मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) से जुड़े मुद्दों को लेकर अभी भी समाज में लांछन जैसी सोच का खात्म नहीं हुआ है, लेकिन लोग धीरे-धीरे अपने संघर्षों के बारे में बात कर रहे हैं और मदद मांग रहे हैं. हालांकि जरूरी नहीं है कि अपने मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कोई कदम उठाने से पहले इसके खराब होने का इंतजार किया जाए.
इसलिए यहां कुछ ऐसे टिप्स दिए जा रहे हैं, जो हर किसी की बेहतर मेंटल हेल्थ के लिए मददगार हो सकते हैं.
1. डायरी लिखना शुरू करें
जर्नलिंग आपके दिन के बारे में लिखने की एक आसान एक्टिविटी है, जिन चीजों के लिए आप आभारी हैं या उन छोटे लक्ष्यों के बारे में जिन्हें आप पूरा करना चाहते हैं. डायरी लिखने की आदत चीजों को नियंत्रित करने में मदद करती है.
जर्नलिंग तनाव, चिंता को मैनेज करने और ट्रिगर्स पर ध्यान देने और उन्हें संभालने के तरीके सीखने में मददगार हो सकती है. यह आशंकाओं और समस्याओं को लिखने के लिए सुरक्षित जगह है. यह दुनिया को अधिक स्पष्टता के साथ देखने में मदद करता है और आपको खुद की बेहतर समझ देता है.
2. ध्यान
ध्यान के कई लाभ हैं, जिन्हें विज्ञान भी मानता है. यह एकाग्रता, ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है और व्यक्ति के आत्म सम्मान और आत्म जागरुकता को भी बढ़ा सकता है.
पैसिफिक ब्रेन हेल्थ सेंटर की ओर से समीक्षा किए गए अध्ययन के अनुसार, ध्यान तनाव, चिंता और अवसाद को मैनेज करने में मदद करता है. यह नशे की लत से लड़ने में भी मदद करता है.
ध्यान शुरू करने के लिए कई ऐप और तरीके हैं और स्पष्ट प्रभावों के साथ लंबे समय तक ध्यान लगाने के काबिल होने में समय लगता है.
3. नशा ना करें
नशीली चीजों और शराब के नियमित इस्तेमाल से चिंता, भ्रम, अवसाद और आक्रामकता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. मानसिक सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए व्यक्ति को किसी भी तरह के नशे से दूर रहना चाहिए चाहे वह शराब हो या ड्रग्स.
कुछ घंटों के लिए शराब या नशीली दवाओं के सेवन के बाद एक व्यक्ति भले ही अच्छा महसूस कर सकता है, लेकिन इसका शरीर और मन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है.
4. सक्रिय रहें
NCBI पर आई एक स्टडी के अनुसार, शारीरिक गतिविधि अवसाद, चिंता, मूड स्विंग को कम करने में मददगार होती है और व्यक्ति के आत्मविश्वास के साथ-साथ सोचने-समझने-सीखने की क्षमता बढ़ाने में भी फायदेमंद होती है.
एरोबिक्स, डांसिंग, बागवानी, जॉगिंग, टहलना, स्विमिंग और साइकलिंग जैसी गतिविधियां सक्रिय रहने और अपने दिमाग की मदद करने के लिए बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं.
5. अपना सपोर्ट सिस्टम बढ़ाएं
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन की ओर से सपोर्ट सिस्टम को मजबूत करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं. लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और माता-पिता को कॉल करके के अपनी भावनाओं को साझा कर सकते हैं. अपनी भावनाएं साझा करने से इंसान हल्का महसूस करता है. किसी संगठन या समान पसंद वाले ग्रुप में शामिल हुआ जा सकता है.
6. अपने शौक की चीजें करें
कुछ ऐसा करने में समय बिताना, जो आपको वास्तव में पसंद हो, आपके दिमाग को शांत कर सकता है और आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है. एक शोध से पता चलता है कि नियमित रूप से अपने शौक का अभ्यास आपको खराब मूड, तनाव या चिंता से बचाता है.
शौक कुछ भी हो सकता है, जिसका आप आनंद लेते हैं - पढ़ना-लिखना, एथलेटिक या रचनात्मक चीजें. इसे आप अकेले या समूह में करना पसंद कर सकते हैं. कुलमिलाकर बात यह है कि आपको अपने शौक का आनंद लेना चाहिए.
7. पर्याप्त नींद लें
हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के एक अध्ययन के अनुसार, नींद और मानसिक स्वास्थ्य का गहरा संबंध है और नींद की कमी व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है. इसलिए बेहतर नींद के लिए छोटे-छोटे कदम उठाए जा सकते हैं.
समय पर सोने और जागने का नियम तय करें. सोने के कमरे में नींद के अनुकूल वातावरण बनाएं, सोने से पहले कैफीन या शराब से परहेज करें और सोने के एक घंटे पहले सभी गैजेट्स को दूर रखें.
8. 'नहीं' कहना सीखें
कई बार हम साथियों के दबाव में चीजों के लिए 'हां' कह देते हैं और बाद में फैसले पर पछताते हैं. हमारा मानसिक स्वास्थ्य और शांति उस पार्टी या पार्टी से ज्यादा महत्वपूर्ण है, जिसका आप हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं.
9. अपनी डाइट में ओमेगा-3 शामिल करें
अमेरिका में नेशनल लाइब्रेरी के एक अध्ययन के अनुसार, मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाएं ओमेगा-3 फैटी एसिड से बनी होती हैं और लोगों को ओमेगा-3 से भरपूर भोजन करना चाहिए. यह पोषक तत्व मस्तिष्क के कामकाज और विकास के लिए महत्वपूर्ण है. मछली, सी फूड, मेवे और बीज जैसे अलसी, चिया बीज और अखरोट जैसे खाद्य पदार्थ ओमेगा-3 से भरपूर होते हैं.
10. मदद मांगें
लोगों ने धीरे-धीरे अपनी मानसिक बीमारी और समस्याओं के बारे में बिना शर्म के खुलकर बोलना शुरू कर दिया है और अवसाद पर काबू पाने की अपनी कहानियों से लोगों से मदद मांगना शुरू कर दिया है. लेकिन अभी भी बहुत से लोग हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य समस्या के निदान से डरते हैं और मदद मांगने या डॉक्टर के पास जाने से झिझकते हैं.
इसके लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक की जा सकती है. मदद लेने की दिशा में यह पहला कदम हो सकता है.
(ये लेख आपकी सामान्य जानकारी के लिए है, यहां किसी तरह के इलाज का दावा नहीं किया जा रहा है, सेहत से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए और कोई भी उपाय करने से पहले फिट आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह देता है.)
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