वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने कोरोनावायरस डिजीज-2019 (COVID-19) को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया है.
WHO के डायरेक्टर-जनरल डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में चीन के बाहर COVID-19 के मामले 13 गुना बढ़ गए हैं और इससे प्रभावित देशों की संख्या भी तिगुनी हो गई है.
दुनिया के 114 देशों में इसके 1,18,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 4,291 लोगों की जान जा चुकी है. हजारों लोग अस्पतालों में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं.
आने वाले दिनों में COVID-19 के मामलों की तादाद, मौत और प्रभावित देशों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है.डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस, डायरेक्टर-जनरल, WHO
WHO की ओर से कोविड-19 को महामारी घोषित करते वक्त कहा गया कि 'महामारी' शब्द को हल्के या लापरवाही से इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.
COVID-19: कोरोनावायरस के कारण पहली महामारी
डॉ टेड्रोस ने बताया कि इससे पहले किसी कोरोनावायरस से होने वाली महामारी नहीं देखी गई है.
COVID-19 कोरोनावायरस से होने वाली पहली महामारी है और हमने पहले कभी ऐसी महामारी नहीं देखी, जिसे साथ में कंट्रोल भी किया जा सकता है.डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस, डायरेक्टर-जनरल, WHO
डॉ टेड्रोस के मुताबिक इसके पहले केस की सूचना मिलने के साथ ही WHO पूर्ण प्रतिक्रिया मोड में रहा है और देशों से हर दिन तत्काल और आक्रामक कार्रवाई करने का आह्वान किया गया है.
114 देशों में वैश्विक स्तर पर दर्ज किए गए 118,000 मामलों में से 90 प्रतिशत से अधिक मामले सिर्फ चार देशों में हैं, और उनमें से दो - चीन और दक्षिण कोरिया हैं, जहां इस महामारी में कमी लाई गई है.
81 देशों में COVID-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया है और और 57 देशों ने 10 या उससे कम मामले रिपोर्ट किए हैं.
COVID-19 की रोकथाम के लिए क्या कर सकते हैं देश?
WHO के मुताबिक अगर देशों में COVID-19 का पता लगाने, टेस्ट करने, इलाज करने, मरीजों को अलग करने, ट्रेस करने जैसे कदम उठाए जाते हैं, तो इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है.
यहां तक कि जिन देशों में इसके ज्यादा मामले सामने आए हैं, वो भी इस पर नियंत्रण पा सकते हैं क्योंकि कुछ देशों ने ये साबित किया है कि इस वायरस को दबाया और नियंत्रित किया जा सकता है.
WHO की देशों से अपील
- सबसे पहले तैयार रहें
- अपने अस्पतालों को तैयार करें
- इसके मामलों का पता लगाएं, संक्रमित लोगों को अलग करें, हर मामले का इलाज करें और संक्रमित लोगों के हर संपर्क का पता लगाएं
- अपने स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षित रखें और प्रशिक्षित करें
चुनौती: क्षमता, संसाधन और संकल्प की कमी
WHO के मुताबिक कुछ देश क्षमता की कमी से जूझ रहे हैं. कुछ देश संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं और कुछ देश संकल्प की कमी से जूझ रहे हैं.
WHO की ओर से कहा गया है,
यह सिर्फ एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट नहीं है, यह एक ऐसा संकट है जो हर क्षेत्र को छूएगा - इसलिए हर क्षेत्र और हर व्यक्ति को लड़ाई में शामिल होना चाहिए.
सभी देशों को संक्रमण को रोकने, जीवन को बचाने और प्रभाव को कम करने के लिए एक व्यापक रणनीति और उस पर काम करने की जरूरत है.
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