"मैं एक सवाल से परेशान हो गया हूं, जो बार-बार पूछा जा रहा है- तुम्हारी फैमिली कैसी है?" दिल्ली में काम करने वाले एक कश्मीरी मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट अतहर कहते हैं कि मुझसे बार-बार ये सवाल क्यों पूछा जा रहा है, क्या लोगों को वहां के हालात की जानकारी नहीं है.
घबराहट, चिंता, गुस्सा, बेबसी और पैनिक अटैक, ये वो मानसिक समस्याएं हैं, जिससे कई कश्मीरी जूझ रहे हैं.
मुझे गुस्सा तक नहीं आ रहा था क्योंकि गुस्सा भी कुछ बदलने की उम्मीद में आता है. इन हालात में कुछ भी सामान्य नहीं है.एक कश्मीरी टीचर
कश्मीर के लोग मानसिक तौर पर किन हालात का सामना कर रहे हैं? कश्मीर बंद के इतने दिनों बाद वे कैसा महसूस कर रहे हैं? हमने यही जानने की कोशिश की है.
एनिमेशन: इरम गौर
वीडियो एडिटर: पुनीत भाटिया
प्रोड्यूसर: देवीना बक्शी
वॉयस ओवर: दानिश काजी, बजिलाह आयूब, निखिल पाराशर
(अगर आपके मन में आत्महत्या के ख्याल आते हैं, या किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की जरूरत है तो उसके लिए इस विश्वसनीय मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल्स की राज्यवार लिस्ट की मदद जरूर लें.)
(कश्मीर में मेंटल हेल्थ NGOs भी काम कर रहे हैं-
कश्मीर लाइफलाइन: 1800 180 7020
पैगाम: paigaampeace@gmail.com)
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