(चेतावनी: कुछ प्रश्न आपको विचलित कर सकते हैं. पाठक को पढ़ने से पहले विवेक का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.)
सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.
अगर आपके मन में सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़े कोई सवाल हैं, और आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
‘मेरी मां चाहती हैं कि मैं ब्रा पहनूं. मैं नहीं पहनना चाहती’
डियर रेनबो मैन,
मैं 26 साल की महिला हूं, जिसे ब्रा पहनने से नफरत है. बात यह है कि मेरे ब्रेस्ट बड़े हैं और वे उछलते हैं. पूरी किशोरावस्था के दौरान मेरे ब्रेस्ट छोटे थे और मुझे पैडेड ब्रा पहननी पड़ती थी.
मुझे हमेशा बड़े ब्रेस्ट पसंद थे और अब मैं बड़े ब्रेस्ट के साथ बालिग हूं. मैं ब्रा के सहारे जीना नहीं चाहती और बस इस एहसास में जीना चाहती हूं कि आखिरकार मैं आजाद हूं.
मुझे पक्का यकीन है कि आप जानते होंगे कि बिना ब्रा के आजादी से रहना कैसा लगता है. मैं अपने कपड़ों के अंदर हवा को महसूस करती हूं और सोचती हूं कि मेरे ब्रेस्ट को सांस लेने की जगह मिलनी चाहिए. मुझे परवाह नहीं कि मेरे ब्रेस्ट लटकते हैं या एक जगह टिके रहते हैं. मैं बस ब्रा के बिना रहकर खुश हूं.
लेकिन समाज इस तरह नहीं देखता. मेरी मां चाहती हैं कि मैं हमेशा ब्रा पहनूं. उनके पास एक तर्क है– उनका ऐसा मानना है. वह सोचती हैं कि इससे मुझे छेड़खानी और परेशानी का शिकार होना पड़ेगा.
मैं उन्हें बताती हूं कि यह तो महिलाओं को पूरी जिंदगी झेलना होता है. ऐसा लगता है कि वह समझ नहीं पातीं. मैं उनके बनाए नियमों में बंधना नहीं चाहती. उन्होंने मुझे चेतावनी दी कि मैं छेड़खानी का शिकार हो सकती हूं. मेरे साथ छेड़खानी हो भी गई.
और अब वह इसका इस्तेमाल मेरे खिलाफ करती हैं. वह कहती हैं कि मैंने अपने ब्रेस्ट का हिलना-डुलना काबू नहीं कर अपने खिलाफ होने वाली छेड़खानी को दावत दी. मैं थक चुकी हूं.
मैं सिर्फ दिल की भड़ास निकालना चाहती थी. माफ कीजिएगा अगर मेल बहुत लंबी हो गई हो, लेकिन मुझे किसी को बताने की जरूरत थी. यह मेरी अपनी ही मां हैं, जो इस तरह की बातें करती हैं. मैं तंग आ गई हूं. सचमुच तंग आ गई हूं.
मिस दमदार पकड़
डियर फ्रेंड,
मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. लेखन से प्यार करने वालों के लिए, लिखना एक तरह की थेरेपी हो सकती है और तनाव से काफी राहत दिला सकती है.
सबसे पहले तो मुझे यह कबूल करना होगा कि मुझे अपनी सेक्स लाइफ में ब्रा पहनने वाले ज्यादा लोगों का जीवंत अनुभव कभी हासिल नहीं हुआ.
इस बात को समझिए कि हमारी दूसरे के एहसास को अपने ऊपर सोचने की भी एक सीमा है. मुझे माफ करें, जिसका कोई जीवंत अनुभव नहीं है वह केवल उन दास्तानों के जरिये अंदाजा लगा सकता है, जो उसने पढ़ी हैं या दूसरों की कही-सुनी हैं.
मैं समझता हूं कि ऐसी दुनिया में एकदम अलग होना, जिसमें सब एक जैसे हैं, बहुत मुश्किल है. अनफिट में फिट होना कोई आसान काम नहीं है.
