दावा
चीन में शुरू हुए नोवेल कोरोनावायरस के प्रकोप और भारत में 10 मार्च को होने वाले होली के त्योहार को लेकर कई तरह के पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं. इन पोस्ट में ये दावा किया जा रहा है कि हमारे देश में रंग, गुलाल, पिचकारियों समेत होली पर इस्तेमाल की जाने वाली बहुत सी चीजें चीन से आती हैं, जहां कोरोनावायरस फैला हुआ है. पोस्ट में अपील की गई है कि होली पर चीन से आने वाली चीजों का बहिष्कार कर देना चाहिए.
इसके अलावा एक कार्ड भी सोशल मीडिया पर नजर आ रहा है, जिसमें भारत सरकार और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन का नाम लेते हुए चीन से आने वाले सामान का इस्तेमाल न करने की बात कही गई है.
सही या गलत?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन और भारत सरकार की ओर से चीनी सामान इस्तेमाल न करने की कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की ओर से ये पहले ही साफ किया जा चुका है कि चीन से आए किसी सामान को लेने में कोई खतरा नहीं हैं क्योंकि नोवेल कोरोनावायरस किसी चीज की सतह पर इतने ज्यादा देर तक नहीं रह सकता है.
हालांकि कोरोनावायरस किसी सतह पर कितनी देर तक रह सकते हैं, इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है.
अब तक की जानकारी के मुताबिक नोवेल कोरोनावायरस चीन के हुबेई प्रांत में एक सीफूड मार्केट से शुरू हुआ, जिन लोगों ने वहां की यात्रा की उनमें से भी कई लोग इससे संक्रमित हुए और फिर कोरोनावायरस डिजीज के इंसानों-से-इंसानों में संचरण के मामले सामने आने लगे.
अब तक दुनिया भर में जितने मामले सामने आए हैं, उसको देखते हुए एक्सपर्ट्स यही बता रहे हैं कि इस वायरस से संक्रमण का खतरा संक्रमित शख्स के संपर्क में आने से हो सकता है.
अमेरिकी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक ऐसा हो सकता है कि किसी सतह या चीज जिस पर ये वायरस हो, उसे छूने के बाद उसी दौरान मुंह, नाक या आंखों को छूने से संक्रमण हो जाए, लेकिन इसे वायरस फैलने का तरीका नहीं माना जा सकता.
इसलिए सफाई का ख्याल रखने के साथ सर्दी-खांसी-बुखार-सांस की तकलीफ वाले लोगों के नजदीक जाने से बचने की सलाह दी जा रही है.
अब तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जिसमें किसी को चीन में तैयार किए गए सामान के इस्तेमाल से संक्रमण हुआ हो.
इसके अलावा ये भी जान लीजिए कि चीन में कोरोनावायरस फैलने की वजह से चीजों का आयात-निर्यात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
होली पर कोरोनावायरस को लेकर एहतियात
COVID-19 के मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने इस बार होली मिलन कार्यक्रम में शामिल न होने की बात कही है.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "दुनियाभर के विशेषज्ञों ने COVID-19 नोवेल कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए सामूहिक समारोहों को कम करने की सलाह दी है. इसलिए, इस साल मैंने किसी भी होली मिलन कार्यक्रम में भाग नहीं लेने का फैसला किया है."
गृह मंत्री ने ट्वीट किया, "होली हम भारतीयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण त्योहार है, लेकिन कोरोनावायरस के मद्देनजर, मैंने इस साल किसी भी होली मिलन समारोह में भाग नहीं लेने का फैसला किया है. मैं सभी से सार्वजनिक समारोहों से बचने और अच्छी देखभाल करने की अपील करता हूं. अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें."
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