आमतौर पर खाए जाने वाले, इन भारतीय खाद्य पदार्थों को सुपरफूड कहना सही है
सही भोजन एक स्वस्थ आहार की नीव होती है. कुछ खाद्य पदार्थ पोषण और अच्छाई से भरे होते हैं और इस कारण से उन्हें सुपरफूड का दर्ज़ा दिया जाता है.
आज की जीवन शैली में, जो बीमारियों से भारी होती हैं, ऐसे में इन सुपरफूडों को पहचानना और अपने आहार में शामिल करना बहुत आवश्यक है.
आइए इन भारतीय सुपरफूडों के बारे में जानें, जो विदेशी सुपरफूडों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं, और इन्हें अपने आहार में शामिल करना शुरू कर दें.
हल्दी
भारत दुनिया की लगभग 100 प्रतिशत हल्दी का उत्पादन करता है, और कुल उत्पादित मात्रा का 90 प्रतिशत खपत करता है। पर जब से शोधकर्ताओं द्वारा इसके लाभों को सामने लाया गया है, तब से पश्चिमी देशों में भी इसकी खपत बढ़ रही है.
कारण: यह एक टॉनिक की तरह काम करता है और छाती के कफ़ और सरदर्द से राहत दिलाता है. यही कारण है कि प्राचीन काल से ही यह आयुर्वेदिक उपचारों का आधार रहा है और कई लोगों को सांस की दिक्कत से राहत दिलाई है.
यह दिल के लिए बहुत अच्छा है और कैंसर रोकने में भी मदद करता है.
सबसे महत्वपूर्ण: सुपरफ़ूड हल्दी में मौजूद करक्यूमिन डिप्रेशन को दूर रखने में भी मदद करता है.
सहजन
सहजन के पेड़ की पत्तियों से बना मोरिंगा सदियों से हमारे पारंपरिक आहार का हिस्सा रहा है.
क्यों: यह विटामिनस और मिनेरल्स का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. ये विटामिन ए, बी, (फोलिक एसिड, पाइरिडोक्सिन और राइबोफ्लेविन), सी, और ई, कैल्शियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, ज़िंक और प्रोटीन से भरपूर हैं. यह उन बहुत कम पौधों में से एक है, जो हमारे शरीर को सारे आठ आवश्यक अमीनो एसिड प्रदान करता है.
इसके अलावा, यह प्राकृतिक रूप से हमारे शरीर की ऊर्जा बढ़ाता है, और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है, जो सूजन घटाने मे मदद करते हैं और शरीर से फ्री रैडिकल्स हटाते हैं.
सबसे महत्वपूर्ण: अब इसे तनाव (स्ट्रेस) से लड़ने वाले सुपरफूड के रूप में पूरी दुनिया में स्वीकार किया गया है और पोषण की दुनिया इसे ले कर बहुत उत्साहित है.
कटहल
हालांकि यह दिखने में थोड़ा अजीब है. इस रेशेदार फल को अपने भोजन मे शामिल करना अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पोषण से भरा है.
क्यों: कटहल प्रोटीन और ढेर सारे फाइबर के साथ-साथ विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, मैग्नीशियम से भरपूर होता है। इसके अलावा, यह लिग्नांस, आइसोफ्लेवोन्स और सैपोनिन से भरा हुआ है, जिनमें एंटी-एजिंग गुण और कैंसर से लड़ने की क्षमता होती है.
सबसे महत्वपूर्ण: यह उन बहुत कम खाद्य पदार्थों मे से एक है, जो माइक्रो मिनरल कॉपर से भरपूर हैं, और थाइरॉइड ग्लैन्ड को स्वस्थ रखने में मदद करता है.
मखाना
यह एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जो इसमें मिलाए गए मसाले का स्वाद ले लेता है. यह भूख मिटाने का बहुत अच्छा और स्वस्थ तरीका है और अपने स्वास्थ्य लाभों के कारण पूरी दुनिया मे लोकप्रियता हासिल कर रहा है.
क्यों: ये ग्लूटेन मुक्त है, प्रोटीन और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है और इसमें कम जीआई (ग्लाइसेमिक इंडेक्स) वाले खाद्य पदार्थ हैं. इसका मतलब है कि वे शरीर में धीरे-धीरे पचते हैं और बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं, जो सूजन को रोकने में मदद करते हैं और जिनमें एंटी-एजिंग होते हैं.
सबसे महत्वपूर्ण: आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सक इसे कामोद्दीपक (ऐफ्रोडीज़ीऐक) मानते हैं और यह प्रजनन स्वास्थ्य अच्छा रखने में मदद करता है.
नारियल का तेल
कुछ ही समय पहले तक पोषण के पंडितों द्वारा नारियल के तेल को सबसे खराब प्रकार का तेल माना जाता था क्योंकि इसमें अधिक मात्र में सेचुरेटेड फैट होते हैं. लेकिन आज, यह पूरी दुनिया द्वारा, यहाँ तक की हॉलीवुड की बड़ी हस्तियों द्वारा भी, सुपरफूड के रूप में जाना जाने लगा है. यह स्वास्थ्य और सुंदरता दोनों के लिए चमत्कारी साबित हुआ है.
क्यों: इसमें जिस तरह का फैट होता है - मीडियम चेन सैचुरेटेड ट्राइग्लिसराइड्स (एमसीटी) सीधे लीवर में जाता है, जहां वे तेजी से मेटाबोलाइज होते हैं और इस तरह उनके फैट के रूप में जमा होने की संभावना कम होती है. रिसर्च यह बताता है कि एमसीटी वास्तव में हमारे भूख और कैलोरी सेवन को कम कर के वजन घटाने में हमारी मदद करते हैं.
सबसे महत्वपूर्ण: लॉरिक एसिड, एक प्रकार का एमसीटी है, जो नारियल के तेल में पाया जाता है. (नारियल तेल में 16 प्रतिशत लॉरिक एसिड होता है) खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाने में मदद करता है.
(कविता देवगन दिल्ली में स्थित एक न्यूट्रिशनिस्ट, वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और हेल्थ राइटर हैं. उन्होंने The Don't Diet Plan: A no-nonsense guide to weight loss, Fix it with Food, Ultimate Grandmother Hacks, और Don’t Diet! 50 Habits of Thin People लिखीं हैं)
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