कुरान मजीद दुनिया भर में ऐप स्टोर पर उपलब्ध है, और इसके लगभग 150,000 रिव्यू हैं।
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि हालांकि, एप्पल ने कथित तौर पर अवैध धार्मिक ग्रंथों की होस्टिंग के लिए चीनी अधिकारियों के अनुरोध पर ऐप को हटा दिया है।
चीनी सरकार ने टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐप को सबसे पहले एप्पल सेंसरशिप ने देखा था - एक वेबसाइट, जो एप्पल के ऐप स्टोर पर विभिन्न एप्लिकेशन की निगरानी करती है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी आधिकारिक तौर पर देश में इस्लाम को एक धर्म के रूप में मान्यता देती है।
हालांकि, चीन पर शिनजियांग में अक्सर उइगर मुस्लिमों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन और यहां तक कि नरसंहार का आरोप लगाया जाता रहा है।
यह स्पष्ट नहीं है कि ऐप ने चीन में किन नियमों को तोड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कुरान मजीद का कहना है कि उस पर विश्व स्तर पर 3.5 करोड़ से अधिक मुसलमानों द्वारा भरोसा किया जाता है।
पिछले महीने, एप्पल और गूगल दोनों ने रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी द्वारा तैयार किए गए एक सामरिक वोटिंग ऐप को हटा दिया था।
रूसी अधिकारियों ने दोनों कंपनियों पर जुर्माना लगाने की धमकी दी थी। रूस ने चेताया था कि अगर उन्होंने ऐप को हटाने से इनकार कर दिया, तो कार्रवाई की जाएगी। यह ऐसा ऐप था, जो यूजर्स को बताता है कि कौन सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवारों को हटा सकता है।
चीन एप्पल के सबसे बड़े बाजारों में से एक है और कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला चीनी विनिर्माण पर बहुत अधिक निर्भर है।
एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक पर अमेरिका में राजनेताओं द्वारा अमेरिकी राजनीति के बारे में बोलने, लेकिन चीन के बारे में चुप रहने के लिए पाखंड का आरोप लगाया गया है।
--आईएएनएस
एकेके/एएनएम
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