इससे कुछ मदद मिल सकती है अगर हम समझ सकें कि हमारे सिवा किसी को भी, हमारे शरीर और उसे कैसे ढकना है, इस बारे में फैसला लेने का अधिकार नहीं है.
मुझे पता है कि दुनिया हमारे शरीर, वे कैसे दिखते हैं और उसमें कितनी गतिशीलता हो, जैसे सवालों को लेकर दखलअंदाजी करती है.
यह आपका शरीर है और यह आपको तय करना है कि इसके लिए सबसे बेहतर क्या है. आपके परिवार को आपको रास्ता दिखाने और अपनी भावनाओं को आपको जताने का हक है, लेकिन आपके अलावा कोई भी शख्स आपके शरीर के लिए फैसला नहीं ले सकता है.
आपकी मां फिक्रमंद हो सकती हैं. हालांकि, उन्हें यह समझने की जरूरत है कि छेड़खानी इसलिए होती है क्योंकि लोग छेड़खानी करते हैं, इसलिए नहीं कि लोग छेड़खानी करवाते हैं. छेड़खानी करवाना किसी की पसंद नहीं होती. छेड़खानी करना किसी की पसंद होती है.
काश इस मुद्दे को एक बार में ही हमेशा के लिए निपटा लिया जाता. और प्लीज अपनी मां को भी ये पढ़ाएं.
अच्छा बर्ताव करने की जिम्मेदारी शिकायत करने वाले पर नहीं है, यह जिम्मेदारी मुजरिम पर है.
हम कब तक महिलाओं के शरीर को कपड़ों और सामाजिक तौर-तरीकों की तहों में कैद करके रखेंगे, जबकि हम छेड़खानी करने वालों को आजादी का मजा लेने की छूट देते रहेंगे. कभी न कभी इसे खत्म करने की जरूरत है. और खुशी है कि इसकी आप से शुरुआत हो रही है.
आपके साथ जो हुआ वह आपकी गलती नहीं थी. आपसे छेड़खानी इसलिए नहीं हुई कि आपके ब्रेस्ट आजाद थे. छेड़खानी इसलिए होती है क्योंकि लोग छेड़खानी करते हैं. बहस यहीं आकर खत्म होती है.
आप पूरी तरह ढक कर रहें, ब्रा-लेस रहें या बड़े पैडेड ब्रा पहनें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता यह आपकी पसंद है.
किसी को भी आप पर हुक्म चलाने का हक नहीं है. किसी को यह बोलने का हक नहीं है कि चूंकि आपने ऐसे कपड़े पहने थे या एक खास तरीके से कपड़े नहीं पहने थे, इसलिए आपने अपने खिलाफ छेड़खानी को बुलावा दिया. आपकी मां को भी नहीं.
अगर आपको अपनी मां के बर्ताव से परेशानी होती है, तो आपको काउंसलर से मिलने में झिझकना नहीं चाहिए. छेड़खानी का शिकार होना और फिर इसके लिए खुद ही जिम्मेदार ठहराए जाने के बोझ के साथ जीना आसान नहीं है.
और ज्यादा जरूरी बात, कृपया अपनी मां को सलाह दें कि उन्हें एक अच्छे काउंसलर से मिलने की जरूरत है.
मुस्कान के साथ
रेनबो मैन
अंतिम बातः आप अपने ब्रेस्ट को आजाद रख सकती हैं.
‘मेरा सेक्स डेट सबको हमारी सेक्स की कहानियां बताता है’
कई बार मेरे पार्टनर मेरा मजाक उड़ाते हैं.डियर रेनबो मैन,
मैं एक 28 वर्षीय पुरुष हूं, जिसका पेनिस बिल्कुल एरेक्ट नहीं होता है. मैं गे हूं, इसलिए कई बार मेरे पार्टनर मेरा मजाक उड़ाते हैं.
