ग्लोबल वॉर्मिंग के घातक परिणामों के प्रति हमें लगातार चेताया जा रहा है, पृथ्वी के तापमान में लगातार वृद्धि चिंतित करने वाली है.
अब एक स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि ग्लोबल वॉर्मिंग का असर उन पर भी पड़ रहा है, जो अभी इस दुनिया में आए ही नहीं है.
वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण बच्चे समय से पहले पैदा (प्रीमैच्योर बेबी) हो रहे हैं. उनके मुताबिक बच्चों का जन्म करीब दो हफ्ते पहले हो जा रहा है, जो चिंताजनक है.
रिसर्चर्स ने पाया कि अमेरिका में साल 1969-1988 के बीच हर साल गर्मी के मौसम में औसतन 25 हजार नवजात दो हफ्ते पहले पैदा हुए. नेचर क्लाइमेट चेंज नाम के जर्नल में पब्लिश हुई इस स्टडी में रिसर्चर्स ने कहा है कि समय से पहले प्रसव होने को गंभीरता से लिया जाना चाहिए.
रिसर्चर्स को लगता है कि तापमान में इजाफा गर्भवती महिलाओं के हार्मोन को प्रभावित कर रहा है, जिससे गर्भ में पल रहे शिशु का जन्म समय से पहले हो रहा है.
प्रीमैच्योर बर्थ शिशुओं में कई गंभीर स्वास्थ्य दिक्कतों की वजह बन सकता है, जैसे- कम वजन, ठीक से शारीरिक और मानसिक विकास ना हो पाना. ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में शिशु मृत्युदर बढ़ने की भी आशंका होती है.
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