ADVERTISEMENTREMOVE AD

हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होते स्किन केयर के ये घरेलू नुस्खे

इसलिए चेहरे पर कुछ भी लगाने से पहले ये जान लीजिए कि आपकी स्किन टाइप क्या है.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

स्किन को कैसे खूबसूरत और चमकदार बनाएं, इसके लिए हमारे पास तमाम घरेलू नुस्खे हैं. हर किसी के पास आपको बताने के लिए कोई न कोई नुस्खा जरूर होता है, जिससे त्वचा की हर दिक्कत दूर करने का दावा किया जाता है.

चाहे नींबू लगाना हो, हल्दी, दूध या एलोवेरा और चेहरे पर भाप तो सभी के पसंदीदा ब्यूटी टिप्स में से एक होता है. हम में से ज्यादातर लोग बिना किसी स्किन एक्सपर्ट की सलाह लिए उन तमाम घरेलू नुस्खों को अपनाने लग जाते हैं.

क्या वाकई ये नुस्खे हर किसी के लिए कारगर होते हैं? क्या जरूरी है कि अगर किसी के लिए स्किन पर नींबू लगाना फायदेमंद रहा है, तो आप पर भी उसका असर दिखेगा? आइए जानते हैं, इस पर विशेषज्ञों की क्या राय है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ड्राई स्किन को इरिटेट कर सकता है नींबू

स्किन स्पेशलिस्ट, डर्मटो-सर्जन एक्सपर्ट और ‘द एस्थेटिक्स क्लीनिक’ की को-फाउंडर डॉ रिंकी कपूर बताती हैं कि घरेलू नुस्खों में नींबू का इस्तेमाल बहुत कॉमन है.

बहुत से लोग टैनिंग से निजात पाने के लिए नींबू लगा लेते हैं, नींबू नैचुरल है, लेकिन उसमें भी कुछ केमिकल कॉम्पोजिशन होता है, नींबू एसिडिक होता है. इसमें एक केमिकल होता है, जिससे स्किन तुरंत डार्क हो सकती है.
डॉ रिंकी कपूर

इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट, डर्मटालॉजी के डॉ डीएम महाजन कहते हैं कि नींबू लगाना उन्हीं को फायदा कर सकता है, जिनकी स्किन नॉर्मल हो.

नींबू ऑयली और नॉर्मल स्किन पर फायदेमंद हो सकता है, लेकिन ड्राइ स्किन को इरिटेट कर सकता है. जिन लोगों को एक्जिमा वैगरह हो, उन्हें नींबू नुकसान करेगा. 
डॉ महाजन

वहीं फोर्टिस गुरुग्राम में डिपार्टमेंट ऑफ डर्मटालॉजी में सीनियर कंसल्टेंट डॉ सचिन धवन सलाह देते हैं कि नींबू लगाते वक्त उसे गुलाब जल जैसी चीजों से डायल्यूट कर लेना चाहिए और जरा भी इरिटेशन हो, तो नींबू लगाना रोक देना चाहिए क्योंकि कई लोगों की स्किन पर सिट्रिक एसिड के कारण जलन होने लगती है.

घर पर लगा एलोवेरा स्किन पर अप्लाई कर रहे हैं?

एलोवेरा के फायदे बताने की जरूरत नहीं है, लेकिन क्या आप भी उन लोगों में से हैं, जिन्होंने घर पर एलोवेरा इसीलिए लगा रखा है कि जरूरत पड़ने पर उसे तुरंत तोड़कर यूज किया जा सके? तो ऐसा करना छोड़ दीजिए.

कुछ लोग घर पर उगा एलोवेरा लेकर लगा लेते हैं. ये नहीं भूलना चाहिए कि एलोवेरा की कई वैराइटीज होती हैं, उनमें से कुछ स्किन के लिए ठीक नहीं होती हैं. अब किसी के घर पर लगा एलोवेरा स्किन पर अप्लाई करने के लिए ठीक है या नहीं, ये बताना बहुत मुश्किल है.
डॉ रिंकी कपूर

डॉ धवन भी इस बात पर सहमति जताते हुए कहते हैं कि स्किन पर डायरेक्ट एलोवेरा लगाने से एलर्जी हो सकती है, इसकी वजह एसिडिक कॉन्टेंट हो सकता है. सेंसिटिव या इंफ्लेम्ड स्किन को एलोवेरा इरिटेट कर सकता है, कुछ लोगों को इससे जलन भी हो सकती है.

एक्सपर्ट मार्केट में मिलने वाले अच्छी क्वालिटी के एलोवेरा जेल, जो वैरिफाइड और टेस्टेड हो, उसे ही सुरक्षित बताते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हल्दी लगाना अच्छा है लेकिन...

डॉ रिंकी कपूर बताती हैं कि कई बार ऐसा देखा गया है कि हल्दी लगाने के बाद स्किन काली हो गई या त्वचा में इरिटेशन, एलर्जी, रेडनेस, इचिंग होने लगी.

