राज्य भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष बासित अली ने कहा, हम कम से कम 5 लाख मुस्लिम घरों पर तिरंगा फहराने का लक्ष्य बना रहे हैं। हम अभियान के दौरान दरगाहों और मदरसों तक भी पहुंचेंगे।
उन्होंने आगे कहा, अभ्यास की योजना बनाई जा रही है, क्योंकि दरगाह व्यापक रूप से संदेश फैला सकती हैं। लोग अनिवार्य रूप से मुसलमान, आसानी से दरगाह और मदरसों से जुड़ जाते हैं।
पार्टी काडर मदरसों और दरगाहों पर तिरंगा फहराएगा, और अल्पसंख्यकों के बीच पार्टी के राष्ट्रवादी अभियान को गति देने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने के लिए फोटो क्लिक करवाएगा।
यह कदम उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा कक्षाओं की शुरुआत से पहले राष्ट्रगान गाना अनिवार्य किए जाने के दो महीने बाद आया है।
इससे पहले, 2017 में सत्ता में आने के तुरंत बाद भाजपा ने मदरसों में स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रगान का पाठ और झंडा फहराना अनिवार्य कर दिया था।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके बीच पार्टी की पहुंच बढ़ाने पर जोर देने के बाद अभियान के दौरान पसमांदा (मुसलमानों के बीच पिछड़ा समुदाय) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
ऐसा माना जाता है कि पार्टी ने लगभग 50,000 मुस्लिम बहुल बूथों की पहचान की है, जहां वह केंद्र द्वारा शुरू की गई जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रही है।
पार्टी का लक्ष्य अपने महत्वाकांक्षी हर घर तिरंगा अभियान से उत्तर प्रदेश में 4 करोड़ से अधिक घरों और सरकारी कार्यालयों को कवर करना है।
--आईएएनएस
पीटी/एसजीके
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)