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सेक्सॉल्व: कई सारे नाकाम अफेयर्स के बाद भी प्यार की उम्मीद करूं?

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सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.

अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीके या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखिए और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल कर सकते हैं.

पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाब:

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हालांकि ये एक ओपन रिलेशनशिप थी फिर भी क्या मैंने अपने बॉयफ्रेंड से ‘बेवफाई’ की?

अगर ये ओपन रिलेशनशिप थी तो भी क्या ये बेवफाई है? प्लीज मुझे बताएं.”
(फोटो: iStock)

डियर रेनबो मैन,

मैं अपनी जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही हूं. मैं पिछले 4 सालों से रिलेशनशिप में हूं. हम कभी वादे से नहीं बंधे थे. हमने अपनी रिलेशनशिप को ओपन रखा. हालांकि हम एक साथ रहते हैं, लेकिन हमने किसी को नहीं बताया कि हम असल में पार्टनर हैं. ऐसा बिना एक दूसरे पर हावी हुए अलग व्यक्तित्व को बनाए रखने के लिए किया है. मैं अपने बॉयफ्रेंड से प्यार करती हूं. आगे की जिंदगी भी उसके साथ गुजारने की सोचती हूं. लेकिन कई बार मैं अलग से मजा लेना चाहती हूं जिसमें वो शामिल हो. सब कुछ ठीक था, वो औरतों के साथ जाता और मैं मर्दों के साथ जाती. हमारे बीच एक-दूसरे के लिए सिर्फ 3 शर्तें थीं, ये तय था कि हम किसी के साथ भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ेंगे, बल्कि सिर्फ शारीरिक संबंध तक सीमित रहेंगे. हम उन्हें ये नहीं बताएंगे कि हम पार्टनर हैं और हम उनके साथ उस बिस्तर पर नहीं सोएंगे, जिसमें हम दोनों सेक्स करते हैं. हालांकि, मैंने भरोसा तोड़ दिया. उसकी गैरमौजूदगी में मैंने 6 अलग लोगों के साथ संबंध बनाए, जिनमें 2 महिलाएं थीं और 4 पुरुष. मैंने अपने बॉयफ्रेंड को इस बारे में नहीं बताया. मैं महिलाओं में से एक के साथ थोड़ा ज्यादा करीब गई थी और जब मैंने सोचा कि ये गंभीर हो सकता है, तो मैंने उसके साथ सारे रिश्ते खत्म कर लिए.. इस तरह मैं किसी के साथ सीरियस नहीं होने के करार पर खरी रही. अब समस्या ये है कि मैंने अपने बॉयफ्रेंड को नहीं बताया. जबकि एक दूसरे को बताना करार का हिस्सा था. मैंने उसे नहीं बताया, और ये बात मुझे साल रही थी. हाल ही में जब हम मिले, मैंने उसे बता दिया. वो हैरान था कि मैंने उससे छुपाया और उसने ये मुद्दा भी उठाया कि मैंने पहले भी 4 बार ऐसा ही किया था. वो बोला कि उसे नहीं लगता कि वो अब मुझ पर यकीन कर पाएगा. मैं ठुकराई और परेशान हूं. मैं परेशान हूं क्योंकि भले मैंने झूठ बोला, लेकिन उसने भी तो दूसरे लोगों के साथ रिश्ते बनाए और चूंकि उसने ऐसा किया, मैंने भी किया. अगर उसने मुझे बताया होता कि वो दूसरों से नहीं मिलना चाहता तो मैं भी बाहर नहीं जाती. हां मैंने छिपाया था, ये गलती है. लेकिन मैं सारी जिंदगी छिपाए रह सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया. मैंने उसके सामने कबूल कर लिया. अगर मैं कबूल नहीं करती तो वो कभी नहीं जान पाता. अब हमारे रिश्ते ठीक हो गए हैं, लेकिन वो कहता है कि उसके दिमाग में ख्याल बस गया है और वो कभी मुझ पर पूरी तरह यकीन नहीं कर पाएगा. मुझे नहीं पता क्या करना चाहिए. क्या मैंने अपने बॉयफ्रेंड को गंवा दिया है? अगर हमारा रिश्ता खुला हुआ था तो क्या ये बेवफाई है? कृपया मुझे बताएं और ईमानदारी से बताएं!

