World Malaria Day 2023: हर साल 25 अप्रैल को मलेरिया के खिलाफ लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए 'विश्व मलेरिया दिवस' यानी 'वर्ल्ड मलेरिया डे' मनाया जाता है. मलेरिया एक ऐसा रोग है जो मच्छर के काटने से फैलता है. ये मादा एनाफिलीज (Anopheles) मच्छर के जरिए इंसानों के बीच फैलता है. दरअसल, मलेरिया का कारण 'प्लाज्मोडियम विवेक्स' नामक वायरस है.
बता दें कि मलेरिया का सबसे बड़ा कारण गंदगी है. आसपास गंदगी होने के कारण मच्छर पनपते हैं और इसके बाद वह इंसानों को काटकर उन्हें मलेरिया से संक्रमित करता है.
मलेरिया रोग केवल मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से ही फैलता है. दरअसल, मादा मच्छर में मलेरिया फैलाने वाले परजीवी पाये जाते हैं. जब ये मादा मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो इसके अंदर पाए जाने वाले 'प्लाज्मोडियम विवेक्स' वायरस उस व्यक्ति के शरीर में ट्रांसफर हो जाता है. जिसके बाद वह भी मलेरिया से संक्रमित हो जाता है. बता दें कि मादा मच्छर को अंडे पैदा करने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है जिसके चलते वह इंसान का खून चूसती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल मलेरिया से होने वाली दस लाख मौतों में से लगभग 20 प्रतिशत को नकली दवाओं से होती है.
जानें मलेरिया से जुड़े कुछ फैक्ट्स
केवल मादा मच्छर ही जो इंसान को काटती है. वहीं नर मच्छर कभी नहीं काटता है.
एमोरी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के अनुसार, मच्छरों को शराब की गंध काफी पसंद है. 2010 के एक स्टडी में पाया गया कि एक या दो कैन शराब पीने से आपके शरीर में एक ऐसी गंध पैदा होती है, जो मलेरिया वाले मच्छरों को आर्किषत करती है.
गर्भवती महिलाओं को मलेरिया का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. दरअसल, गर्भावस्था के दौरान महिला की स्वास्थ्य प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, जिसकी वजह से इसअवस्था में मलेरिया होने की खतरा ज्यादा बढ़ जाती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2020 की विश्व मलेरिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में अनुमानित 24.1 करोड़ मलेरिया के मामले सामने आए है और मलेरिया से 6,27,000 मौतें हुई, जो साल 2019 की तुलना में लगभग 1.4 करोड़ अधिक मामले हैं. जिसमें 69 हजार अधिक मौतें हुई.
हर साल मलेरिया के कारण सबसे ज्यादा मौते अफ्रीका में होती है. अफ्रीका में हर साल मलेरिया से संक्रमित लगभग 85 प्रतिशत व्यक्ति की मौत हो जाती है. इसके अलावा इस देश में पांच साल की उम्र तक के हर पांच बच्चों में चार बच्चे मलेरिया के कारण मरते हैं.
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