हमले के पीछे शिवसेना का हाथ होने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने शनिवार को घटना की महा विकास अघाड़ी सरकार से जांच कराने की मांग की।
कंबोज ने एक बयान में दावा किया कि जब उनकी कार कलानगर जंक्शन के पास रुकी तो करीब 200 लोगों की भीड़ ने अचानक उन्हें घेर लिया और उनकी कार पर धावा बोल दिया।
कम्बोज ने कहा, कुछ पुलिस जवान वहां पहुंचे और मुझे बचाया। उन्होंने मुझे बचाने के लिए भीड़ को भी नियंत्रित किया। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।
कलानगर जंक्शन उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में ठाकरे के घर मातोश्री से कुछ ही दूरी पर है।
कम्बोज ने कहा कि वह झुकेंगे नहीं और एमवीए नेताओं को बेनकाब करना जारी रखेंगे।
निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा द्वारा शनिवार को मातोश्री में हनुमान चालीसा का पाठ करने की योजना का विरोध करने के लिए, ठाकरे के घर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है, जिसमें शिव सैनिक भी शुक्रवार सुबह से डेरा डाले हुए हैं।
मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति और खार में उनके घर की रखवाली करने वालों को नोटिस जारी किया है।
इस बीच, विपक्ष के नेता (विधानसभा) देवेंद्र फडणवीस और (परिषद) प्रवीण दरेकर ने घटना की निंदा की है।
फडणवीस ने कहा, ऐसा लगता है कि (एमवीए) सरकार के खिलाफ बोलने वाले लोगों पर हमले करने का चलन है।
पलटवार करते हुए, शिवसेना नेताओं ने दावा किया कि कम्बोज राणा दंपत्ति के मातोश्री जाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की धमकी के मद्देनजर जांच करने के लिए वहां गए थे।
संयुक्त पुलिस आयुक्त विश्वास नागरे-पाटिल के नेतृत्व में शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने जोखिम न लेते हुए वहां और मुंबई के अन्य हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
--आईएएनएस
एसकेके/आरएचए
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