वर्ल्ड किडनी डे हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है. आइए इस महत्वपूर्ण अंग पर ध्यान दें, जो शरीर से वेस्ट और विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए काम करता है. मैं आपके किडनी की देखभाल के लिए पोषण संबंधी कुछ महत्वपूर्ण कदम साझा करने जा रही हूँ.
तो चलिए शुरू करते हैं:
अपनी किडनी को स्वस्थ रखने के लिए 7 टिप्स
सबसे पहले, सुबह-सुबह तांबे के बर्तन में रात भर रखा एक गिलास पानी पिएं. जब पानी को तांबे के बर्तन में रखा जाता है, तो थोड़ा तांबा पानी में मिल जाता है और पानी को अपने सभी सकारात्मक गुण देता है. यह डाइजेस्टिव सिस्टम को बेहतर काम करने में मदद करता है, आपकी आंत को साफ और डिटॉक्स करने में मदद करता है, और किडनी के काम को नियंत्रित करता है.
दूसरा, अपने दैनिक आहार से सारी टॉक्सिक चीज़ें हटाएं. इसमें धूम्रपान, अधिक चीनी, चाय, कॉफी, चॉकलेट और शराब शामिल हैं. यह किडनी को साफ करने में मदद करेगा. अपने आहार में खट्टे फलों को भी शामिल करें और ग्रीन टी का सेवन करें. बेसिक्ली, अपनी किडनी की खातिर रोज डिटॉक्स करें.
तीसरा, पानी को अपना दोस्त बनाएं. प्रतिदिन 2 लीटर पानी पीने का लक्ष्य रखें, ताकि किडनी लीवर द्वारा नष्ट किए गए विषाक्त पदार्थों को खत्म कर सके. गर्मी के महीनों के दौरान किडनी की पथरी अधिक आम है क्योंकि गर्म मौसम निर्जलीकरण का कारण बनता है और यूरिन में पदार्थों की कॉन्सन्ट्रेशन को बढ़ाता है और ये पदार्थ पत्थरों में क्रिस्टलीकृत होते हैं. पानी, जूस और चाय (ग्रीन टी, हर्बल और हल्की चाय) जैसे तरल पदार्थ मदद करते हैं. कॉफी, सोडा और मीठे पेय पदार्थों से बचें.
चौथा, कच्ची सब्जियों और फलों ज्यादा खाएं, विशेष रूप से गहरे हरे पत्तेदार सब्जियां और नारंगी, पीले, बैंगनी और लाल रंग के फल और सब्जियां. कोशिश करें कि आहार का तीस प्रतिशत हिस्सा कच्चे फल और सब्जियां हों, क्योंकि उनमें जीवित एंजाइम, विटामिन सी, प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और कैंसर रोधी फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं। ये सब किडनी के डिटॉक्स में मदद करते हैं. कच्चे फल और सब्जियों के रस विशेष रूप से एक शक्तिशाली उपचार हैं और किडनी के कार्य में सुधार ला सकते हैं.
पांचवां, मीट कम खाएं. मांस को पचाना मुश्किल हो सकता है और इसके पाचन के लिए कई एंजाइमों की आवश्यकता होती है, इसलिए आहार से इसकी कमी डीटॉक्सीफिकेशन को बढ़ाती है. इसके अलावा, मांसाहारी भोजन से प्रोटीन का इंटेक बढ़ जाता है, और अगर आहार में प्रोटीन का सेवन अधिक (दैनिक कैलोरी सेवन के 30% से अधिक) होता है, तो समय के साथ शरीर में टॉक्सिक केटोन्स का निर्माण हो सकता है, जो किडनी के कार्य में बाधा डाल सकता है.
छठा, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ किडनी के लिए एक बड़ी समस्या हैं. इनमें आमतौर पर नमक (सोडियम) की मात्रा अधिक होती है, जिससे कैल्शियम का एक्सप्क्रीशन अधिक होता है (यूरिन में जाने वाले सोडियम की मात्रा में वृद्धि कैल्शियम को भी साथ खींच सकती है), और पथरी के बनने की संभावना बढ़ सकती है.
