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हेयर डाई और केमिकल स्ट्रेटनर से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा: स्टडी

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एक स्टडी में पाया गया है कि पर्मानेंट हेयर डाई और केमिकल हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम उन महिलाओं के मुकाबले ज्यादा होता है, जो इन हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल नहीं करती हैं.

ये स्टडी 'इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर' में पब्लिश की गई है, जिसमें बताया गया है कि केमिकल हेयर प्रोडक्ट्स का ज्यादा इस्तेमाल स्तन कैंसर का रिस्क बढ़ाता है.
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इस स्टडी के लेखक अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एन्वायरमेंटल हेल्थ साइंसेज (NIEHS) के एलेक्जेंड्रा व्हाइट ने बताया, "स्टडी में हमने हेयर डाई लगाने से ब्रेस्ट कैंसर होने का ज्यादा रिस्क देखा और इसका नुकसान केमिकल हेयर प्रोडक्ट्स को जल्दी-जल्दी प्रयोग करने वाली अफ्रीकी अमेरिकी महिलाओं में ज्यादा पाया गया."

46 हजार 709 महिलाओं के डेटा का इस्तेमाल कर पाया गया कि स्टडी में शामिल होने के एक साल पहले पर्मानेंट हेयर डाई का रेगुलर यूज करने वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का रिस्क हेयर डाई नहीं यूज करने वाली महिलाओं के मुकाबले 9 प्रतिशत ज्यादा था.

हर 5 से 8 हफ्ते में पर्मानेंट डाई का प्रयोग करने वाली अफ्रीकी अमेरिकी महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम 60 प्रतिशत ज्यादा देखा गया, जबकि सफेद स्किन टोन की महिलाओं में इसका रिस्क 8 प्रतिशत ज्यादा देखा गया.

शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं कम से कम हर 5 से 8 हफ्ते में हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल करती हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका लगभग 30 प्रतिशत अधिक थी.

ये पूछे जाने पर क्या हेयर डाई और केमिकल हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए, स्टडी के एक लेखक डेल सैंडलर ने कहा, "हम ऐसी कई चीजों के संपर्क में आते हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर की संभावित कारक हो सकती हैं और कोई एक कारक महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने के रिस्क की व्याख्या नहीं कर सकता."

(इनपुट: IANS)

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