याद है वो दिन जब आप छोटे थे और रोजा रखते थे. आपकी मां सुबह उठ कर आप के लिए सेहरी बनाती थीं. आप बिना किसी फिक्र के सुबह सेहरी करते और सो जाते. दिन भर ये इंतजार करते थे कि शाम में मम्मी आप के लिए क्या बनाने वाली हैं. जब शाम होती, तो डाइनिंग टेबल पर तरह-तरह के पकवान शामिल होते थे.
वो दिन बचपन के थे, लेकिन अब आप बड़े हो गए हैं. अब आपके पास वक्त की कमी भी है. आपको रोजा भी रखना है और अपने कामकाज, पढ़ाई-लिखाई के साथ अपनी सेहत का ख्याल भी रखना है.
इस साल रमजान का पाक महीना 7 मई से शुरू होने जा रहा है. रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना होता है. दुनिया भर के मुसलमानों के लिए इस महीने की बहुत अहमियत है. विज्ञान के अनुसार भी ये महीना आपकी सेहत के लिए बेहतरीन है.
विशेषज्ञों का कहना है कि रोजा रखने के दौरान डिटॉक्सिफिकेशन होता है, जिससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन और नुकसानदेह तत्व बाहर निकल जाते हैं, तो ऐसे में रमजान अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए बेहतरीन महीना है.
रोजा 15 घंटे से अधिक समय का होगा. ऐसे में इतना लंबा रोजा रखने के लिए आपको अपनी डाइट का ख्याल भी रखना होगा.
कैसी हो आपकी सेहरी और इफ्तार? आइए जानते हैं फोर्टिस हॉस्पिटल में न्यूट्रिशनिस्ट रुपाली दत्ता से.
वैसे तो पहले से जो सेहरी और इफ्तार का तौर तरीका चला आ रहा है, वो बेस्ट है.रुपाली दत्ता, न्यूट्रिशनिस्ट
सेहरी
सेहरी ज्यादा हेवी ना खाएं. उससे प्यास ज्यादा लगती है और दिनभर तबीयत भारी-भारी लगेगी. जिससे ऑफिस में भी दिन भर सुस्त महसुस करेंगे.रुपाली दत्ता, न्यूट्रिशनिस्ट
रुपाली दत्ता कहती हैं, ‘अक्सर ऐसा होता है कि दिन भर भूखे-प्यासे रहने के बारे में सोच के सेहरी बगैर सोचे-समझे ज्यादा खा लेते हैं. फिर बाद में एहसास होता है. इसलिए ज्यादा हेवी ना ही खाएं उससे प्यास ज्यादा लगती है.’
आप सेहरी में दलिया, ओट्स, साबुदाना ले सकते हैं. इसके अलावा अगर चाहें तो टोस्ट और चाय लें. खीर भी ले सकते हैं, ऑमलेट खाने की बजाए उबला अंडा ले लें. अगर हो सके तो फल भी शामिल कर सकते हैे. वैसे भी ज्यादा पानी पीना मुमकिन नहीं होता है. इसलिए फ्रूट्स भी शामिल करेंगे तो दिनभर हाइड्रेटेड रहेंगे और पानी की कमी नहीं होगी.
इफ्तार की शुरुआत खजूर से करें
जो बातें किताबों में लिखी होती हैं, उनकी कुछ वजह भी होती हैं.रुपाली दत्ता, न्यूट्रिशनिस्ट
मुस्लिम धर्म में मानते हैं कि रोजा खजूर से खोलने से सवाब मिलता है, लेकिन सवाब मिलने के साथ-साथ ये आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद है. खजूर में नैचुरल शुगर होती है, जिससे रोजा रखने के दौरान कम हुआ शुगर लेवल बैलेंस हो जाता है.
दिन भर खाली पेट रहने के फौरन बाद ज्यादा पानी ना पीएं. इसके अलावा जूस और नींबू-पानी लें.
इफ्तार में हल्की चीजे खाएं, ज्यादा तली-भुनी चीजें ना लें. फल लें, फाइबर युक्त चीजें लें. अधिकतर लोग इफ्तार अधिक करने के बाद खाना भी भरपेट खाते हैं, जिससे हाजमा बिगड़ सकता है.
इफ्तार हेवी ना लें और फिर हल्का खाना खाएं.
याद रखें की रमजान में आपको अपनी बॉडी को ब्रेक देना है. अगर आप रमजान में आम दिनों से भी अधिक खाने लगेंगे, तो रोजा रखने का आपकी बॉडी को कोई फायदा नहीं होगा. बॉडी को आम रूटीन से ब्रेक कैसे मिलेगा?रुपाली दत्ता
आजकल रमजान में रात भर खान-पीने की दुकानें खुली रहती हैं. घूमने और खाने-पीने में मजा तो बहुत आता है, लेकिन आपको अपने पेट का भी ख्याल रखना है.
ईद में आपको अच्छा भी दिखना है. इसलिए अपनी सेहत का ख्याल रखें और खुश रहें, मुस्कुराते रहें.
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