सातवां, वजन को नियंत्रण में रखना जरूरी है.
किडनी फ्रेंडली डाइट में करें इन फूड्स को शामिल
अदरक किडनी को साफ करने में मदद करता है. गर्म पानी में पिसा हुआ अदरक डालें और दिन भर घूंट लेते रहें.
क्रैनबेरी खाएं. इनमें क्विनीन नामक पोषक तत्व होता है जो हिप्पुरिक एसिड में परिवर्तित हो जाता है और किडनी में यूरिया और यूरिक एसिड के अतिरिक्त निर्माण को साफ करने में मदद करता है.
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करने के लिए सीधे किडनी की कोशिकाओं पर काम करता है. यह हल्दी दूध पीने के एक और कारण है.
सौंफ आपकी किडनी का दोस्त है. किडनी की क्रिया को बढ़ावा देने के लिए सौंफ के साथ एक कप चाय पिएं.
बाजरा में क्वेरसेटिन नामक एक कम्पाउन्ड होता है जो शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालकर किडनी को ठीक से काम करने में मदद करता है.
मूली के पत्ते एक प्राकृतिक डाईयूरेटिक हैं और सूजन को कम करने, किडनी को साफ करने और यूटीआई को दूर रखने के लिए एकदम सही हैं.
जायफल, जायफल के बीज (आमतौर पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है) किडनी के डीटॉक्सीफिकेशन में मदद करता है.
नींबू के छिलके किडनी की पथरी के लिए बहुत अच्छे होते हैं क्योंकि इसमें मौजूद सिट्रिक एसिड यूरिन की मात्रा और पीएच को बढ़ाकर किडनी की पथरी को रोकने में मदद कर सकता है.
तरबूज के बीज. इसमें कुकुओसिटर्न नामक एक कॉमपुण्ड होता है, जो रक्त वाहिकाओं को फैलाने में मदद करता है, जिससे हाई ब्लड-प्रेशर कम होता है, और किडनी के कार्य को भी सक्रिय करता है. नोट: बीजों को शेड में सुखाकर पाउडर बना लें. एक कप उबलते पानी में 2 चम्मच चूर्ण डालें. फ़िर इसे छान कर नियमित रूप से खाएं.
घी बढ़िया है. जब घास खाने वाली गायों से प्राप्त किया जाए, तो घी विटामिन K2 का एक समृद्ध स्रोत है, जिसे हमारे शरीर का कैल्शियम रेग्युलेटर माना जाता है - यह कैल्शियम को वहीं रखता है जहां उसे होना चाहिए (दांत और हड्डी) और उन जगहों से बाहर ले जाता है जहां उसे नहीं होना चाहिए (आर्टेरी, किडनी, टिशू, आदि).
चेरी अच्छे ब्लड क्लीनर हैं और लिवर और किडनी की मदद करते हैं. वे नियमित शौच को बढ़ावा देते हैं जो शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है.
आम में बीटा-कैरोटीन होता है, जो हमारे शरीर द्वारा विटामिन ए में परिवर्तित हो जाता है. विटामिन ए और सी किडनी की सूजन को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
मखाना में कम सोडियम और अधिक पोटेशियम होता है - जो हमारे शरीर के इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को ट्यून करने और ब्लड-प्रेशर को कम रखने के लिए एकदम सही है.
(कविता दिल्ली में स्थित एक न्यूट्रिशनिस्ट, वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और हेल्थ राइटर हैं. वह डोन्ट डाइट! 50 हैबिट्स ऑफ थिन पीपल (जैको), अल्टीमेट ग्रांडमदर हैक्स: 50 किकैस ट्रेडिशनल हैबिट्स फॉर ए फिटर यू (रूपा) और फिक्स इट विथ फूड्स की लेखिका हैं.)
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