एक स्टडी के मुताबिक घर पर तैयार किया गया सूप मलेरिया से लड़ने और इससे बचाव में मददगार हो सकता है. रिसर्चर्स ने पाया है कि कुछ सूप रेसिपी में एंटी-मलेरियल गुण होते हैं.
इंपीरियल कॉलेज, लंदन में प्रोफेसर और इस अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता जैक बाउम ने कहा कि हम मलेरिया से बचाव और इलाज के लिए दवाओं के अलावा प्राकृतिक उपचार जैसे दूसरे विकल्पों पर भी गौर कर सकते हैं.
ये स्टडी आर्काइव्स ऑफ डिजीज इन चाइल्डहुड जर्नल में पब्लिश की गई है. इसमें इंपीरियल कॉलेज के रिसर्चर्स ने स्कूली बच्चों के घर से लाए सूप की मलेरिया परजीवी के खिलाफ गतिविधि का परीक्षण किया.
इस स्टडी में देखा गया कि पारंपरिक तौर पर तैयार किए जाने वाले कई सूप मलेरिया परजीवी प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम की ग्रोथ के खिलाफ प्रभावी थे.
आपको बता दें कि हर साल 20 करोड़ से ज्यादा लोगों को मलेरिया होता है और इसके कारण हर साल 4 लाख लोगों की मौत होती है.
सूप की रेसिपी बुखार के इलाज में पीढ़ी दर पीढ़ी इस्तेमाल की जाती रही है.
हालांकि रिसर्चर्स का मानना है कि अभी इस पर और स्टडी, रिसर्च, ट्रायल की जरूरत है ताकि उस सामग्री की पहचान की जा सके, जो मलेरिया के खिलाफ प्रभावी होती है.
बाउम के मुताबिक दादी मां के बताए सूप की रेसिपी का इस्तेमाल किसी बीमारी की दवा खोजने के लिए करना दिलचस्प है.
(इनपुट: IANS)
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