कोविड-19 महामारी के कारणों का अध्ययन करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम गुरुवार, 14 जनवरी को वुहान पहुंची है.
चीन ने इस 13 सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय टीम के दो सदस्यों को महामारी के केंद्र (एपिसेंटर) वुहान की यात्रा करने पर रोक लगा दी है.
बताया जा रहा है कि सिंगापुर में कोरोना वायरस एंटीबॉडी टेस्ट पॉजिटिव के बाद दो सदस्यों पर यात्रा की रोक लगाई गई है.
इससे पहले WHO ने ट्वीट किया था कि 13 वैज्ञानिकों की अंतरराष्ट्रीय टीम कोविड-19 के कारणों का पता लगाने के लिए वुहान पहुंची है, जहां से वायरस की उत्पत्ति हुई थी.
विशेषज्ञों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए दो हफ्ते के क्वांरटीन प्रोटोकॉल के दौरान तुरंत बाद अपना काम शुरू करना था.
बाद में WHO ने एक अलग ट्वीट में कहा कि IgM एंटीबॉडी के लिए पॉजिटिव टेस्ट किए जाने के बाद उस टीम के दो सदस्य सिंगापुर में ही हैं.
IgM एंटीबॉडी कोरोना वायरस संक्रमण के शुरुआती संभावित संकेतों में से हैं, हालांकि इस तरह के टेस्ट में फॉल्स पॉजिटिव भी संभव है.
WHO के मुताबिक दोनों वैज्ञानिक अभी भी कोविड-19 टेस्ट पूरा करने के लिए सिंगापुर में ही हैं.
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि देश महामारी की रोकथाम के नियमों और आवश्यकताओं का कड़ाई से पालन करेगा और WHO विशेषज्ञों के लिए समान समर्थन और सुविधाएं प्रदान करेगा, जो वायरस के मूल स्थान का पता लगाने के लिए चीन पहुंचे हैं.
शुरुआती आनाकानी के बाद और दुनिया भर के दबाव के आगे झुकते हुए चीन ने WHO की टीम को अपने यहां आने की मंजूरी दी है.
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