सादर

परेशान लड़की

प्रिय लड़की,

मुझे मेल लिखने और मुझ पर भरोसा करने के लिए बहुत शुक्रिया. हम हर चीज को सही और गलत के पैमाने पर न तौलें और जब हम ऐसा करते हैं – मैं एकदम साफ तौर से कहता हूं,

अगर सभी पार्टनर्स ने, चाहे सेक्सुअल या किसी और तरह के पार्टनर, चाहे एक या एक से ज्यादा हों, तयशुदा नियमों को समझते हुए और खुले दिल से रिश्तों की शर्तों को मंजूर किया है और ऐसी अपेक्षाएं रखते हैं जो खुद रिश्तों का स्तर तय करती हैं तो ये किसी भी तरह गलत नहीं है.

तो आइए इसे ‘बेवफाई’ जैसे खांचे में बांधने वाले शब्दों से न परखें बल्कि इसे डेटिंग गेम के नियमों के नजरिये से देखें.

तो, अब जैसा कि तय नियम ये था और जिस पर आप दोनों सहमत थे कि आप दोनों दूसरे लोगों से भी मिल सकते हैं... कि आप दोनों एक-दूसरे को बताएंगे... कि आप दोनों किसी और के साथ सीरियस नहीं होंगे.

अब सच का सामना करते हैं. क्या वो नियमों से बंधा रहा? हां. क्या आप उन नियमों से बाहर गईं? हां.

सिर्फ इसलिए कि किसी ने कबूल कर लिया, इससे उन संदेहों से छुटकारा नहीं मिल जाता है जो किसी को अपने भविष्य के रिश्तों में होगा, खासकर अगर सच्चाई को छिपाने का इतिहास रहा है. हालांकि सब कुछ खत्म नहीं हो गया है. दोस्ती, वफादारी, सच्चाई और प्यार के प्रेरक उदाहरणों से रिश्ते को फिर से जिंदा कर भरोसे को बहाल किया जा सकता है.
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मैं आपको ये नहीं बता सकता कि इसमें कितना वक्त लगेगा या वो कभी आप पर फिर से भरोसा कर पाएगा या नहीं. मैं आपको ये पक्के तौर पर कह सकता हूं कि मुमकिन है कि वो फिर से उसी तरह आप पर भरोसा करे जैसा पहले करता था, लेकिन इसके लिए आपकी तरफ से कुछ बड़े कदम उठाने की जरूरत होगी.

मेरी पुरजोर सलाह है कि आप किसी काउंसलर से मिलें और हो सके तो दोनों ही काउंसलिंग के लिए जाएं. हो सकता है आपको फिर से वही काम करने का लालच जागे. और ये देखते हुए कि ऐसा कुछ समय पहले हुआ है, इसका मतलब है कि आपके बर्ताव का एक पैटर्न है. ये पैटर्न समझने की जरूरत है. आप काउंसलर से ये समझ सकेंगी कि क्यों ऐसा बार-बार होता है और ये पैटर्न कहां से पैदा होता है. जब आप इस बर्ताव की वजह को जानेंगी, तो आप इस समस्या को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बेहतर तरीके से तैयार होंगी.

इसके साथ ही अपने पार्टनर के अलावा आप जिन्हें डेट कर रही हैं, उन लोगों को भी समझने की कोशिश करें. आपकी मेल से मैं समझ सका हूं कि आपने एक महिला के साथ थोड़ा सीरियस होने के बाद अचानक उससे सारे रिश्ते खत्म कर लिए. ऐसे में वो सोचती रह गई होगी कि आखिर उससे गलती कहां हुई. लोगों का अपने ऊपर से ही भरोसा खत्म करें.

