श्रीलंका में डेंगू का प्रकोप महामारी के स्तर तक पहुंचा गया है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक यहां डेंगू के 90,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं.
गवर्नमेंट मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन (GMOA) ने सरकार से तुरंत जरूरी कदम उठाने की अपील की है.
श्रीलंका के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक डेंगू के कारण 120 लोगों की जान जा चुकी है और 10 से अधिक जिले बीमारी का तेजी से प्रसार होने से प्रभावित हैं.
GMOA के सचिव हरिता अलुथगे ने डेली मिरर को बताया कि जहां कोलंबो, गम्पहा और कैंडी 87,000 से अधिक सामने आए मामलों में 50 प्रतिशत के साथ सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं, वहीं पहली बार जाफना से डेंगू के प्रकोप का मामला सामने आया है.
सिर्फ जाफना में ही 7,000 डेंगू के मामले सामने आए हैं.
अलुथगे ने कहा कि पिछले साल, GMOA ने डेंगू के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एक प्रस्ताव रखा था, जिसे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अस्थायी रूप से लागू किया गया था. हालांकि, इसे कुछ महीनों बाद उपेक्षित कर दिया गया.
GMOA अब प्रस्तावों के पूर्ण कार्यान्वयन के लिए आह्वान करता है और उम्मीद करता है कि प्रेसिडेंशियल टास्क फोर्स सहित सभी हितधारकों के साथ इस पर चर्चा की जाएगी जिन्हें बीमारी के प्रसार से निपटने के लिए पूर्व सरकार द्वारा नियुक्त किया गया था.
नेशनल डेंगू कंट्रोल यूनिट निदेशक अरुणा जयशेखर ने डेली मिरर को बताया कि लगातार बारिश के कारण इस साल अधिक संख्या में लोग इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं.
उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते ज्यादा जोखिम वाले क्षेत्रों में एक नया राष्ट्रीय डेंगू कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.
एपिडेमियोलॉजी यूनिट के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कोलंबो से 17,900 से अधिक मामले सामने आए हैं, गम्पाहा से 13,700 से अधिक मामले और कैंडी से 7,600 से अधिक डेंगू के मामले सामने आए हैं.
(इनपुट: Ceylon Today, डेली मिरर, आईएएनएस)
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