यूएस सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की एक स्टडी के मुताबिक, गर्भवती महिलाओं को COVID-19 संक्रमण से गंभीर खतरा है.
स्टडी में पाया गया कि COVID-19 से पीड़ित गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती होने, आईसीयू में भर्ती और मेकैनिकल वेंटिलेशन का जोखिम ज्यादा है, हालांकि मत्यु का खतरा ज्यादा नहीं है.
22 जनवरी से 7 जून के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 15 से 44 साल की 8,207 गर्भवती महिलाओं और 83,205 गैर-गर्भवती महिलाओं पर रिसर्च किया गया. उनमें कोरोना वायरस गंभीर खतरों के रिस्क को जांचा गया.
SARS-CoV-2 से संक्रमित गर्भवती महिलाओं में से एक तिहाई (31.5%) महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहीं संक्रमित गैर-गर्भवती महिलाओं में ये आंकड़ा 5.8% था. हालांकि, इसमें ये साफ नहीं है कि गर्भावस्था से संबंधित प्रक्रियाओं के चलते हॉस्पिटलाइजेशन की जरूरत पड़ी या कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण इसकी वजह रही.
उम्र और अन्य कारकों समेत गर्भवती महिलाओं के अस्पताल में भर्ती होने की संभावना गैर-गर्भवती महिलाओं की तुलना में 5.4 गुना ज्यादा, आईसीयू की 1.5 गुना ज्यादा, और वेंटिलेशन की 1.7 गुना ज्यादा संभावना थी.
दोनों ग्रुप्स में मौत की संभावना 0.2% रही. 8,207 गर्भवती महिलाओं में से 16 और 83,205 गैर-गर्भवती महिलाओं में से 208 की जान कोरोना वायरस के वजह से चली गई.
बता दें, ब्रिटेन में हुई एक रिसर्च भी कहती है कि प्रेग्नेंसी में COVID-19 का खतरा काफी ज्यादा होता है. इस बारे में पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्रिस व्हिटी ने कहा था कि गर्भवती औरतें पहले 12 हफ्तों के दौरान कोरोना के लिए हाई रिस्क श्रेणी में आती हैं.
हालांकि, WHO के मुताबिक ये पुष्ट नहीं हो सका है कि प्रेग्नेंट औरतों पर आम लोगों की अपेक्षा कोविड-19 का खतरा ज्यादा होता है. लेकिन चूंकि उनका इम्यून सिस्टम उस दौरान ज्यादा संवेदनशील होता है इसलिए उन्हें ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है.
सीडीसी का कहना है कि COVID-19 से जुड़ी गंभीर बीमारी के खतरे को कम करने के लिए गर्भवती महिलाओं को बीमारी के संभावित खतरे के बारे में पता होना चाहिए. इसके अलावा, स्टडी में ये भी कहा गया है कि सामान्य आबादी के साथ-साथ हिस्पैनिक और गैर-हिस्पैनिक अश्वेत गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से असमान रूप से प्रभावित हुई हैं.
गर्भवती महिलाएं रखें ये सावधानियां
गर्भवती महिलाओं को दूसरे लोगों की तरह ही COVID-19 संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए. जैसे हाथों को साबुन से धोना, सोशल डिस्टेंसिंग, आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचना. सर्दी-खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
WHO के मुताबिक, COVID-19 से ग्रसित महिलाएं अगर चाहें तो शिशु को स्तनपान करा सकती हैं, लेकिन स्तनपान के दौरान स्वच्छता का खास ख्याल रखना चाहिए. मास्क पहनें, बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ धोएं और नियमित रूप से उन सतहों की सफाई करते रहें जिसे छूआ गया हो.
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