ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रेग्नेंसी में योग करती हैं करीना;किन बातों का रखना होता है ख्याल

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

करीना कपूर खान अपनी दूसरी संतान को जन्म देने वाली हैं, उन्होंने गर्भावस्था के दौरान अपनी फिटनेस रूटीन को बनाए रखा है. इंस्टाग्राम पर उन्होंने अपने बेबी बंप के साथ योगासन करती तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, “थोड़ा योग, थोड़ी शांति”.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रसव से पहले योग का अभ्यास

मेयो क्लीनिक के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान जब योग की प्रैक्टिस सुरक्षित और सही देखरेख में की जाती है, तो इससे फायदा मिलता है. इससे नींद में सुधार होता है, स्ट्रेस और एंग्जाइटी घटती है, स्ट्रेंथ बढ़ती है, बच्चे के जन्म के लिए आवश्यक मांसपेशियों की शक्ति, लचीलापन बढ़ता है. योग पीठ के निचले हिस्से में दर्द, मतली, सिरदर्द और सांस की तकलीफ को कम करने के लिए फायदेमंद हो सकता है.

गर्भवती महिला के लिए कुछ कठोर और अपेक्षाकृत कठिन पोज़ की सिफारिश नहीं की जा सकती है. महिला के स्वास्थ्य और क्षमता के आधार पर ऐसे पोज़ को या तो संशोधित या टाला जा सकता है. प्रशिक्षक के साथ परामर्श करना और उसके अनुसार यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

जैसा कि फिट ने पहले के एक लेख में बताया था, गर्भावस्था के दौरान योग करते समय कुछ सामान्य बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
  • प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने पीठ के बल फ्लैट लेटने से बचें

  • मोजे न पहनें; ढीले कपड़े पहनें

  • प्रॉप्स का इस्तेमाल- दूसरी तिमाही के बाद प्रेग्नेंट महिला के शरीर का गुरुत्वाकर्षण केंद्र बदलना शुरू हो जाता है, जो प्रसव के समय तक जारी रहता है. महिला को इसी के अनुसार कसरत को समायोजित करने की जरूरत होती है. प्रॉप्स का उपयोग गर्भ योग को आसान और असरदार बनाता है. हालांकि, प्रॉप्स का गलत इस्तेमाल घातक हो सकता है. इन बातों का ध्यान रखें: 1. जब आप खड़ी हों तो खुद को बैलेंस करने के लिए दीवार का सहारा लें. 2. बालासन के दौरान बेबी बंप के नीचे नर्म तकिए का इस्तेमाल करें. 3. स्ट्रेचिंग करते समय इलास्टिक बैंड या दुपट्टे का इस्तेमाल करें.

  • ट्विस्ट करते समय सावधानी बरतें- स्पाइनल ट्विस्टिंग करते समय, ध्यान रखें कि कमर को थोड़ा ही पीछे की ओर धकेला जाए. बहुत ज्यादा पीछे घूमने से बचें.

  • अपने शरीर की सुनें- जब रुकने का मन करे, तो उस सीमा से आगे न जाएं.

  • प्रयोग करने से बचें

  • पेट पर दबाव डालने से बचें

  • रिलैक्स करने वाले आसन करें

  • जंपिंग से बचें

ADVERTISEMENTREMOVE AD

योग आसन करने से बचें अगर...

  • तेज बुखार (100 डिग्री फॉरेनहाइट से ऊपर) है.

  • वजाइना से ब्लीडिंग हो रही है.

  • उल्टी (एक घंटे में कई बार).

  • काफी ज्यादा कमजोरी है, तेज चक्कर या बेहोशी आ रही है.

  • 10 मिनट के अंतराल में गर्भाशय का संकुचन.

  • हाई ब्लड प्रेशर

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कुछ और बातें:

  • आप किस हद तक झुक सकती हैं, ये गर्भावस्था के चरण पर निर्भर करता है. नीचे की ओर पूरा झुकने और पीछे की ओर पूरा झुकने से बचें.

  • आगे झुकते समय, पक्का करें कि आपकी ठुड्डी ऊपर की तरफ हो. इससे पीठ पर दबाव कम होगा.

  • पैरों की एड़ी को उठाने से बचें (तीसरी तिमाही के दौरान).

  • लेटे होने या बैठे होने की अवस्था में, पैर की उंगलियों को सीधा करने से बचें क्योंकि इससे पैर में ऐंठन हो सकती है.

ये गर्भवती महिलाओं के लिए सामान्य सिफारिशें हैं, आप क्या कर सकती हैं और क्या नहीं, यह आपकी सेहत और क्षमताओं पर निर्भर करेगा. अपने अभ्यास की योजना बनाने के लिए अपने डॉक्टर और इंस्ट्रक्टर से कंसल्ट करना सबसे अच्छा है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×