किसी ऑनलाइन गेम की लत लगना, अब कोई नई बात नहीं रह गई है. इन दिनों PUBG नाम के एक गेम का नशा जोरों पर है.
PlayerUnknown’s Battlegrounds, जो PUBG के नाम से लोकप्रिय है, मोबाइल फोन पर लॉन्च होने के बाद गेमर्स के बीच एक नया क्रेज बन चुका है.
इस बीच खबर आई है कि जम्मू के एक फिटनेस ट्रेनर को ऑनलाइन गेम की लत के कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया.
यूएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक इस बैटल गेम को दस दिनों से ज्यादा खेलने के बाद गेमर ने अपना मानसिक संतुलन खोकर खुद को घायल करना शुरू कर दिया.
इस गेम की वजह से मानसिक संतुलन खोने का ये पहला मामला नहीं है बल्कि जम्मू में इस तरह का ये छठा मामला है, जो सामने आया है.
UNI की रिपोर्ट में हॉस्पिटल के डॉक्टर का कहना है,
मरीज की हालत स्टेबल नहीं है और उसने आंशिक तौर पर अपना मानसिक संतुलन खो दिया है.
डॉक्टर ने ये भी बताया कि भले ही पेशेंट लोगों को पहचान रहा था, लेकिन उसका दिमाग होश में नहीं था और वो तब भी गेम के प्रभाव में था.
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (NIMHANS), बैंगलोर ने मिरर नाउ को बताया कि हॉस्पिटल फिलहाल PUBG की लत से जूझ रहे 6 से 7 मरीजों का इलाज कर रहा है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार जम्मू-कश्मीर के लोगों ने सरकार से राज्य में गेम को बैन करने का आग्रह किया है. चीन की ऑनलाइन गेमिंग एथिक्स रिव्यू कमेटी ने भी फोर्टनाइट और पबजी जैसे हिंसक गेम्स को बैन करने के लिए कहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)