ADVERTISEMENTREMOVE AD

West Nile Fever: केरल में वेस्ट नाइल फीवर का अलर्ट, कैसे फैलता है वायरस? जानें लक्षण

केरल स्वास्थ्य विभाग ने एक अलर्ट जारी कर सभी जिला अधिकारियों को निगरानी गतिविधियां बढ़ाने का निर्देश दिया है.

Published
फिट
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

West Nile Fever: केरल के कोझिकोड, मलप्पुरम और त्रिशूर जिलों में वेस्ट नाइल बुखार के कम से कम नौ मामले सामने आए हैं. त्रिशूर के एक 79 वर्षीय व्यक्ति की वायरल इन्फेक्शन से मौत भी हो गई.

केरल स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार, 7 मई को एक अलर्ट जारी किया, जिसमें सभी जिला अधिकारियों को निगरानी गतिविधियों को बढ़ाने और मच्छरों के प्रजनन को कंट्रोल करने के लिए प्री-मानसून सफाई अभियान पर फोकस करने के लिए कहा गया.

जानें वेस्ट नाइल बुखार के बारे में सबकुछ.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

वेस्ट नाइल बुखार कैसे फैलता है?

क्यूलेक्स मच्छर (Culex mosquitoes) मनुष्यों में वायरल इन्फेक्शन फैलाते हैं. मूल रूप से पक्षियों के कारण होने वाला यह वायरल इन्फेक्शन मनुष्यों में फैलने पर एक गैर-संचारी रोग (non-communicable disease) हो जाता है.

केरल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने क्या कहा है?

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा,

“2011 के बाद से, राज्य के कई जिलों में वेस्ट नाइल के मामले सामने आए हैं. किसी भी प्रकार की चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है. अगर किसी को बुखार या दूसरे लक्षण हैं, तो उन्हें तुरंत स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए".

राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है:

  • रुके हुए जलस्रोतों (water bodies) को साफ करें

  • मच्छरों के प्रजनन को रोकें

उन्होंने यह भी सलाह दी है कि लोग प्रिवेंटिव उपाय करें जैसे:

  • ऐसे कपड़े पहनें जो आपके शरीर को पूरी तरह से ढकें

  • मच्छर भगाने वाले स्प्रे या उत्पादों का उपयोग करना

  • मच्छरदानी का प्रयोग करें

  • यह सुनिश्चित करें कि आपके आसपास कोई जमा पानी या मच्छरों के पनपने का स्थान न हो

मरीजों का क्या हाल है?

कोझिकोड के जिला कलेक्टर स्नेहिल कुमार सिंह ने हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा,

“जिले में अब तक सामने आए पांच मामलों में से चार ठीक हो गए हैं और एक का वर्तमान में सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है. जिले में वेस्ट नाइल फीवर के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. यह डेंगू के समान है. अभी चिंता या घबराहट का कोई कारण नहीं है. कोई हॉट स्पॉट नहीं हैं.”

2011 में, केरल में वेस्ट नाइल बुखार का पहला मामला सामने आया था. राज्य में अब तक संक्रमण से दो लोगों की मौत हो चुकी है - 2019 में एक छह साल के लड़के की और 2022 में 47 साल के एक व्यक्ति की.

0

क्या हैं लक्षण?

वेस्ट नाइल बुखार के अधिकांश मामले एसिम्प्टोमेटिक हैं, पर ये कुछ लक्षण सामने आ सकते हैं:

  • बुखार और खुजली

  • मांसपेशियों में दर्द

  • उल्टी या मतली

  • दस्त

  • सिरदर्द और कभी-कभी याददाश्त कमजोर होना

  • चक्कर आना

गंभीर मामलों में, वायरल बुखार के कारण ये भी हो सकता है:

  • इंसेफेलाइटिस

  • मेनिनजाइटिस

  • न्यूरोलॉजिकल समस्या

  • मृत्यु

वेस्ट नाइल बुखार का इलाज कैसे किया जाता है?

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार, अभी तक इस वायरल इन्फेक्शन के लिए कोई टीका नहीं है. मरीजों का इलाज उनके लक्षणों के आधार पर किया जाता है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×