दुनिया भर में तंबाकू के खतरों के प्रति जागरुकता फैलाने और तंबाकू के इस्तेमाल में कमी लाने के लिए हर साल 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जाता है.
इस साल वर्ल्ड नो टोबैको डे का फोकस तंबाकू और फेफड़े की सेहत पर है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) इस कैंपेन के जरिए दो लेवल पर जागरुकता लाई जाएगी:
- तंबाकू का लोगों के फेफड़ों पर खतरनाक असर, कैंसर से लेकर सांस से जुड़ी बीमारियां
- सेहत के लिए फेफड़ों की भूमिका
इस कैंपेन का मकसद तंबाकू सेवन को कम करने के लिए प्रभावी नीतियों और तंबाकू नियंत्रण को बढ़ाना है. तंबाकू किस तरह लोगों की सेहत पर बुरा असर डाल रहा है और किस तरह फेफड़ों का कैंसर, सांस से जुड़ी बीमारियों, टीबी और प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है.
वर्ल्ड टोबैको डे 2019 कैंपेन का मकसद इन मुद्दों पर जागरुकता फैलाना है:
- तंबाकू स्मोकिंग से होने वाले खतरे और सेकंड-हैंड स्मोक
- तंबाकू स्मोकिंग का फेफड़ों पर पड़ने वाला खतरनाक असर
- दुनिया भर में तंबाकू के कारण होने वाली फेफड़ों की बीमारियां और इसके कारण कितनी जान जाती है
- तंबाकू स्मोकिंग और टीबी से होने वाली मौत का संबंध
- सेकंड-हैंड स्मोकिंग का हर उम्र के लोगों पर असर
- स्वस्थ रहने के लिए फेफड़ों का सही से काम करना कितना जरूरी है, इसकी अहमियत समझाना
- पब्लिक और सरकार तंबाकू व इसके खतरों से निपटने के लिए क्या कर सकती है
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