अगर आपको टमाटर पहले से ही पसंद है, तो अच्छी बात है और अगर नहीं है, तो इसे जल्द ही अपनी पसंदीदा चीज बना लें. टमाटर में पाए जाने वाले लाइकोपीन से दिल की बीमारियों की रोकथाम की जा सकती है, ये बात पहले ही सामने आ चुकी है. अब एक स्टडी ये भी कहती है कि टमाटर खाने से अधिक फैट वाले खानपान की वजह से होने वाले लिवर कैंसर का खतरा घट सकता है.
चूहों पर किए गए इस अध्ययन से पता चलता है कि टमाटर में भरपूर लाइकोपीन पाया जाता है, जो एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी कैंसर एजेंट है. लाइकोपीन फैटी लिवर से जुड़ी बीमारियों, सूजन और लिवर कैंसर को विकसित होने से प्रभावशाली तरीके से रोकता है.
अमेरिका के टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसर जियांग-डोंग वांग कहते हैं, "टमाटर और प्रॉसेस्ड टमाटर जैसे सॉस, टमाटर के पेस्ट, डिब्बाबंद टमाटर उत्पाद, केचप और टमाटर जूस से बने फूड्स का सेवन करना लाइकोपीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है."
वांग कहते हैं, ‘’दिलचस्प बात ये है कि टमाटर पाउडर लिवर कैंसर को बढ़ने से रोकने के लिए शुद्ध लाइकोपीन की खुराक की समान मात्रा से ज्यादा असरदार है.’’
इसकी वजह टमाटर में मौजूद दूसरे पोषक तत्वों जैसे विटामिन ई, विटामिन सी, फोलेट, खनिज, फेनोलिक तत्वों और फूड फाइबर हो सकते हैं.
कैंसर प्रिवेंशन रिसर्च जर्नल में पब्लिश इस स्टडी के मुताबिक चूहों को टमाटर पाउडर खिलाने से उनमें माइक्रोबायोटा और अधिक समृद्ध हो गया. इसने सूजन को बढ़ाने वाले कुछ बैक्टीरिया को बढ़ने से रोक दिया.
अध्ययन के लिए नवजात चूहों को एक लिवर कार्सिनोजेन से संक्रमित किया गया. उसके बाद उन चूहों को अधिक वसा वाला अनहेल्दी खाना दिया गया. चूहों को टमाटर पाउडर के साथ और उसके बगैर भी लाइकोपीन युक्त खाना दिया गया.
टमाटर के अलावा अमरूद, तरबूज, अंगूर, पपीता सहित दूसरे फूड में भी लाइकोपीन होता है, लेकिन टमाटर की तुलना में बेहद कम होता है.
इस स्टडी से पता चलता है कि लाइकोपीन से युक्त टमाटर सॉस और टमाटर से बने उत्पादों को खाने से दिल से जुड़ी बीमारी, ऑस्टियोपोरोसिस, डायबिटीज और प्रोस्टेट, फेफड़े, स्तन और पेट के कैंसर सहित कई बीमारियों के खतरे से बचने में मदद मिल सकती है.
(इनपुट: IANS)
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