वो इस डेटिंग गेम में सिर्फ फायदे के लिए इस्तेमाल किए जाने जैसा महसूस करती होगी. कोई भी अपने पार्टनर के साथ ईमानदार, सहानुभूति और स्पष्ट रहते हुए कई लोगों के साथ नैतिकतापूर्ण संबंध बना सकता है. अगर किसी के साथ अस्थायी संबंध हैं, तो उसे बताएं. अगर आप उसे बताना चाहते हैं कि आपका गहरा रिश्ता है, तो उसे बताएं. ईमानदार रहें.

प्यार को फलने-फूलने में वक्त लगता है, लेकिन प्यार का पेड़ जब बड़ा हो जाता है तो जमीन में मजबूती से जड़ें जमा लेता है, हालांकि इसकी डालें उड़ते परिंदों को भी ठिकाना देती हैं.

आपके लिए शुभकामनाएं. काउंसलर से मिल लें.

मुस्कान के साथ

रेनबो मैन

अंतिम बात: फिर से, मैं दोहराता हूं, प्लीज काउंसलर से मिल लें.

मेरी बीवी को दिमागी बीमारी हो गई है

मुझे उसके साथ रहना बहुत मुश्किल लगता है. मुझे क्या करना चाहिए?”
(फोटो: iStock)

डियर रेनबो मैन,

मेरी बीवी ने एक दिन अचानक बताया कि डॉक्टर ने उसे बाईपोलर बीमारी बताई है. वो प्यारी है और बहुत बुद्धिमान है, लेकिन उसका बर्ताव चिढ़ पैदा करता है. वो कई बार बकवास बातें करती है और कभी-कभी बहुत सेक्सी होती है और कभी-कभी पत्थर जैसी बेजान. मुझे उसके साथ रहना बहुत मुश्किल लगता है. मुझे क्या करना चाहिए?

शौहर मियां

डियर शौहर मियां,

मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. कोई शख्स जिन मुश्किलों का सामना कर रहा उनको कुबूल करने और चीजें बेहतर करने को मदद हासिल करने के लिए हौसले की जरूरत होती है. इसके लिए शुक्रिया.

बाईपोलर-1 या मैनियाक डिप्रेसिव डिसऑर्डर (गहरे अवसाद) की पहचान भावनाओं का तेज उबाल (मैनिक) और गहरी निराशा (अवसाद) है. ये व्यवहार में एक पैटर्न है जो मैनियाक (उन्माद) और डिप्रेशन (अवसाद) के बीच का चक्र है. जब कोई उन्माद की दशा में होता है तो वो अचानक एक विषय से दूसरे विषय पर जा सकता है. आप देख सकते हैं कि वे कभी-कभी झूठ बोलते हैं और उनमें बेजोड़ उत्साह और ऊर्जा होती है. उनकी सेक्स की ख्वाहिश और कभी-कभी सेक्स में प्रयोग की ख्वाहिश भी उनके मैनियाक फेज के दौरान बढ़ सकती है. जब वे अवसाद के अपने लो-फेज में होते हैं तो वे अनमना, बिखरा हुए महसूस कर सकते हैं और अपने करीबियों और समाज से खुद को अलग-थलग कर सकते हैं. वे सेक्स को नापसंद और खारिज भी कर सकते हैं. वे कभी-कभी उन लोगों के खिलाफ भी हो सकते हैं जो उन्हें प्यार करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि अपने प्रियजनों की सहानुभूति के मुकाबले वैसी ही सहानुभूति नहीं जता सकते हैं.

अच्छी खबर ये है कि नियमित थेरेपी और मेडिकल मदद से बाईपोलर बीमारी के साथ भी पूरी जिंदगी जीना मुमकिन है. हालांकि, इसके लिए बीमार को ये समझना होगा कि उसे मदद लेने की जरूरत है और नियमित रूप से थेरेपी लेने के लिए तैयार रहना होगा.

