तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा, 2022 तक 80 करोड़ को नौकरी-रोजगार देने का इनका संकल्प था। अब वर्षों बाद अग्निपथ संविदा नहीं बल्कि शिक्षित युवाओं के लिए सेना में एक तरह से मनरेगा स्कीम लागू की गई है। इनके वादों,जुमलों और इरादों को तो छोड़िए,जब प्रचंड बहुमत की सरकार के संकल्प का यह हश्र है तो बाकी का क्या?।
उन्होंने पीएम मोदी के 2022 तक 80 करोड़ रोजगार देने के वादे पर एक समाचार लेख भी साझा किया।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में अग्निपथ योजना शुरू करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। इससे रक्षा बलों को बढ़ावा मिलेगा और इसे मजबूत बनाने के लिए सकारात्मक बदलाव भी आएंगे। युवा आकर्षक वेतन पैकेज और कठोर प्रशिक्षण मिलेगा। चार साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद, उन्हें प्रमाण पत्र मिलेगा जो भविष्य में नई नौकरियों की तलाश में मदद करेगा।
इस बीच केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार के कई जिलों में दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी है।
प्रदर्शनकारियों ने बक्सर और भोजपुर जिलों में पटना-नई दिल्ली मुख्य रेल मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। आंदोलनकारी छात्र बड़ी संख्या में आरा और बक्सर रेलवे स्टेशनों पर जमा हो गए और रेलवे संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया।
उन्होंने इन दोनों स्टेशनों के कार्यालयों और प्लेटफार्मों पर पथराव किया, जिससे पूरी तरह से अफरातफरी मच गई। बिहटा, बिहिया, डुमरांव, रघुनाथपुर, चौसा और अन्य रेलवे स्टेशनों पर कई ट्रेनों को रोका गया।
इसी तरह का विरोध कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, नवादा, गया, जहानाबाद, छपरा, मुंगेर, सहरसा और अन्य जिलों में भी देखा गया।
आंदोलनकारियों ने मुख्य रूप से इन जिलों के रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों को निशाना बनाया।
--आईएएनएस
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