मैं 6 फुट लंबा शख्स हूं, हालांकि, मेरे पेनिस का साइज मेरी लंबाई के अनुपात में नहीं है. मेरे कुछ सेक्स पार्टनर मुझे “बड़ी दुकान, छोटा सामान” कहकर पुकारते हैं.
वे मेरे अंतरंग विवरणों के बारे में लगातार इधर-उधर बात करते हैं. मैं सोचता रहता हूं कि LGBTIQ कम्युनिटी ही LGBTIQ कम्युनिटी के खिलाफ क्यों है.
मैं परेशान हूं. प्लीज मदद करे.
परेशान गे
डियर साथी गे इंसान,
मेरे सामने अपना दिल खोलकर रख देने के लिए शुक्रिया.
आप जैसा ही मैं भी सोचता अगर मैं किसी के साथ डेट पर जाता या किसी के साथ सेक्स संबंध बनाता और मेरे एनकाउंटर का ब्योरा शहर के लोगों की चर्चा का विषय बनता. ऐसा होने पर मैं हमारे समुदाय से नाराज और परेशान हूं.
आमतौर पर लोग दूसरों के मामले में दखलअंदाजी करते ही हैं और सेक्स के मामलों में तमीज की कमी है. LGBTQIA+ लोग भी इसी दुनिया के वासी हैं और वह भी ऐसे ही बर्ताव करते हैं.
इससे उनके बुरे बर्ताव की छूट नहीं मिल जाती है, लेकिन यह समझना होगा कि हमारे दायरे में भी ऐसे लोग हैं. मुझे याद है कि मेरे भी कुछ लोगों के साथ सेक्स एनकाउंटर हुए, लेकिन उन्होंने हमारे सेक्स की कहानियां इस तरह आम नहीं कीं.
हमारी कम्युनिटी में रहमदिल और निर्दयी लोग हैं. हम उन लोगों को याद रखते हैं, जिन्होंने हमारे साथ गलत किया, कभी-कभी हम यह भूल जाते हैं कि हम उन लोगों को उदाहरण बना सकते थे, जिन्होंने सही बर्ताव किया.
अब आपके पेनिस की लंबाई और शरीर की लंबाई के मुद्दे पर आते हैं.
आपके पेनिस की लंबाई आपके शरीर की लंबाई के अनुपात में होना जरूरी नहीं है. एक से ज्यादा पार्टनर के साथ सेक्सुअली एक्टिव शख्स के तौर पर, हम ऐसे लोगों से मिल सकते हैं, जो छोटे कद के हैं मगर उनका पेनिस लंबा है और इसका उलटा भी हो सकता है.
अगर आपके सेक्स पार्टनर का असंयमित बर्ताव आप पर असर डालता है, तो किसी काउंसलर से बात करने में झिझकें नहीं. काउंसलर को बताने में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए.
मुस्कान के साथ
रेनबो मैन
अंतिम बात: इंटरनेट पर पढ़ी ये लाइनें आपके लिए हैं— दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं, यह आपका सिरदर्द नहीं है.
‘मेरा फ्रेंड गे है?’
डियर रेनबो मैन,
क्या आप मुझे बता सकते हैं कि मैं कैसे पता लगाऊं कि क्या मेरा दोस्त गे है या नहीं?
उत्सुक राज
डियर उत्सुक राज,
मुझे लिखने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया.
आप नहीं जान सकते कि आपका दोस्त गे है या नहीं. आपको यह पता लगाने की जरूरत नहीं कि आपका मित्र गे है या नहीं.
अगर आपके दोस्त आपको बताना चाहेंगे है कि वे गे हैं, तो वे आपको बता देंगे. अगर वे नहीं बताना चाहते, तो वे नहीं बताएंगे. अपनी जिंदगी पर ध्यान दें. अपने दोस्त को उनकी जिंदगी पर ध्यान देने दें.
प्यार भरी झप्पी
रेनबो मैन
अंतिम बात: जिज्ञासु राज इतनी उत्सुकता क्यों?
(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)
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