क्या आपने गौर किया है कि दोनों नवरात्रि मौसम बदलने के साथ आते हैं. एक जब सर्दी से गर्मियां आती हैं और दूसरा जब हवा में थोड़ी ठंडक आने लगती है और हमारी इम्यूनिटी (बीमारियों से लड़ने की क्षमता) कम होती है.
यही कारण है कि नवरात्रि में प्रोसेस्ड फूड, मीट, अनाज न खाने और बिना नमक या कम नमक की चीजें, फल और सब्जियां खाने का नियम है. ये नियम वास्तव में हमारे शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. इससे शरीर को जरूरी आराम और कायाकल्प का वक्त मिलता है.
नवरात्रि व्रत के दौरान जो कुछ हम खाते हैं, उनके अलावा भी खाने के लिए बहुत कुछ है. आइए एक-एक करके इन्हें समझें.
दो बेसिक रूल जिनको फॉलो करना हैः
अपने आप को हाइड्रेटेड रखें; अचानक गर्मी बढ़ने के कारण इस दौरान हमारे शरीर में पानी की कमी हो सकती है. ऐसे में छाछ भी एक अच्छा विकल्प है.
नियम से थोड़ा- थोड़ा खाएं क्योंकि ये ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने में मदद करेंगे. यह सुनिश्चित करेगा कि आपकी बॉडी में पूरे दिन के लिए पर्याप्त आवश्यक न्यूट्रिशन हो.
अब कुछ खास फूड्स:
साबूदाना
साबूदाना कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा स्रोत है, जो उपवास के दौरान आवश्यक एनर्जी देता है. इसके साथ ही ये गर्मियों का एक उत्कृष्ट भोजन है क्योंकि यह शरीर को ठंडक देता है और पचने में आसान होता है. ये प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है. इसमें कुछ मिनरल्स जैसे कैल्शियम,आयरन, पोटैशियम और विटामिन K भी होता है.
साबूदाने की खिचड़ी, साबूदाना कटलेट या साबूदाने की खीर खा सकते हैं.
राजगिरा
राजगिरा (Amaranth) प्रोटीन का एक शानदार स्रोत है. इसे चौलाइ या रामदाना भी कहते हैं, जिसे आप उपवास के दौरान अपने मेन्यू में शामिल कर सकते हैं. आप इसे दूध के साथ भी खा सकते हैं या बहुत सारी सब्जियों के साथ दलिया भी बना सकते हैं.
भुना हुआ राजगिरा फलों के साथ या फिर इसके लड्डू भी बनाकर खा सकते हैं.
मखाना
इसमें एंटीऑक्सिडेंट होता है. ये बालों को सफेद होने से रोकने, झुर्रियों और समय से पहले बूढ़ा होने से रोककर एंटी-एजिंग फूड के रूप में काम करता है. इसमें फाइबर अधिक होता है, जो कब्ज दूर रखता है. यह शरीर से कचरे को बाहर निकालने और विषाक्त पदार्थों को इकट्ठा होने से रोकता है.
मखाने को थोड़े से घी में भूनें और फिर इसे खाएं.
लौकी
गर्मियों में लौकी सबसे बेहतर सब्जी है. इसमें बहुत मात्रा में पानी (96% पानी) होता है. यह स्वाभाविक रूप से ठंडा होती है, पोटैशियम से भरपूर होती है, जो ब्लडप्रेशर को कम रखने और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है. यह थकान को रोकती है और गर्मियों के दौरान शरीर को ठंडा और तरोताजा रखती है.
लौकी का रायता बनाएं.
आलू
एक मीडियम आलू (150 ग्राम) में सिर्फ 116 कैलोरी होती है. यह फाइबर (3 ग्राम) संचित करने का एक शानदार तरीका है, जो स्वाद के साथ संतुष्टि देता है. इसमें विटामिन सी, पोटैशियम और विटामिन बी 6 में अधिक होता है.
गर्मी को मात देने के लिए आलू का सलाद बनाएं.
कद्दू
कद्दू में पोटैशियम भरपूर होता है. यह एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है, जो हमारी मांसपेशियों को अच्छे से काम करने में मददगार होता है और विटामिन सी प्रदान करता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम के लिए बहुत अच्छा है.
खट्टा-मीठा कद्दू या कद्दू का हलवा अच्छा विकल्प है.
शकरकंद
विटामिन A और एंथोसायनिन दोनों लिवर के फंक्शन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं. इससे वजन घटाने और शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है.
शकरकंदी हलवा, टिक्की या चाट खा सकते हैं.
कुट्टू
इसमें फाइबर होता है और यह भूख को कम करने में मदद करता है. इसमें प्रोटीन, बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन और फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, कॉपर और मैंगनीज जैसे खनिज भी होते हैं.
कुट्टू की रोटी या कुरकुरा कट्टू पकौड़ा या डोसा बनाएं.
अदरक
नवरात्रि में लोग प्याज और लहसुन को बिल्कुल दरकिनार कर देते हैं. ऐसे में अदरक मुख्य भूमिका में आ जाता है. यह मेरे अंदर के न्यूट्रिशनिस्ट को वास्तव में खुश कर देता है. यह एक ऐसा इनग्रेडिएंट है जो मेरा मानना है कि हम सभी को भरपूर लेना चाहिए, लेकिन अगर हम इसे नहीं ले रहे, तो यही कारण है कि इसे खाने की अनिवार्यता मेरे दिल को निरंतर खुश कर देती है. अदरक एक अद्भुत डिटॉक्सिंग और एंटी इंफ्लेमेटरी एजेंट है.
अदरक वाली चाय बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में एक या दो 1/2 इंच ताजा अदरक का टुकड़ा लें. आप सलाद को सजाने के लिए अदरक, सोया सॉस, जैतून का तेल और लहसुन को भी मिला सकते हैं.
अपने नवरात्रि के सभी व्यंजनों को अदरक के साथ पकाएं.
कांजी (कुछ लोग गाजर नहीं खाते)
काली गाजर से बना यह किण्वित (fermented) ड्रिंक आंतों में अच्छे बग्स की संख्या वृद्धि में मदद कर अच्छे बनाम बुरे बैक्टीरिया के संतुलन को वापस लाने में मदद करता है.
रोजाना एक ग्लास कांजी पीएं.
(कविता देवगन दिल्ली में रहने वाली एक न्यूट्रिशनिस्ट, वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और हेल्थ राइटर हैं. इन्होंने दो किताबें Don’t Diet! 50 Habits of Thin People (Jaico) और Ultimate Grandmother Hacks: 50 Kickass Traditional Habits for a Fitter You (Rupa) लिखी है.)
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