नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)| देश के प्रमुख शेयर बाजार बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर अब दुनिया की कुछ चुनिंदा प्रमुख मुद्राओं (करेंसी) के युग्मों के डेरिवेटिव्स (फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस यानी वायदा व विकल्प) में ट्रेड होगा।
बीएसई ने बुधवार को कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने उसे कई क्रॉस-करेंसी (अंतर-मुद्रा) डेरिवेटिव्स में ट्रेड की मंजूरी दी है, जो 28 फरवरी से प्रभावी होगी। बीएसई ने एक बयान में कहा, बीएसई को यूरो-अमेरिकी डॉलर (यूएसडी), पाउंड स्टर्लिग (जीबीपी)-यूएसडी और यूएसडी-जापानी येन (जेपीवाई) में क्रॉस-करेंसी डेरिवेटिव्स कारोबार की मंजूरी प्रदान की है।
बीएसई के बयान के मुताबिक, नियामक ने क्रास-करेंसी डेरिवेटिव्स सौदों में लंबी अवधि यानी सुबह नौ बजे से शाम 7.30 बजे तक कारोबार करने की अनुमति प्रदान की है।
बीएसई के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष चौहान ने कहा, नए उत्पाद में कॉरपोरेट, विदेशी फोर्टफोलियो निवेशक और अनिवासी भारतीय हिस्सा लेंगे और एक्सचेंज पर करेंसी डेरिवेटिव्स मार्केट में होने वाले कारोबार में पोजीशन ग्रहण करेंगे।
बीएसई ने कहा, क्रास करेंसी में वायदा सौदों के लिए मासिक 12 सौदे निवेशकों के लिए उपलब्ध होंगे, जिनका अंतिम निपटान नकदी (रुपये) में होगा।
वहीं, विकल्प सौदों में तीन त्रैमासिक सौदों के साथ तीन श्रंखलाबद्ध मासिक सौदे लांच किए जाएंगे।
सौदों के लिए अंतिम कारोबारी दिन सौदों की समाप्ति के महीने के अंतिम दिन 12.30 के दो दिन पहले तक रहेगा।
बीएसई ने कहा, क्रास करेंसी डेरिवेटिव्स सौदों की अंतिम निपटान कीमत का निर्धारण अमेरिकी डॉलर और भारतीय रुपया के संदर्भ में भारतीय रिजर्व बैंक की विनिमय दर और आरबीआई की ओर से प्रकाशित यूरो और रुपया, जीबीपी-रुपया व जेवाईपी-रुपया, जो भी लागू हो, की विनिमय दर से सौदे के अंतिम दिन किया जाएगा।
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