केंद्रीय कैबिनेट ने वीवीआईपी कल्चर के खिलाफ एक बड़ा फैसला लेते हुए लालबत्ती के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. अब एक मई के बाद से प्रधानमंत्री समेत कोई भी मंत्री या सरकारी अफसर अपनी गाड़ियों में लालबत्ती का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.
कैबिनेट मीटिंग के बाद केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साफ किया है कि प्रधानमंत्री समेत सभी मंत्रियों की गाड़ी से लाल बत्ती हटाई जाएगी. फैसला आने के बाद नितिन गडकरी ने अपनी गाड़ी से बत्ती को हटा भी लिया है.
इमरजेंसी सेवा में ही किया जा सकेगा इस्तेमाल
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि मोटर व्हिकल एक्ट से लाल बत्ती लगाने का प्रावधान ही हटा लिया गया है. ऐसे में देश का कोई भी व्यक्ति अब इसे इस्तेमाल नहीं कर सकेगा. हालांकि इमरजेंसी सेवाओं के लिए लाल बत्ती के इस्तेमाल पर रोक नहीं लगी है.
यहां देखें पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस:
बता दें कि सबसे पहले ये फैसला दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने लिया था. इसके बाद पंजाब और उत्तर प्रदेश की नई सरकारों ने पहल की.
पिछले काफी वक्त से देश में बढ़ते वीवीआईपी कल्चर पर लोग सवाल उठा रहे थे. इसके बाद सरकार ने विचार कर कैबिनेट मीटिंग में इस फैसले पर मुहर लगा दी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)