ADVERTISEMENTREMOVE AD

गर्मी के मौसम में करें ये 5 हेल्दी बेवरेज अपनी डाइट में शामिल

Published
fit-food
4 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

गर्मी का समय है ऐसे में हाइड्रेशन का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. भले ही लॉकडाउन की वजह से आप हमेशा की तरह बाहर नहीं निकल रहे हैं लेकिन क्यों न अपने पोषण का ख्याल रखने के लिए सेहत दुरुस्त रखने वाली बेवरेज, ड्रिंक्स को अपनी लिस्ट में शामिल करें.

2 वजहों से ये एक स्मार्ट आइडिया है: पहला कि आप पोषक तत्वों की एक तय खुराक ले सकेंगे, और दूसरा इससे आपकी सेहत को फायदा पहुंचेगा.

यहां हम आपको बता रहे हैं 5 बेवरेज के बारे में और हमें उन्हें अपने डाइट में कैसे और क्यों शामिल करना चाहिए, ये जानिए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

1. दिमाग की बत्ती जलाए हल्दी की चाय!

हल्दी की चाय स्वास्थ्य लाभ से भरपूर है. कर्क्यूमिन, हल्दी का एक कंपोनेंट है जो कि प्रोटेक्टिव एजेंट है. ये नए न्यूरॉन्स की ग्रोथ को बढ़ाता है और मेमोरी पावर भी बढ़ाता है. हल्दी की चाय बनाने के लिए, आप पानी उबालें इसमें पीसी हुई हल्दी डालकर कुछ मिनट के लिए उबालें. इसे छानें, इसमें आप एक चुटकी काली मिर्च और कुछ शहद या मैपल सिरप मिला सकते हैं.

कर्क्यूमिन कैंसर के खतरे को भी काटता है. ये कैंसर सेल्स को खत्म करने में असरदार है और यहां तक कि कैंसर के पहले स्टेज को भी रोकने में मदद कर सकता है.
हल्दी का सेवन नए न्यूरॉन्स की ग्रोथ को बढ़ाता है और मेमोरी पावर भी बढ़ाता है.
(फोटो: Flickr)

2. इम्युनिटी बढ़ाने वाला मिसो सूप

फर्मेंटेड सोयाबीन से बना मिसो एक कंप्लीट प्रोटीन है (इसका मतलब है कि इसमें सभी 9 जरूरी अमीनो एसिड होते हैं जो हमारे शरीर को डाइट से चाहिए). इसमें हमारी आंतों को स्वस्थ रखने वाले ‘अच्छे’ बैक्टीरिया होते हैं और जब हमारा अंदरूनी इकोसिस्टम ऐसे फ्रेंडली माइक्रोफ्लोरा से भरा होता है, तो हमारी इम्युनिटी पावर मजबूत होती है.

लिनोलेइक एसिड और सैपोनिन, दोनों मिसो में पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए जाने जाते हैं.
मिसो में आंतों को स्वस्थ रखने वाले ‘अच्छे’ बैक्टीरिया होते हैं
(फोटो: iStockphoto)

3. चुकंदर का जूस हैप्पी फूड

चुकंदर में बहुत गुण होते हैं. हल्की मीठी, मिट्टी के स्वाद वाली इस सब्जी में फैट नहीं होता और कैलोरी में कम होने के अलावा (200 ग्राम सिर्फ 85 कैलोरी देती है), मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन भी होता है. हर दिन चुकंदर के रस का एक गिलास आपके ब्लड प्रेशर को जरूरत के हिसाब से लो रखने का काम करता है. इसमें नाइट्रेट होता है जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है और आपके खून की नलियों को फैलाने और आराम देने में मदद करता है.

साथ ही इसमें एंटीऑक्सिडेंट 'बीटेन’ भी होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल रखता है. इसलिए हर रोज इसका एक गिलास जूस पीना आपके लिए 'आपके दिल का ख्याल रखना' है.

चुकंदर एक हैप्पी फूड है. ‘बीटेन’ (ये डिप्रेशन की दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है), और साथ ही ट्रिप्टोफैन हमें रिलैक्स और खुश महसूस करने में मदद करते हैं.

4. कांजी करे आंतों और आंखों की सुरक्षा

काली गाजर से बना कांजी आंतों में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के संतुलन को बनाने में मदद करता है. ये आंतों में अच्छे बग्स को बढ़ाने में मदद करता है. अच्छे बग हमारे खाने को पचाने में मदद करते हैं, विटामिन B और विटामिन K जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों को एबजर्ब करते हैं और हमारे पाचन एंजाइम्स को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करते हैं.

कांजी में पाया जाने वाला एंथोसायनिन कैंसर से बचाव करता है और इसमें आंखों के स्वास्थ्य की रक्षा करने वाले गुण भी होते हैं.

काली गाजर की कांजी बनने में 2-3 दिन का समय लगता हैं
(फोटो: iStockphoto)

कांजी बनाने का तरीका-

काली गाजर को पहले आप अच्छे से धो लीजिए. इसके छिलके उतारें और उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर एक बाउल में डालें. ध्यान रखें कि गाजर अच्छे से पहले से ही धो लें छिलकर काटने के बाद इसे ना धोएं. अब एक बड़े बर्तन में पानी उबालें और उसमें कटी हुई काली गाजर डाल दें. इसे पानी में तब तक उबालें जब तक गाजर नरम ना हो जाए. अब इसे गैस से उतार लें और थोड़ी देर ऐसे ही ठंडा होने के लिए रख दें. जब पानी ठंडा हो जाए तब आप इसमें नमक और सरसों के बीच का पाउडर डालें और फिर इसे आप धूप में रख दें. काली गाजर की कांजी बनने में 2-3 दिन का समय लगता हैं. इसे स्टोर कर फ्रिज में रखकर 5-6 दिनों तक पिया जा सकता है.  

5. पालक का जूस

पालक सबसे ज्यादा पोषक खाद्य पदार्थों में से एक है. ये हमारी हड्डियों को मजबूत रखता है. ये हड्डी के लिए जरूरी विटामिन K (केल के बाद) का सबसे भरपूर स्रोत है. विटामिन के के अलावा, पालक में कैल्शियम और मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा भी होती है - जो हड्डी की मजबूती के लिए सहायक पोषक तत्व हैं.

पालक के हैं कई फायदे
(फोटो: iStockphoto)
पालक में प्लांट बेस्ड स्टेरॉयड होते हैं जिन्हें फाइटोकेडीस्टेरॉइड्स कहा जाता है, जो ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर रखने में मदद करने के लिए शरीर में ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है.
0

(दिल्ली की कविता देवगन एक न्यूट्रिशनिस्ट, वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और हेल्थ राइटर हैं. इन्होंने दो बुक ‘Don't Diet! 50 Habits of Thin People (Jaico)’ और ‘Ultimate Grandmother Hacks: 50 Kickass Traditional Habits for a Fitter You (Rupa) लिखी है.)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×