ऑयली स्किन या नॉर्मल स्किन वाले लोगों के लिए हल्दी लगाना ठीक हो सकता है, लेकिन ड्राई स्किन और सेंसिटिव स्किन वालों को हल्दी लगाने से दिक्कत हो सकती है.
डॉ कपूर
ADVERTISEMENTREMOVE AD

बेसन, दही या मुल्तानी मिट्टी?

ये पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी स्किन कैसी है. जैसे मुल्तानी मिट्टी ऑयली स्किन के लिए अच्छी होती है, लेकिन अगर किसी की ड्राई स्किन है और वो मुल्तानी मिट्टी लगा ले, तो उसकी स्किन और भी ज्यादा ड्राई हो जाएगी.

डॉ कपूर बेसन लगाने की बात पर कहती हैं कि हर किसी की स्किन पर बेसन सूट नहीं करता, अगर आपकी स्किन बहुत रूखी है, तो आपको प्रॉब्लम हो सकती है, अगर एलर्जिक स्किन है, तो प्रॉब्लम हो सकती है. जिन लोगों को अस्थमा या कोई ब्रीदिंग प्रॉब्लम है, उन लोगों को बेसन से दिक्कत हो सकती है.

डॉ सचिन धवन बताते हैं कि एसेंशियल ऑयल या वर्जिन कोकोनट ऑयल जिसे ग्लो और एंटी एजिंग इफेक्ट के लिए यूज किया जाता है, अक्सर कुछ लोगों को उससे मुहांसे हो जाते हैं.

चमक के लिए दही या हल्दी मास्क जैसे कुछ हल्के उपचार ज्यादातर लोगों को सूट कर सकते हैं, लेकिन आमतौर पर इंटरनेट पर या दोस्तों और रिश्तेदारों के सुझाए गए किसी भी घरेलू उपाय का उपयोग करने से पहले त्वचा का परीक्षण करने का सुझाव दिया जाता है.
डॉ धवन
ADVERTISEMENTREMOVE AD

भाप लेना हर तरह के पिंपल पर कारगर नहीं

स्किन पर ग्लो लाने, पिंपल्स दूर करने या पोर्स खोलने के लिए चेहरे पर भाप लेना बहुत आम है.

भाप हर पिंपल वाले के लिए फायदेमंद नहीं होता क्योंकि पिंपल्स के कई टाइप होते हैं, जिनको लाल वाले पिंपल होते हैं, वो भाप से और बढ़ जाते हैं.
डॉ रिंकी कपूर
ADVERTISEMENTREMOVE AD

घरेलू का मतलब सुरक्षित नहीं होता

डॉ धवन कहते हैं कि आजकल सेंसिटिव स्किन वाले लोगों की तादाद बढ़ती जा रही है. ऐसे में कुछ घरेलू नुस्खों के कारण एलर्जी और रिएक्शन हो सकता है.

स्किन केयर के जो कॉमन टिप्स होते हैं, वो सभी को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि आप जिन स्किन प्रॉब्लम्स को घरेलू नुस्खों के जरिए दूर करने की कोशिश कर रहे होते हैं, वे और बढ़ सकती हैं.
डॉ सचिन धवन

डॉ रिंकी कपूर बताती हैं कि असल में पिंपल्स, टैनिंग जैसी छोटी-मोटी स्किन की दिक्कतों के लिए लोग अपने आसपास के लोगों की देखा-देखी कुछ चीजें इस्तेमाल करने लग जाते हैं.

वो कहती हैं, 'समस्या ये है कि आमतौर पर लोगों को अपनी स्किन के बारे में ज्यादा पता नहीं होता, स्किन टाइप कैसी है, किसी चीज पर स्किन कैसे रिएक्ट करेगी, ये पता होना जरूरी है.'

ये बात ध्यान रखिए कि घरेलू नुस्खे ट्रीटमेंट नहीं होते हैं. अगर आपको कोई स्किन डिजीज है, स्किन की कोई दिक्कत है, तो एक्सपर्ट से जरूर कंसल्ट करें.
डॉ रिंकी कपूर
ADVERTISEMENTREMOVE AD

स्किन के लिए इन बातों का ख्याल रखें

  • कोई भी चीज स्किन पर अप्लाई करने से पहले अगर डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं, तो ठीक है. अगर नहीं ले सकते हैं, तो स्किन एक एरिया में ट्राइ करके देखें कि उससे कोई दिक्कत तो नहीं महसूस हो रही है.
  • अपनी स्किन टाइप पता करें.
  • इस बात का हमेशा ख्याल रखना चाहिए कि जिस भी चीज को लगाने से आपको जलन, रेडनेस या इरिटेशन हो, तो इसका मतलब है कि वो चीज आपको सूट नहीं कर रही है.
  • अगर आपकी स्किन पर किसी तरह इंफेक्शन या इंफ्लेमेशन हो, तो स्किन पर बिना डॉक्टर से कंसल्ट किए, कुछ भी अप्लाई न करें.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×