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रूस से पश्चिमी फर्मो के पलायन को भुनाना चाहती हैं चीनी कंपनियां

रूसी बाजार में चीनी व्यवसायों के प्रवेश से दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार को बेहतर प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है.

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साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट ने मंगलवार को बताया कि कई पश्चिमी फर्मो के रूस से निकल जाने के बाद चीन की छोटी और मध्यम आकार की कंपनियां रूसी बाजार में अवसर तलाश रही हैं.

आरटी ने एससीएमपी के हवाले से बताया कि निवेश फर्म लूमिस, सैलेस एंड कंपनी से जुड़े चीनी अर्थशास्त्री जुआंग बो का कहना है कि कुछ आला क्षेत्रों में चीनी कंपनियों को विशेष रूप से यूरोपीय संघ और अमेरिका (कंपनियों) से रूसी बाजारों, जैसे ऑटो पार्ट्स, खाद्य पदार्थ, चिकित्सा आपूर्ति और बुनियादी ढांचे के घटकों को छोड़ने से लाभ होगा.

विश्लेषक ने कहा कि रूसी बाजार में चीनी व्यवसायों के प्रवेश से दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार को बेहतर प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है.

जुआंग ने कहा, अगले कुछ वर्षो में दोनों देशों के बीच व्यापार निश्चित रूप से आकार में बढ़ेगा और गति भी बढ़ेगी.

मॉस्को में फेडरेशन ऑफ ओवरसीज चाइनीज के अध्यक्ष वांग चुआनबाओ ने मीडिया से कहा कि रूस से पश्चिमी व्यवसायों के पलायन ने आपूर्ति और मांग में असंतुलन पैदा कर दिया है, जिससे निस्संदेह नए व्यावसायिक अवसर पैदा हो रहे हैं.

वांग ने कहा, हम आने वाली चीनी कंपनियों को रूसी बाजार के अध्ययन और सहयोग में सक्रिय रूप से सहायता करेंगे, साथ ही बेल्ट एंड रोड रणनीतिक विकास की पृष्ठभूमि में रूसी कंपनियों के साथ काम करने के तरीकों का पता लगाएंगे.

--आईएएनएस

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