एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में नॉर्थ कोरिया ने मंगलवार को जापान की हवाई सीमा के ऊपर से एक मिसाइल छोड़ दी. इसे टेस्ट फ्लाइट माना जा रहा है. जापान के ऊपर से मिसाइल छोड़े जाने का दावा सबसे पहले साउथ कोरिया ने किया था. इसके बाद जापानी अधिकारियों ने टेस्टिंग की पुष्टि की.
ब्रिटिश अखबार द गॉर्डियन के मुताबिक मामले पर डोनॉल्ड ट्रंप और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने बातचीत की है. 40 मिनट लंबी इस बातचीत में दोनों नेताओं ने उत्तर कोरिया पर दबाव और तेज करने की बात कही है. इसके लिए मंगलवार सुबह सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी मीटिंग भी बुलाई जा रही है. जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे के मुताबिक,
मिसाइल फायर करने का घटिया कदम, अनोखा और गंभीर है. इससे क्षेत्र की शांति और सुरक्षा खतरे में पड़ गई है. हमने बीजिंग में नॉर्थ कोरिया की एम्बेसी के जरिए अपना विरोध दर्ज कराया है.शिंजो अबे
पिछले दिनों ही डोनॉल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया को सुधरने की नसीहत दी थी. ऐसा न होने की दशा में उन्होंने कठोर कार्रवाई की धमकी भी दी थी.
यह तीसरी बार है जब नॉर्थ कोरिया ने जापान के ऊपर से मिसाइल छोड़ी है. पहली बार 1999 और दूसरी बार 2009 में नॉर्थ कोरिया ने जापान के ऊपर से मिसाइल छोड़ी थी.
नॉर्थ कोरिया की कोशिश US तक पहुंच बनाने की
एक महीने के भीतर यह नॉर्थ कोरिया का दूसरा मिसाइल परीक्षण है. एक महीने पहले नॉर्थ कोरिया ने इंटरकांटिनेंटल मिसाइल का परीक्षण किया था. इस मिसाइल के पूरी तरह विकसित होने के बाद नॉर्थ कोरिया, अमेरिकी जमीन को निशाना बनाने की क्षमता हासिल कर लेगा.
नॉर्थ कोरिया ने यह मिसाइल परीक्षण ऐसे वक्त में किया है, जब अमेरिका और साउथ कोरिया युद्धाभ्यास कर रहे हैं. इस अभ्यास पर नॉर्थ कोरिया ने नाराजगी भी जताई थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)