भारत में मॉनसून के आने से लोगों को काफी राहत मिलती है. बरसात किसको अच्छी नहीं लगती? लेकिन ये झमाझम बारिश के चलते ना केवल आपकी डेली लाइफ पर बल्कि आपकी त्वचा पर भी गहरा असर पड़ता है.
आपकी त्वचा पर मॉनसून का क्या असर पड़ता है?
ये बात तो सभी जानते हैं कि मॉनसून के दौरान हवा में नमी बढ़ जाती है और टेम्परेचर कम हो जाता है. कम टेम्परेचर के चलते आपके शरीर में कम पसीना आता है. पसीना हमारे शरीर में से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है. जाहिर सी बात है कि कम पसीना आना यानी कि टॉक्सिन का कम बाहर निकलना. इसी के चलते शरीर में टॉक्सिन वेस्ट की मात्रा ज्यादा रहती है.
उमस के कारण बैक्टीरिया की ग्रोथ दोगुनी हो जाती है और हमारी त्वचा पर जमा हुआ वेस्ट बैक्टीरिया के ग्रोथ का घर बन जाता है. इसी के कारण मॉनसून में लोगों की त्वचा पर खुजली और रैशेज हो जाते हैं.
आपको ये बता दें की बैक्टीरियल इंफेक्शन मॉनसून में ज्यादातर गीली त्वचा पर होता है. जैसे कि अंडर आर्म्स, उंगलियां, पैर. ज्यादातर जो लोग रोजाना जूते पहनते हैं और बारिश में भीग जाते हैं उन लोगों को इस इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है.
मॉनसून में त्वचा का कैसे रखें ख्याल?
- अपनी त्वचा पर टोनर का इस्तेमाल जरूर करें. ऐसा करने से आपकी त्वचा का PH बैलेंस सही होगा और आपको एक ग्लोइंग स्किन मिलेगी.
- उमस आपकी त्वचा को रूखा-सूखा बना सकती है. इसलिए रोजाना अपना मुंह धोने के बाद एक अच्छे मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें.
- अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो आपके लिए वाटर बेस्ड मॉइस्चराइजर काफी लाभदायक होगा.
- सूरज हो या ना हो आप लोगों को एक अच्छे SPF की जरूरत रहेगी क्योंकि बादल हों या ना हों UV रेज हमेशा ही मौजूद रहती हैं.
- स्किन पर डेड सेल्स के कारण आपकी स्किन में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए आप हफ्ते में दो बार एक्सफोलिएट जरूर करें.
- अपने आप को हायड्रेटेड रखें. दिनभर में तकरीबन 8 गिलास पानी जरूर पिएं.
- उमस में ज्यादा कंडिशनर का प्रयोग ना करें. हफ्ते में दो ही बार अपने बालों को कंडिशन करें.
- मॉनसून में आर्टिफिशियल ज्वैलरी का प्रयोग ना करें, वो भी तब जब आपकी त्वचा सेंसटिव हो. हवा में मौजूद मॉइस्चर आपकी त्वचा पर इंफेक्शन कर सकता है.
- कोशिश करें कि आप ज्यादा से ज्यादा अपने किचन में मौजूद इंग्रिडियेंट का प्रयोग कर फेसपैक लगाएं. नेचुरल चीजें आपकी त्वचा का ख्याल रखेंगी.
मॉनसून में क्या न करें!
गर्म पानी से स्नान ना करें. गर्म पानी से नहाने के कारण आपकी स्किन वीक हो जाएगी और स्किन को डैमेज करेगी.
जल्दबाजी में स्किन को क्लीन न करें. अगर आप ऐसा करते हैं तो आप बैक्टीरिया को हटाने की जगह उसे इन्वाइट करेंगे. ऐसा करने से आपकी स्किन पर ब्रेक आउट हो सकता है.
स्ट्रीट फूड न खाएं: हालांकि बारिश में समोसा, पकौड़े, चाट जैसी चीजें बहुत पसंद आती हैं, लेकिन इस मौसम के दौरान स्ट्रीट फूड से पूरी तरह से बचना चाहिए. बारिश के मौसम में सड़क पर पानी भर जाने से वहीं बनने वाले स्ट्रीट फूड में कीटाणु पैदा होने की आशंका बहुत बढ़ जाती है. अगर बाहर खाना खाना है तो खाते समय सावधान रहें. कोशिश करें कि आप जिस स्थान पर खाना खाने जा रहे हैं, वह साफ-सुथरा हो.
अपने घर के बाहर पानी न भरने दें: अगर आपके घर के बाहर पानी भर जाता होता है, तो आपको वो नहीं होने देना चाहिए. पानी भर जाने से मच्छर उसमें अंडे देते है और मलेरिया जैसी बीमारियां फैलती हैं.
मॉनसून में क्या जरूर करें
Herbal tea पीना न केवल मॉनसून के मौसम में ही अच्छा होता है बल्कि बाकी मौसम में भी आपके लिए फायदेमंद होता है. आप चाहे तो इसमें एक्सट्रा फ्लेवर के लिए अदरक, काली मिर्च और शहद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनके अलग से स्वास्थ्य लाभ हैं.
इस मौसम में चूंकि पानी से फैलने वाली बीमारियों की चपेट में आने के आसार ज्यादा होते हैं. इसलिए आपको या तो प्योरिफाइड और शुद्ध पानी या फिर उबाल कर ठंडा किया हुआ पानी इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे पानी से होने वाली कई तरह की बीमारियों के आसार कम हो जाते हैं.
अच्छे फैट वाला खाना खाएं: अब आप ये सोचेंगे की हम ये क्या कह रहे हैं. तो ध्यान से सुनिए कि अच्छे फैट वाला खाना आपकी स्किन को रिपेयर करने में मदद करता है और लॉस्ट मॉइस्चर को रीस्टोर करता है.
अपने पैरों को सांस लेने दें: बंद जूते पहनने से आपके पैरों में पसीना आता है और ये बैक्टिरिया की ग्रोथ को हैल्प करता है. इसलिए मॉनसून में चप्पल और फ्लोटर्स जैसे फुटवेयर पहनें.
लहसुन, हींग, अदरक आदि का प्रयोग आप खुल कर सकते हैं. वहीं सब्जियों में गोभी, आलू, भिंडी और राजमा का जितना हो सके सेवन करने से बचें.
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