तीन वैज्ञानिकों विलियम जी. केलिन, ग्रेग एल. सेमेंजा और पीटर. जे. रैटक्लिफ को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा.
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल एसेंबली ने घोषणा की है कि तीनों वैज्ञानिकों को इस बात की खोज के लिए पुरस्कृत किया जा रहा है कि कोशिकाएं ऑक्सीजन की उपलब्धता को कैसे पहचान लेती हैं और खुद को उसके अनुरूप ढाल लेती हैं.
अपनी खोज के जरिए वे इस बात को समझने में सक्षम हुए हैं कि ऑक्सीजन का स्तर किस तरह कोशिका चयापचय और शारीरिक क्रियाप्रणाली को प्रभावित करता है.
संस्थान के अनुसार, इन वैज्ञानिकों की खोजों से एनीमिया, कैंसर और दूसरी बीमारियों से लड़ने की नई रणनीति विकसित करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है.
न्यूयॉर्क में 1957 में पैदा हुए केलिन आंतरिक चिकित्सा और ऑन्कोलॉजी में विशेषज्ञ हैं.
सेमेंजा भी न्यूयॉर्क में 1955 में पैदा हुए थे और वह एक बाल रोग विशेषज्ञ हैं.
रैटक्लिफ का जन्म 1954 में लंकाशायर में हुआ था और वह नेफ्रोलॉजी में विशेषज्ञ हैं.
तीनों वैज्ञानिकों को ये पुरस्कार 10 दिसंबर को स्टॉकहोम के कोंसर्थस में एक समारोह में प्रदान किया जाएगा. इसी दिन पुरस्कार के संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है. इसी मौके पर ओस्लो सिटी हॉल में नोबेल का शांति पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा.
सभी पुरस्कारों में एक नकद पुरस्कार शामिल है, जो इस साल 90 लाख स्वीडिश क्रोनोर (912,000 डॉलर) है.
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