दिल्ली में स्मॉग के बढ़ते कहर के बाद प्रदूषण से बचने के लिए तरह-तरह के तरीके ईजाद किए जा रहे हैं. हर कोई इससे बचने की कोशिश में लगा है. बावजूद इसके, राह पर चलता हर दूसरा आदमी मास्क लगाए दिख रहा है. प्रदूषण ने मास्क का बड़ा बाजार भी तैयार कर दिया है. लेकिन प्रदूषण से बचने के लिए मास्क से छुटकारा दिलाने का काम करेगा नैजोफिल्टर.
नैजोफिल्टर एक ऐसा मास्क है, जो आपके चेहरे की खूबसूरती को ढके बगैर प्रदूषण से दूर रखेगा. ये प्रदूषण से बचने का ऐसा नायाब तरीका है, जिससे न आपकी सूरत पर कोई असर पड़ेगा, न पॉकेट पर. असरदार रहने में महंगे मास्क से किसी मामले में कम भी नहीं है. इस नैजोफिल्टर को आईआईटी के पूर्व छात्रों ने बनाया है. बनाने वालों का दावा है कि ये एक ऐसी खोज है, जो मास्क की छुट्टी कर देगा.
नैजोफिल्टर... हैप्पी ब्रीदिंग
नैजोफिल्टर कोई मास्क नहीं है, बल्कि नाक पर चिपकने वाला बहुत छोटा सा फिल्टर है. ये फिल्टर बायोडिग्रेडेबल पोलिमर का बना है, जिसमें नैनो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है. मास्क की टैग लाइन है ‘हैप्पी ब्रीदिंग’ यानी सुकून की सांस.
नैजोफिल्टर्स डॉट कॉम के संस्थापक और आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र प्रतीक शर्मा ने अपने दोस्तों संजीव जैन और तुषार व्यास के साथ मिलकर इस प्रोडक्ट को तैयार किया है. अब तक 40 हजार से ज्यादा लोगों को इनकी तरफ से ये प्रॉडक्ट दिया जा चुका है.
छात्रों की इस टीम को इसी साल मई में तब के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से 'स्टार्टअप नेशनल अवॉर्ड' मिल चुका है. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी युवाओं की इस पहल की सराहना की है.
PM 2.5 रोकने वाले मास्क ही कारगर
प्रदूषण से बचने के लिए लोग तरह-तरह के मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन जितने भी मास्क हैं, उनमें PM 2.5 को रोकने वाले मास्क ही इस प्रदूषण से लड़ने में कारगर हैं. नैजोफिल्टर इस तरह तैयार किया गया है, जिससे यह PM 2.5 से लड़ने में पूरी तरह सक्षम हो सके.
‘नैजोफिल्टर्स’ डिवाइस एक नैनो-रेस्परेटरी फिल्टर है. ये हवा में मौजूद महीन खतरनाक कणों से हमें बचाता है. ये कोरियन लैब से सर्टिफाइ है. 2 दिसंबर से ये डिवाइस इंडिया और ग्लोबल मार्केट में ऑनलाइन मिलना शुरू हो जाएगा. फिलहाल ये दिल्ली में मिल रहा है.प्रतीक शर्मा, फाउंडर, नैजोफिल्टर्स डॉट कॉम
सामान्य मास्क से है काफी सस्ता
आमतौर पर मार्केट में PM 2.5 से लड़ने वाले जितने भी मास्क है, उनकी कीमत 300 से 1800 रुपये तक है. ये मास्क 36 से 100 घंटों तक असरदार रहते हैं. लेकिन नैजोफिल्टर केवल 10 रुपये में आता है. ये 10 घंटे तक बेहतर तरीके से काम करता है. यानी जितने में आप मार्केट में एक मास्क खरीदेंगे, उतने में 30 से 40 नैजोफिल्टर आसानी से मिल सकता है.
इसे बनाने वाले प्रतीक शर्मा ने बताया कि उनकी मां को अस्थमा था. उन्हें मास्क पहनने में काफी परेशानी होती थी. इसी वजह से उन्होंने इस छोटे से फिल्टर को बनाने के बारे में सोचा. आज उनकी इस पहल से हजारों लोगों को सुकून की सांस मिल पा रही है.
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