश्विक महामारी के दौर में, ये पता लगाने के लिए हमें और ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत है कि गर्भावस्था के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाली महिलाओं को खून पतला करने वाला इलाज देने की जरूरत है या नहीं. साथ ही गर्भनिरोधक या हार्मोन थेरेपी ले रही महिलाओं को इन्हें लेना बंद करना चाहिए या नहीं.’’
(-इनपुट IANS से)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)