स्वस्थ मुंह में संवेदनशील (सेंसिटिव) दांत बहुत पीड़ादायक हो सकते हैं. कई बार दांत इतने संवेदनशील होते हैं कि गर्म चाय पीने और ठंडी आईस क्रीम खाने के ख्याल से ही आपको घबराहट होने लगती है. पर आप अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं.
इस पर ध्यान दें : 10 में से एक भारतीय दातों में संवेदनशीलता के कारण होने वाले दर्द से पीड़ित हो सकता है. डेंटिस्ट का कहना है कि इसे मामले में महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले दुगनी है.
मुंह संबंधी किसी समस्या की शुरुआत सांसों में बदबू या स्वाद में गड़बड़ होने से होती है. मुंबई निवासी डेंटिस्ट डॉ. ज्योती प्रधान का कहना है कि मसूड़ों से खून बहना दांतों के अस्वस्थ होने का संकेत है.
कई लोगों को लंबे समय से मुंह से खून निकलने की दिक्कत होती है लेकिन इसके गंभीर बीमारी में तब्दील न होने तक वे इसकी परवाह नहीं करते. अगर उनके हाथ या पैर से खून बहता, तो क्या तब भी उनकी प्रतिक्रिया ऐसी ही होती?डॉ. ज्योति प्रधान, डेंटिस्ट
अगर आपके दांत खराब हैं, तो दर्द के साथ—साथ शर्म भी महसूस होती है. खराब दांत होने के कारण हृदय संबंधी रोग होने की संभावना भी होती है और यहां तक कि यह कैंसर के खतरे को भी बढ़ा देते हैं. इस बात के प्रमाण हैं कि मुंह का स्वस्थ रहना पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.
इसलिए नीचे देखें की कैसे संवेदनशील दातों की देखभाल कर सकते हैं.
दांतों में संवेदनशीलता का सबसे बड़ा कारण
किसी भी तरह की संवदेनशीलता नुकसानदायक ही होती है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि सबसे कम खतरनाक है ठंडे से होने वाली संवेदशनशीलता. यह बहुत कम समय के लिए और कभी-कभी ही होती है लेकिन अगर दर्द लगातार और दांतों के आसपास एक सीमित क्षेत्र तक बना रहे, तो यह माइक्रो-क्रेक, फिलिंग के निकलने और केविटी का संकेत हो सकता है.
अगर आपके दांत, गर्माहट के प्रति संवेदनशील हैं और चबाने में दबाव महसूस करते हैं तो आपको डॉक्टर को दिखाने की जरूरत है क्योंकि यह दांतों में किसी तरह का इन्फेंक्शन हो सकता है.
क्या करना चाहिए
माउथवॉश इस्तेमाल करने की आदत छोड़ें : अगर आपको मिन्टी फ्रेश सांसे पसंद हैं और आप पूरे दिन माउथवॉश का इस्तेमाल करते रहते हैं, तो इससे मुंह में छाले हो सकते हैं. माउथ क्लीनर्स में तेजाब होता है जो संवेदनशील दांतों को और खराब कर देता है.
नर्म टूथब्रश और संवदेशनशील दांतों के लिए उपयुक्त टूथपेस्ट उपयोग करें : इस तरह के टूथपेस्ट सभी के लिए फायदेमंद नहीं होते पर शुरुआत के लिए यह सही है.
ब्रश करने का तरीका बदलें : अपने दांतों को ज्यादा जोर से रंगड़ कर ब्रश न करें इससे उनकी चमक जल्दी फीकी पड़ जाएगी. अपने सफेद चमकदार दांतों पर हल्के हाथों से और आराम से ब्रश लगाएं, आखिर इन्हें ताउम्र आपकी सेवा जो करनी है.
दांतों को पीसना बंद करें : आपको पता नहीं चलेगा लेकिन दांतों को पीसने या टकराने से इनेमल हट जाता है और डेंटिन दिखने लगता है. अनेमल और डेंटिन उन चार अवयवों में से हैं जिनसे मिलकर दांत बनते हैं. डेंटिन दूसरा हार्ड टिशू है, जो इनेमल के अंदर होता है. इसमें खोखली ट्यूब्स होती हैं जो तंत्रिकाओं तक पहुंचती हैं. फिर इससे दांतों में संवेदनशीलता महसूस होने लगती है. अगर दांतों का पीसना किसी बीमारी के कारण है तो इसे डॉक्टर को दिखाएं.
खाने और पीने की एसिडिक चीजें छोड़ें : रेड वाइन, सोडा, खट्टे फल और अत्यधिक मीठे पेय पदार्थ छोड़ दें. लेकिन, फिर भी आप एक यो दो ड्रिंक पीना चाहते हैं तो स्ट्रॉ का इस्तेमाल करें ताकि इसमें मौजूद एसिड पूरे मुंह में न फैल सके.
खाना खाने के बाद गर्म पानी से 20 मिनट तक कुल्ला करें.
अगर कोई भी उपाय काम नहीं करता है तो परेशान न हों और डॉक्टर को दिखाएं.
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