दक्षिण कोरिया में स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वालों में 20 प्रतिशत से अधिक लोगों पर अपने डिवाइसों पर अधिक आश्रित रहने का खतरा है.
एक हालिया स्टडी में इसका खुलासा हुआ है. नेशनल इंफॉर्मेशन सोसायटी एजेंसी द्वारा किए गए एक सर्वे के हवाले से विज्ञान मंत्रालय और आईसीटी ने कहा कि देश के 23.3 फीसदी स्मार्टफोन यूजर में अपने डिवाइसों पर अधिक आश्रित रहने का खतरा मंडरा रहा है, जिसमें पिछले साल के मुकाबले 3.3 फीसदी की बढ़त हुई है.
इस सर्वे में दक्षिण कोरिया में 15,000 लोगों से उनके स्मार्टफोन यूजेस को लेकर सवाल पूछे गए. इसमें पता चला कि 19.3 फीसदी लोगों पर संभावित खतरा है, जबकि 4 फीसदी लोगों में इसका खतरा काफी ज्यादा है क्योंकि इनकी अपने डिवाइसों पर हद से ज्यादा डिपेंडेंसी है.
सर्वे में उन लोगों को अलग से दिखाया गया है, जिनका अपने स्मार्टफोन के इस्तेमाल को लेकर कोई कंट्रोल ही नहीं है.
इनकी जिंदगी और सेहत पर धीरे-धीरे इस खतरे के होने का जोखिम बढ़ता जाता है.
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरदाताओं में से 61 प्रतिशत ने कहा कि इंसान खुद चाहकर ही इस समस्या से मुक्ति पा सकता है, जबकि 21.8 फीसदी लोगों ने कंपनियों और 17.2 फीसदी लोगों ने सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.
घंटों स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते रहने पर आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि स्मार्ट फोन के बहुत ज्यादा इस्तेमाल से आपको सिरदर्द, आलस, सुस्ती, जी मिचलाना, चक्कर आना, नींद न आने जैसी कई परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है.
(इनपुट- आईएएनएस)
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