हर सुबह नींद से जगने के बाद और हर रात सोने जाने तक, आपका पूरा दिन अपने चुने गए विकल्पों के साथ गुजरता है.
जैसे, जब आपको भूख लगती है तो क्या आप फलों का नाश्ता करते हैं या चिप्स के पैकेट के लिए पहुंचते हैं?
जब आप तनाव में होते हैं, तो क्या आप धूम्रपान (स्मोकिंग) करते हैं?
पानी या बियर?
व्यायाम यानी एक्सरसाइज करते हैं या नहीं?
जब आप इन विकल्पों को चुनते हुए अपना पूरा दिन बिताते हैं, तो कितनी बार अपने दिल की फिटनेस पर विचार करते हैं?
जानना चाहते हैं कि ऊपर बताई गई लाइफस्टाइल चॉइसेज आपके दिल के साथ क्या करती हैं? नीचे दिए गए इंटरेक्टिव में आइकन पर क्लिक करके देखें कि ये चीजें आपके दिल को कैसे प्रभावित करती हैं.
इससे पहले फिट से बातचीत में फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में कार्डियक साइंसेज के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. विशाल रस्तोगी ने बताया था, "अब, हम अक्सर कम उम्र के लोगों में दिल का दौरा देख रहे हैं. वास्तव में, यहां तक कि उनके शुरुआती 20 या 30 के दशक में भी."
इंडियन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, भारतीय पुरुषों में लगभग 50 प्रतिशत दिल के दौरे 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों में होते हैं.
युवा लोगों में हार्ट की कंडिशन पर लंबे समय तक ध्यान नहीं जाता और नतीजतन स्थिति गंभीर होती जाती है.
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि भले ही दिल से जुड़ी बीमारियों के मामले में जेनेटिक्स का हिस्सा अहम होता है, लेकिन हमारी लाइफस्टाइल चॉइसेज इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण होती है.
हेल्दी खाना, सोडियम, चीनी और वसायुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना, सक्रिय रहना, तनाव से बचना और नियमित जांच करवाना, इन उपायों से दिल का ख्याल रखने में काफी मदद मिलती है.
(इंटरएक्टिव डिजाइन: अमन वर्मा
इंटरएक्टिव डेवलपमेंट: अचिंत्य डे)
(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी तरह के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा है, सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए और कोई भी उपाय करने से पहले फिट आपको डॉक्टर या विशेषज्ञ से संपर्क करने की सलाह देता है.)
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