अपनी जीवनसंगिनी का साथ दें. उन्हें आपकी सबसे ज्यादा जरूरत है, भले ही वो आपसे ऐसा न कहें. मैं आपको बता सकता हूं कि वे बहुत अच्छी इंसान हो सकती हैं. अगर वे अपने हाई और लो का ठीक से ध्यान रखती हैं और थेरेपी लेती हैं तो उनकी बीमारी, कभी-कभी उन्हें बहुत बड़े काम करने के लिए भी प्रेरणा भी हो सकती है.

उसके साथ रहें. दया मत दिखाएं, बल्कि उन्हें ताकत दें. हालात बेहतर हो सकते हैं. इंशाअल्लाह!

मुस्कान के साथ

रेनबो मैन

अंतिम बातः आप भी थेरेपी लें. इन हालात का सामना करने के लिए आपको जिस सब्र की जरूरत है, वो आपके लिए बहुत ज्यादा मुश्किल हो सकता है.

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क्या अब भी मैं प्यार पाने की उम्मीद कर सकता हूं?

“क्या मेरे लिए अभी भी सही पार्टनर मिलने की उम्मीद है?”
(फोटो: iStock)

डियर रेनबो मैन,

बुरे अफेयर्स का मेरा लंबा सिलसिला रहा है. इन सबसे मैं टूट गया हूं. क्या मैं अभी भी सही पार्टनर पाने की उम्मीद रख सकता हूं?

ठोकर खाया गे लड़का

डियर

मुझे पता है कई बार जिंदगी बहुत मुश्किल हो जाती है. मुझे पता है कि कभी-कभी हम अपने आप से सवाल करते हैं और सोचना शुरू करते हैं, “क्या सचमुच प्यार मेरी किस्मत में नहीं है?”  लेकिन तब हमें खुद को याद दिलाना होगा: हम सभी प्यार करने के हकदार हैं. हम सभी प्यार पाने के हकदार हैं.

अपनी पिछली रिलेशनशिप को देखें, समझें कि क्या कुछ ऐसा था जो आप उनमें चाहते थे और क्या उनमें वो खासियत थी.

जब आप प्यार में जानते हैं कि आप क्या तलाश रहे हैं, तो आप वो पा सकते हैं जो आप चाह रहे हैं.

तो, क्या आपके लिए उम्मीद बची है? बिलकुल हां.

जब आप कहते हैं कि आप सही शख्स की तलाश में रहे हैं, तो क्या आपने अपने दिमाग में उसे परिभाषित किया है– कौन है वो सही शख्स? और समझें कि ये ख्वाहिश हो सकती है कि किसी शख्स में वो सभी खासियतें हों जो आप चाहते हैं, लेकिन ऐसा भी मुमकिन है कि उसमें एक या दो खासियतें न हों. अपने लिए समझें कि संभावित पार्टनर में कौन सी चीजें छोड़ी नहीं जा सकती हैं और कौन सी चीजें कम जरूरी हैं लेकिन आप उनकी ख्वाहिश रखते हैं.

आपके लिए एमिली डिकिंसन की एक कविता है. इस कविता में एमिली बताती हैं कि उम्मीद एक चिड़िया जैसी है जो उसके साथ रहती है और खराब मौसम में भी गाती रहती है. वो अपने गीत के बदले किसी चीज की उम्मीद नहीं करती है.

अपने लिए उम्मीद रखें. ऐसे पंख वाले जीव बनें जो बुरी से बुरी घटनाओं के बाद भी और कैसे भी हालात में गाने की हिम्मत रखता है. उम्मीद रखें. जिंदगी बेहतर हो जाएगी.

उम्मीद बड़ी चीज है.

रेनबो मैन

अंतिम बातः प्यार आपको ढूंढ लेगा. आप प्यार को ढूंढ लेंगे. उम्मीद का दामन न छोड़ें.

(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और पशुओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं)

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